गोनोरिया (Gonorrhea) से बचने के लिए लें एंटीबायोटिक्स
अगर आपको गोनोरिया के लक्षण जैसे कि एनल या योनी में खुजली महसूस होती है या फिर यूरिन करते समय दर्द होता है, तो तुरंत डॉक्टर से जांच कराएं। पुरुषों और महिलाओं में एनल ब्लीडिंग भी हो सकती है, जो कि गोनोरिया का लक्षण है। डॉक्टर जांच के लिए सैंपल टेस्ट कर सकते हैं। डॉक्टर यूरिन सैंपल टेस्ट करते हैं। गोनोरिया के इलाज के लिए डॉक्टर एंटीबायोटिक टैबलेट खाने की सलाह देंगे। आपको डॉक्टर की सलाह माननी चाहिए और दवा का पूरा कोर्स करना चाहिए। साथ ही सेक्स के दौरान सावधानी बरतें। ओरल सेक्स को बिना सावधानी के नहीं करना चाहिए।
जेनिटल हर्पीज (Genital Herpes) से बचाव
जेनिटल हर्पीज महिला या पुरुष में होने वाला वायरल इन्फेक्शन है। जब भी आपको योनी के आसपास दर्द का एहसास, छाले या फिर चकत्ते का एहसास हो, तो तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए। ये बीमारी तेजी से फैलती है। इस कारण से यूरिन पास करते समय बहुत दर्द भी हो सकता है। डॉक्टर फिजिकल टेस्ट की हेल्प से इस बीमारी की जांच करते हैं। वायरल इन्फेक्शन को ठीक करने के लिए डॉक्टर एंटीवायरल दवा भी देते हैं। डॉक्टर सप्रेसिव थेरिपी या एपिसोडिक थेरिपी भी दे सकते हैं। ये संक्रमण प्रेग्नेंट महिला से बच्चे को भी हो सकता है। अगर यौन संबंध बनाने के दौरान सावधानी रखी जाए, तो यौन संचारित रोगों से बचा जा सकता है।
कॉन्डम का यूज बचाएगा ट्राइकोमोनिएसिस (Trichomoniasis) से
ट्राइकोमोनिएसिस से बचाव के लिए बीमारी के बारे में पता चलना बहुत जरूरी है। अगर हल्के लक्षण दिखने पर ही महिलाएं या फिर पुरुष जांच करा लेते हैं, तो दवाइयों के माध्यम से इस बीमारी का इलाज किया जा सकता है। डॉक्टर पेल्विक टेस्ट, फ्लूड कल्चर के माध्यम से बीमारी की जांच करते हैं। अगर आपको ट्राइकोमोनिएसिस संक्रमण है, तो डॉक्टर दवाओं के सेवन के साथ ही कुछ सावधानियां रखने की सलाह भी दे सकते हैं। कॉन्डम का उपयोग कर आप खुद के संक्रमण से दूर रख सकते हैं। अगर आपको संक्रमण के लक्षण दिखें, तो अपने पार्टनर की भी जांच कराएं।
पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज (Pelvic Inflammatory Disease) से बचाव के लिए तुरंत कराएं टेस्ट

पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज के लक्षणों के आधार पर डॉक्टर यूरिन टेस्ट, पेल्विक एग्जाम कर सकते हैं। यूरिन टेस्ट और ब्लड टेस्ट के माध्यम से डब्लूबीसी की जांच की जाती है। डॉक्टर अल्ट्रासाउंड और लेप्रोस्कोपी की हेल्प भी ले सकते हैं। संक्रमण को दूर करने के लिए डॉक्टर एंटीबायोटिक का पूरा कोर्स करने की सलाह देंगे। इस बीमारी से बचने के लिए सेक्स के दौरान कॉन्डम का यूज करें। अपने पार्टनर के साथ ईमानदार रहें और सेक्स के दौरान सावधानियां जरूर बरतें। इन बातों का ध्यान रख आप इस बीमारी से बच सकते हैं।
एचआईवी या एड्स (HIV/AIDS) का नहीं है इलाज, रखें सावधानी
