क्लैमीडिया के फैक्ट्स (Facts about Chlamydia) के बारे में बात करने से पहले जरूरी है यह जानना कि क्लैमीडिया (Chlamydia) की समस्या आखिर क्या है। क्लैमीडिया एक सेक्शुअल ट्रांसमिटेड इनफेक्शन है, जिसका उपचार आसानी से किया जा सकता है। लेकिन यदि इसका समय पर इलाज न किया जाए, तो इसके कई गंभीर परिणाम व्यक्ति को भुगतने पड़ सकते हैं। इन कॉम्प्लिकेशन में अक्सर पुरुषों में टेस्टिकुलर पेन (Testicular pain) और महिलाओं में पेल्विक पेन (Pelvic pain) और इनफर्टिलिटी की समस्या हो सकती है। क्लैमीडिया से ग्रसित लोगों में अक्सर किसी भी तरह का लक्षण दिखाई नहीं देते, जिसके कारण क्लैमीडिया की समस्या को पहचानना मुश्किल साबित होता है। आइए जानते हैं क्लैमीडिया के क्या कारण हो सकते हैं।
क्लैमीडिया के कारणों में होता है इनका सामवेश! (Causes of Chlamydia)
क्लैमीडिया (Chlamydia) की समस्या बैक्टीरियल इंफेक्शन की वजह से होती है। इस बैक्टीरिया को क्लैमीडिया ट्रेकोमैटिस (Chlamydia trachomatis) कहा जाता है। यह बैक्टीरिया वजायना, यूरेथ्रा, सर्विक्स और रेक्टम (Vagina, urethra, cervix and rectum) में अपना घर बनाते हैं और कई बार आपकी आंखों और गले को भी संक्रमित कर सकते हैं। जो लोग सेक्शुअली एक्टिव होते हैं, उनसे यह समस्या संक्रमण के रूप में एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में जा सकती हैं। क्लैमीडिया की समस्या सेक्शुअल कॉन्टैक्ट के जरिए एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलती है. यदि आपको क्लैमीडिया की समस्या है, तो आपको यह लक्षण दिखाई दे सकते हैं।
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क्लैमीडिया के लक्षण : पहचानने हैं जरूरी! (Syptoms of Chlamydia)
बात करें क्लैमीडिया के लक्षणों की, तो अक्सर यह लक्षण नजर नहीं आते। यही वजह है कि क्लैमीडिया (Chlamydia) की समस्या होते हुए भी इसका उपचार नहीं किया जाता। जब क्लैमीडिया का इन्फेक्शन शरीर के अन्य हिस्सों में फैल जाता है, तो इस तरह के लक्षण दिखाई देते हैं –
महिलाओं में क्लैमीडिया के लक्षण –