अगर आपको एचआईवी के लक्षण दिखाई पड़ते हैं, तो आपको तुरंत डॉक्टर से जांच करानी चाहिए। एचआईवी प्रेग्नेंट मां से बच्चे तक पहुंच सकता है। साथ ही ये वायरस ब्रेस्टफीडिंग से भी बच्चे तक पहुंच सकता है। एचआईवी CD4 T सेल्स को खत्म करने का काम करता है। हमारे शरीर में वाइट ब्लड सेल्स बीमारी से लड़ने का काम करती हैं। एड्स की बीमारी से बचने के लिए असुरक्षित यौन संबंध न बनाएं। उपयोग में लाई गई सुई यानी इंजेक्शन का यूज नहीं करना चाहिए। ब्लड डोनेशन से पहले खून की जांच की जाती है। अगर गलती से संक्रमित व्यक्ति का खून किसी स्वस्थ्य व्यक्ति को चढ़ा दिया जाता है, तो स्वस्थ्य व्यक्ति को संक्रमण हो सकता है। एचआईवी से बचने के लिए अभी तक कोई वैक्सीन नहीं बनी है। सावधानी ही आपको इस वायरस से बचा सकती है।
एचसीवी इन्फेक्शन (HCV Infection) से बचाव
एचसीवी इन्फेक्शन से बचने के लिए सावधानी बहुत जरूरी है। अभी तक इस बीमारी से बचाव के लिए वैक्सीन नहीं बनी है। प्रेग्नेंट महिला से ये इन्फेक्शन बच्चे तक पहुंच सकता है। जिन लोगों को एचसीवी इन्फेक्शन है, उन्हें अपना ब्लड डोनेट नहीं करना चाहिए। टैटू बनवाने से पहले निडिल के बारे में जानकारी लें कि कहीं पहले ये यूज तो नहीं की जा चुकी है। सेफ सेक्स की हेल्प से आप कई बीमारियों से बच सकते हैं।
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सेक्शुअल हेल्थ से जुड़ी समस्याओं के लिए डायग्नोसिस और टेस्ट्स (Sexually transmitted diseases Diagnosis and Tests)
ज्यादातर केस में डॉक्टर यौन संचारित रोगों को लक्षणों के आधार पर डायग्नोस नहीं कर पाते हैं। डॉक्टर टेस्ट कराने की सलाह देते हैं। डॉक्टर सेक्शुअल हिस्ट्री के बारे में भी पूछ सकते हैं। कुछ मामलों में तो लोगों को संक्रमण के लक्षण नजर नहीं आते हैं। ऐसे में जांच जरूरी हो जाती है। जानिए यौन संक्रमण को डायग्नोज करने के लिए डॉक्टर कौन से टेस्ट कर सकते हैं।
- यूरिन टेस्ट
- ब्लड टेस्ट
- एचपीवी टेस्ट
- स्वैब (Swabs)टेस्ट
- फिजिकल एक्जामिनेशन
डॉक्टर यौन संचारित रोग होने पर पैप स्मीयर भी कर सकते हैं लेकिन ये एसटीआई (STI) टेस्ट नहीं है। पैप स्मीयर सर्वाइकल कैंसर और एनल कैंसर की जांच के लिए किया जाता है। जिन महिलाओं को HPV-16 या HPV-18 इन्फेक्शन होता है, उन्हें सर्वाइकल कैंसर का अधिक खतरा रहता है। डॉक्टर सर्वाइकल कैंसर की जांच के लिए पैप स्मीयर (Pap smear) करते हैं। बेहतर होगा कि आप डॉक्टर से अपनी समस्या के बारे में बताएं, वो आपको जरूरी टेस्ट के बारे में जानकारी देंगे।
जानिए सेक्शुअल हेल्थ को लेकर हेल्थ एक्सपर्ट की सलाह
फोर्टिस अस्पताल, मुलुंड के कंसल्सटेंट साइकेट्रिस डॉ. संजय कुमावत के अनुसार, “सेक्शुअल एक्ट में प्यार, एक्साइटमेंट और उत्तेजना शामिल है। आपके विचार ही साथी के साथ यौन संबंध को संतोषजनक बनाते हैं और ये बहुत महत्वपूर्ण हैं।” अच्छे यौन संबंध बनाने के लिए आपको इन सुझावों को जरूर पढना चाहिए।
- इमोशनल बॉन्डिंग के लिए अपने साथी से बात जरूर करें। ये सेक्शुअल रिलेशनशिप के लिए पहला कदम है।
- फोरप्ले ऑर्गेज्म की संवेदनशीलता, उत्तेजना और ताकत बढ़ता है। फोरप्ले जरूर करें।
- साथी को दिखाएं कि आप उसे कैसे उत्तेजित कर सकते हैं।
- डिफरेंट पुजिशन अपनाएं।
- बेडरूम को रिडेकोरेट करवाएं।
- सेक्शुअल परफॉर्मेंस के दौरान बराबरी न करें।
सेफ सेक्स टिप्स (Safe sex tips) अपनाएं और बीमारियों को दूर भगाएं
सेफ सेक्स आपको कई बीमारियों से बचा सकता है। सुरक्षित सेक्स की जिम्मेदारी किसी एक व्यक्ति की नहीं होती है। अगर आप कुछ नियम बनाएंगे, तो आप सुरक्षित सेक्स का मजा ले सकते हैं। सेफ सेक्स के लिए आपको कुछ बातों को ध्यान में रखना होगा।
- सेफ सेक्स (safe sex) के लिए कॉन्डम का यूज जरूर करें। कॉन्डम का यूज करने से पहले पैकेट में एक्सपायरी डेट जरूर चेक कर लें।
- नशे में सेक्स करने से बचें। अक्सर लोग नशे में सेफ्टी भूल जाते हैं और अनचाही बीमारियों को गले लगा लेते हैं।
- सेक्शुअल डिजीज की हिस्ट्री रह चुकी है, तो सेक्स के दौरान रखी जाने वाली सावधानियों के बारे में डॉक्टर से जरूर सलाह लें।
- सेफ सेक्स की जिम्मेदारी केवल आपकी नहीं बल्कि आपके पार्टनर की भी है। दोनों इस बारे में बात जरूर करें।
- पार्टनर से सेफ सेक्स के बारे में बात करते वक्त शर्माएं नहीं।
एसटीडी से प्रिवेंशन के लिए इन बातों का रखें ध्यान (Prevention in STD)
- हर बार सेक्स करते समय लेटेक्स कंडोम का इस्तेमाल करें।
- अगर आप लुब्रिकेंट का यूज करते हैं, तो ध्यान रखें कि वो वॉटर बेस्ड हो।
- अंडरक्लोथिंग और टॉवेल को शेयर करने से बचें।
- इंटरकोर्स करने से पहले और बाद में सफाई जरूर करें।
- हेपेटाइटिस बी के लिए वैक्सीनेशन जरूर कराएं।
- शंका होने पर एचआईवी टेस्ट जरूर कराएं।
- सेक्स से पहले ड्रग्स या एल्कोहॉल का सेवन न करें। सेक्स के दौरान ये खतरनाक हो सकता है।
- अगर आपको इन्फेक्शन के लक्षण दिखें, तो बिना जांच करवाएं सेक्स न करें।
कॉन्ट्रासेप्शन (Contraception) का करें यूज, लापरवाही पड़ सकती है भारी
यौन संचारित रोगों से बचने के लिए एक्सटरनल (मेल) और इंटरनल (फीमेल) कॉन्डम ही बेहतर ऑप्शन है। ये बर्थ कंट्रोल करने के साथ ही सेक्शुअली ट्रांसमिटेड इन्फेक्शन से भी बचाने का काम करता है। कॉन्डम का यूज करने से एचआईवी का खतरा करीब 80 प्रतिशत तक कम हो जाता है। वहीं, इंट्रायूटेराइन डिवाइस को सर्विक्स की ओपनिंग में लगाया जाता है। ये भी इन्फेक्शन से बचाने का काम करता है। इसे लगवाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर करें। कुछ परिस्थितियों में इसे लगवाने की सलाह नहीं दी जाती है। वहीं प्रोजेस्टिन-ओनली बर्थ कंट्रोल भी कुछ सेक्शुअल ट्रांसमिटेड डिजीज से बचाने का काम करती है।
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महिलाओं और पुरषों में होने वाली सेक्शुअल प्रॉब्लम अलग होती है?
महिलाओं और पुरुषों की सेक्शुअल हेल्थ में अंतर होता है। महिलाओं और पुरुषों के जननांग अलग होते हैं। सेक्स के दौरान मिलने वाले ऑर्गेज्म, सेक्स के प्रति इच्छा, सेक्स के दौरान दर्द, उत्तेजना न होना आदि में अंतर हो सकता है। जानिए पुरुषों और महिलाओं में होने वाली सेक्शुअल प्रॉब्लम के बारे में।
पुरुषों को होने वाली सेक्शुअल प्रॉब्लम (Male sexual problems)
पुरुषों को होने वाली सेक्शुअल प्रॉब्लम में निम्न समस्याएं शामिल हैं।
- प्रीमेच्योर इजैक्युलेशन (Premature ejaculation) की समस्या में पुरुष ऑर्गेज्म को जल्दी प्राप्त कर लेते हैं।
- डिलेड इजैक्युलेशन (Delayed ejaculation) की समस्या होने पर पुरुषों को ऑर्गेज्म में पहुंचने पर समय लग सकता है।
- वहीं कुछ पुरुषों की कमेच्छा (Low libido) में कमी आ जाती है।
- कुछ बीमारियां जैसे कि डायबिटीज या फिर डिप्रेशन सेक्स से संबंधित समस्याएं खड़ी कर सकता है।
महिलाओं को होने वाली सेक्शुअल प्रॉब्लम (Women sexual problems)
महिलाओं को होने वाली सेक्शुअल प्रॉब्लम में निम्न समस्याएं शामिल हैं।
- लो सेक्शुअल डिजायर यानी सेक्स के प्रति इच्छा न होना महिलाओं के लिए समस्या खड़ी कर सकता है।
- कुछ महिलाओं को सेक्स करने की इच्छा तो होती है लेकिन इच्छा अधिक समय तक नहीं रहती है। इसे सेक्शुअल अरोजल डिसऑर्डर (Sexual arousal disorder) कहा जाता है
- ऑर्गेज्मिक डिसऑर्डर के कारण महिलाओं को चरमसुख का आनंद नहीं मिल पाता है।
- सेक्शुअल पेन डिसऑर्डर के कारण महिलाओं को सेक्स के समय दर्द का एहसास होता है।
- एस्ट्रोजन का लेवल कम हो जाने के कारण महिलाओं की सेक्स के प्रति इच्छा कम होने लगती है
सेक्शुअल फिटनेस के लिए एक्सरसाइज (Exercises for sexual fitness )
शरीर को फिट रखने के लिए हर कोई एक्सरसाइज करता है लेकिन क्या आप सेक्शुअल फिटनेट के लिए की जाने वाली एक्सरसाइज के बारे में जानते हैं ? यहां हम आपको पुरुषों और महिलाओं द्वारा की जाने वाली ऐसी ही कुछ एक्सरसाइज के बारे में बताने जा रहे हैं।
महिलाओं की हेल्दी सेक्स लाइफ से लिए जरूरी एक्सरसाइज
महिलाएं कुछ एक्सरसाइज की हेल्प से सेक्शुअल हेल्थ को बेहतर बना सकती हैं। अगर रोजाना आधे से एक घंटे एक्सरसाइज की जाए, तो सेक्स लाइफ को बेहतरीन बनाया जा सकता है। आप दी गई एक्सरसाइज या फिर योग को अपनाने के लिए एक बार एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। एक्ससाइज या फिर योग को करने के सही तरीके के बारे में जानकारी जरूर प्राप्त करें।
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योग बनाएगा सेक्स लाइफ को बेहतर (Yoga for sex life)
योग सेक्स की हेल्प से सेक्स से जुड़ी कई तरह की समस्याओं को दूर करने में मदद मिलती है। हर किसी के जीवन में सेक्स से जुड़ी हुई कोई न कोई समस्या जरूर है। महिलाएं अक्सर इस विषय पर बात करने से कतराती हैं। जानिए कौन से योग सेक्स लाइफ को बेहतर बनाने में हेल्प कर सकते हैं।
- पद्मासन
- बालासन
- मार्जरासन योग
- हलासन
- सेतुबंधासन
जिन लोगों की सेक्स के प्रति रुचि घट रही है या फिर सेक्स का समय बढ़ाना है, उनके लिए उपरोक्त दिए गए योग फायदेमंद साबित हो सकते हैं।
कीगल एक्सरसाइज (Kegel exercises)
कीगल एक्सरसाइज महिलाओं और पुरुषों की सेक्स लाइफ को सुधारने के लिए बेहतरीन एक्सरसाइज है। कीगल एक्सरसाइज या पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज कीगल मसल्स को टाइट करती है। फिर रिलेक्स के लिए उन्हें कुछ देर छोड़ दें। आप इस प्रोसेस को 10 से 15 बार कर सकते हैं। कीगल एक्सरसाइज मसल्स को स्ट्रेंथ देती है और साथ ही सेक्स के दौरान एक्साइटमेंट को बढ़ाने का काम करता है। महिलाएं डिलिवरी से पहले भी इस एक्सरसाइज की मदद लेती हैं ताकि नॉर्मल डिलिवरी हो सके।
कार्डियोवैस्क्युलर एक्सरसाइज (Cardiovascular exercise)
हेल्दी सेक्शुअल लाइफ के लिए जरूरी है कि आप अपनी बॉडी को फिट रखें। बॉडी को फिट रखने के लिए रनिंग, स्वीमिंग, वॉटर एरोबिक्स, साइकलिंग, बीयर स्क्रॉल आदि कॉर्डियोवस्कुलर एक्सरसाइज कर सकती हैं। अगर आपके पास समय की कमी है, तो आप रोजाना जॉगिंग या वॉकिंग जरूर करें। आप रोजाना 30 मिनट तक वॉक कर सकती हैं।
कोर ट्रेनिंग (Core exercises )
बैलेंस और बेटर पॉश्चर के लिए कोर एक्सरसाइज को जरूर करें। सेक्स के दौरान बेटर पॉश्चर सेक्स का मजा बढ़ा सकता है। कोर एक्सरसाइज बैक पेन को भी दूर करने का काम करती है। आप कोर एक्सरसाइज में प्लैंक(Plank) , पैंथर शोल्डर टैप, बटरफ्लाई सिट-अप, डैड बग, हाई बोट टू लो बोट आदि एक्सरसाइज शामिल कर सकती हैं। आप इस बारे में अधिक जानकारी के लिए एक्टपर्ट से सलाह जरूर लें।
बैलेंस एक्सरसाइज (Balance exercises)
बॉडी को संतुलित करने के लिए बैलेंस एक्सरसाइज की जा सकती है। आप बीन बैग बैलेंस, हील टो वॉकिंग, सिंगल लेग क्रॉस बॉडी पंचेस, चेयर लेग रेज आदि कर सकते हैं। जिम महिलाओं का वजन अधिक है, उन्हें बैलेंस एक्सरसाइज करते समय बहुत ध्यान रखने की आवश्यकता होती है। एक्सरसाइज करते वक्त जल्दबाजी न करें।
पुरुषों की हेल्दी सेक्स लाइफ के लिए जरूरी एक्सरसाइज
पुरुषों को भी सेक्स से संबंधित कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। हेल्दी सेक्स लाइफ को बेहतर बनाने के लिए जरूर है कि योग के साथ ही अन्य एक्सरसाइज को को जीवन में शामिल किया जाए। जानिए कौन सी एक्सरसाइज पुरुषों के लिए बेहतर हैं?
बेहतर सेक्स के लिए योग (Yoga) का अभ्यास
पुरुषों को सेक्स लाइफ को बेहतर बनाने के लिए योग का अभ्यास करना चाहिए। पुरुष लोग भी पद्मासन से योग की शुरुआत कर सकते हैं। पद्मासन करने के लिए आपको एकांत स्थान की जरूरत होती है। अब योग मैट में पर पैर फैलाकर बैठें। अब आपको दाएं पैर को बाईं जांघ में और बाएं पैर को दाईं जांघ के ऊपर रखना है। स्पाइल कॉर्ड को सीध में रखें। अब आप गहरी सांस लें। धीरे-धीरे सिर को नीचे की तरफ ले जाने की कोशिश करें। आप चिन को गले से टच कराने की कोशिश कर सकते हैं। आप इस प्रोसेस को 10 से 15 मिनट के लिए कर सकते हैं। आप अन्य योग जैसे कि कैट पोज, ब्रिज पोज, चाइल्ट पोज का अभ्यास भी कर सकते हैं। जिन लोगों को स्ट्रेस की समस्या होती है, उन लोगों की सेक्स लाइफ खराब हो सकती है। योग का अभ्यास करने से आपको स्ट्रेस से राहत मिलेगी।
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वेट लिफ्टिंग (Weight lifting)
वेट लिफ्टिंग या स्ट्रेंथ ट्रेनिंग बॉडी को टोन करने का काम करती है। फिट रहने के लिए मेन्स वेट लिफ्टिंग कर सकते हैं। अगर आपने कभी भी वेट लिफ्टिंग नहीं की है, तो बेहतर होगा कि आप बिना ट्रेनर के ये एक्सरसाइज न करें। पहले वार्मअप करें। अब लाइट वेट से शुरुआत करें। आप एक या दो सेट में 10 से015 रिपिटीशन कर सकते हैं। आप डंबल सिंगल आर्म रो, डंबल शोल्डर प्रेस, डंबल चेस्ट प्रेस, बाइसेप कर्ल, ट्राईसेप एक्सटेंशन कर सकते हैं।
कीगल एक्सरसाइज (Kegel exercises)
जैसा कि हम आपको पहले ही बता चुके हैं कि कीगल एक्सरसाइज सेक्स के दौरान एक्साइटमेंट को बढ़ाने का काम करती है। पुरुषों के लिए भी ये एक्सरसाइज फायदेमंद साबित होगी। कीगल एक्सरसाइज के दौरान पेल्विक फ्लोर मसल्स को स्ट्रॉन्ग बनाने के लिए टाइट किया जाता है और फिर छोड़ दिया जाता है। ऐसा करने से पेल्विक ऑर्गन मजबूत होते हैं। कीगल एक्सरसाइज में पेल्विक टिल्ट, पेल्विक पुश अप्स, साइड लेग लिंग लिफ्ट, लेग-पेल्विक स्ट्रेच, क्लासिक कीगल आदि शामिल किए जा सकते हैं। आप योग मेट में लेटकर भी ये एक्सरसाइज कर सकते हैं। आपको घटनों को मोड़कर पेल्विक अंगों को टाइट करना और फिर उन्हें रिलेक्स करने देना है। इसे आप 10 से 15 बार कर सकते हैं।
फास्ट वॉकिंग (Fast walking)
अगर आपके पास ज्यादा समय नहीं है, तो आप रोजाना कुछ समय के लिए वॉक कर सकते हैं। बॉडी को फिट रखने के लिए वॉकिंग बहुत जरूरी है। आप शुरुआत में धीमे वॉक करें और उसके बाद अपनी स्पीड बढ़ाते जाएं। आप बॉडी स्ट्रेंथ को बढ़ाने के लिए वॉक के बाद रनिंग भी कर सकते हैं।
स्विमिंग (Swimming) से होगा बॉडी वर्कआउट
स्विमिंग पूरे शरीर को स्ट्रेंथ देती है। अगर आप वर्कआउट नहीं करते हैं और केवल स्वीमिंग करते हैं, तो आपके शरीर को बहुत से फायदे पहुंच सकते हैं। स्वीमिंग पूरे शरीर का वर्कआउट माना जाता है। आधे घंटे तक की गई स्वीमिंग कैलोरी बर्न करने के साथ ही मसल्स को मजबूत बनाने का काम करती है। बीमारियों के खतरों को कम करने के लिए तैराकी को अपनी दिनचर्या में जरूर शामिल करें।
सेक्शुअल हेल्थ के लिए सही डायट (Best food for sex) क्या हो सकती है?
सेक्शुअल हेल्थ तभी अच्छी होगी, जब आप पूरी तरह से फिट होंगे। बॉडी की फिटनेस के लिए एक्सरसाइज के साथ ही सही डायट भी बहुत जरूरी है। महिलाओं और पुरुषों की डायट में अंतर होता है। शरीर के लिए जरूरी मिनिरल्स, कार्ब, विटामिन्स, प्रोटीन रोजाना खाने में शामिल करना चाहिए। जानिए अच्छी सेक्शुअल हेल्थ के लिए महिलाओं और पुरुषों को अपनी डायट में क्या शामिल करना चाहिए?
महिलाओं को डायट में शामिल करने चाहिए ये फूड्स
महिलाओं को खाने में अमीनो एसिड से युक्त फूड जैसे कि वालनट, आलमंड, फिश, फ्रूट्स, लीफी वेजीटेबल्स शामिल करना चाहिए। महिलाएं सेक्स ड्राइव को बढ़ाने के लिए खाने में ब्रोकली, शतावरी, केसर, मेथी, पालक आदि का सेवन कर सकती हैं। सेक्स ड्राइव फूड्स महिलाओं की सेक्शुअल लाइफ को बेहतर बनाने का काम करती हैं। महिलाओं को एल्कोहॉल, स्मोकिंग और ड्रग्स से दूर रहना चाहिए। ये सेक्स लाइफ को खराब करने का काम कर सकते हैं।
पुरुषों को डायट में शामिल करने चाहिए ये फूड्स
पुरुषों को सेक्स संबंधी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। सेक्स ड्राइव को लेकर ज्यादातर पुरुषों को प्रॉब्लम फेस करनी पड़ती है। ऐसा माना जाता है कि मैग्नीशियम की उचित मात्रा पुरुषों में सेक्स ड्राइव बढ़ाने का काम करती है। मैग्नीशियम और फोलिक एसिड के लिए खाने में पालक जरूर शामिल करें। ब्लड फ्लो को बढ़ाने के लिए खाने में विटामिन सी युक्त आहार जैसे कि संतरा, नींबू, खट्टे फलों को शामिल करना चाहिए। कामुकता बढ़ाने के लिए शतावरी का यूज भी किया जा सकता है। पुरुषों को एल्कोहॉल से दूर रहना चाहिए क्योंकि ये स्पर्म काउंट को कम करता है और इनफर्टिलिटी बढ़ाने का काम करता है।
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अच्छी सेक्स लाइफ के लिए अपनाएं ये टिप्स (Tips for better sex life)
अच्छी सेक्स लाइफ हर कोई चाहता है। कम ही लोगों को अच्छी सेक्स लाइफ के लिए अपनाएं जाने वाले टिप्स के बारे में जानकारी होती है।आप अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से भी परामर्श कर सकते हैं। अगर आप सेफ सेक्स चाहते हैं तो नीचे दी गई बातों पर ध्यान दें।
महिलाओं के लिए सेक्स टिप्स (sex tips foe women)
- सेक्शुअल इशू के बारे में जानकारी प्राप्त करें। जानकारी के अभाव में कई बार बड़ी बीमारी भी हो सकती है।
- सेक्स के पहले और सेक्स के बाद हाइजीन का ख्याल रखें।
- सेक्स इशू होने पर घबराएं नहीं बल्कि अपने पार्टनर से बात करें।
- सेक्स को बेहतर बनाने के लिए डिफरेंट पुजिशन अपनाएं।
पुरुषों के लिए सेक्स टिप्स (sex tips for men)
- पुरुषों के लिए जरूरी है कि वो सेफ सेक्स को इग्नोर न करें। कॉन्डम का यूज करें।
- सेक्स के दौरान पार्टनर की भावनाओं का ख्याल रखें।
- अगर आपको यौन संचारित रोग के लक्षण दिखाई दे रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
- अपने पार्टनर को धोखा न दें। उनसे सेक्स से जुड़ी समस्याओं पर बात करें।
लाइफस्टाइल का सेक्स लाइफ पर कैसा पड़ता है असर?
जिस तरह से बेहतर लाइफस्टाइल आपको कई बीमारियों से बचाने के काम करती है, ठीक उसी प्रकार हेल्दी सेक्शुअल लाइफ के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल बहुत जरूरी है। आप क्या खाते हैं, कौन सी एक्सरसाइज करते हैं आदि बातों का आपकी सेक्शुअल लाइफ पर बहुत फर्क पड़ता है।
अच्छी सेक्स लाइफ के लिए लाइफस्टाइल में कौन से बदलाव करें?
- बेहतरीन सेक्स लाइफ के लिए फिजिकल और मेन्टल रूप से स्वस्थ्य होना बहुत जरूरी है। अगर आपको किसी तरह की समस्या है, तो पहले उसका इलाज कराएं।
- खाने में हेल्दी फूड शामिल करें।
- फिट रहने के लिए रोजाना एक्सरसाइज करें।
- बीमारी आपकी सेक्स लाइफ को खराब कर सकती है। किसी भी बीमारी को पूरी तरह से खत्म करने के लिए दिनचर्या में आवश्यक परिवर्तन करें।
- अगर आपकी सेक्स लाइफ में प्रॉब्मल है, तो आप पार्टनर को बताएं। जरूरत पड़ने पर डॉक्टर से भी संपर्क करें।
- खुद को और पार्टनर को कुछ समय दें ताकि आप अपनी परेशानियों को दूर कर सके।
किन आदतों से दूरी बनाएं?
अनहेल्दी लाइफस्टाइल और बुरी आदतें जैसे कि शराब पीना, स्मोकिंग करना या अन्य नशा आपकी सेक्स लाइफ को खराब करने का काम कर सकता है। आपको इनसे दूरी बनानी चाहिए। साथ ही आपको ऐसे लोगों से भी दूरी बनाना चाहिए जो आपको सेक्स के संबंध में गलत जानकारी देते हो। पार्टनर के साथ भूल कर भी धोखा न करें। एक-दूसरे की भावनाओं का सम्मान और सेक्स के दौरान अपनाई गई सेफ्टी आपकी सेक्स लाइफ को बेहतरीन बनाती है।
सेक्शुअल हेल्थ हर व्यक्ति के लिए जरूरी है। इसलिए इसपर ध्यान देना बेहद जरूरी है। साथ ही जरूरत पड़ने पर बिना हिचकिचाए डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। अगर आप संक्रमण के लक्षण दिखने के तुरंत बाद डॉक्टर से जांच कराएंगे, तो बीमारी का उपचार करने में आसानी होगी। सेक्स को बिना सेफ्टी के एंजॉय करना भारी पड़ सकता है। सुरक्षित सेक्स की जानकारी के लिए आप डॉक्टर से भी परामर्श कर सकते हैं। आप स्वास्थ्य संबंधि अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है, तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं।