इन टिप्स के अलावा नीचे कुछ अन्य टिप्स भी दिए जा रहे हैं जिन्हें फॉलो करके आप परफेक्ट बर्थ पार्टनर बन सकते हैं।
परफेक्ट बर्थ पार्टनर कैसे बनें?
परफेक्ट बर्थ पार्टनर बनने के लिए निम्नलिखित बातों को ध्यान रखें।
1. लब्जों का ख्याल रखें
हमेशा ध्यान रखें कि आप किस तरह से बात कर रहें है? ऐसे शब्दों का प्रयोग न करें जिससे उनकी भावनाओं को ठेस पहुंचे। प्रेग्नेंसी के दौरान और बाद में महिलाएं इमोशनल हो जाती हैं साथ ही उनके दिमाग में कई तरह की उथल-पुथल चलती रहती है। ऐसे में ध्यान रखें कि जाने- अनजाने में ऐसा कुछ न कहे जिससे उन्हें ठेस पहुंचे। मेरा, तुम्हारा बोलने की बजाय हमारा बेबी, हमारा बच्चा जैसे शब्दों का प्रयोग करें।
2. बात करें
शिशु के जन्म से जुड़ी बातें करें। अगर आपकी लाइफ पार्टनर आपसे शिशु से जुड़ी या कोई अन्य बात करती हैं तो उन्हें सुने न कि अनसुना कर दें। उनकी बात समझने की कोशिश करें और दोनों एक-दूसरे से सलाह लें।
3. उनकी जरूरतों का ख्याल रखें
गर्भावस्था और डिलिवरी के दौरान भी गर्भवती महिला का विशेष ख्याल रखें। उन्हें किन-किन चीजों की जरूरत पड़ सकती है और इस दौरान उनके पास क्या होना चाहिए? ये हेल्थ एक्सपर्ट से जरूर समझें। आप अपनी लाइफ पार्टनर से यह जानने की कोशिश जरूर करें की उन्हें इस दौरान क्या चाहिए?
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4. प्रेग्नेंसी और लेबर पेन के बारे में जानें
गर्भावस्था की जानकारी मिलने के साथ ही इससे जुड़े बातों को समझें। इंटरनेट, किताबों और हेल्थ एक्सपर्ट से प्रेग्नेंसी और लेबर पेन के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानें। जितनी ज्यादा जानकारी होगी उतनी अधिक आप अपनी लाइफ पार्टनर की मदद आसानी से कर सकेंगे।
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5. इंतजार करना सीखें
डिलिवरी की डेट के अनुसार कभी-कभी शिशु का जन्म पहले भी हो जाता है, लेकिन अगर डेट से थोड़ी देरी हो रही है या लेबर पेन ज्यादा देर तक हो रहा है तो ऐसी स्थति में परेशान न हों। क्योंकि आपकी परेशानी गर्भवती महिला की परेशानी और ज्यादा बढ़ा सकती है।
6. आई कॉन्टेक्ट
प्रेग्नेंसी और खासकर डिलिवरी के दौरान परिवार के अन्य सदस्य और बड़े-बुजुर्ग साथ होते हैं। ऐसे में कपल के लिए खुलकर बात कर पाना आसान नहीं होता है। इसलिए दोनों (कपल) आई कॉन्टेक्ट रखना चाहिए। यकीन मानिए इससे दोनों को ही फायदा होगा और आप दोनों एक दूसरे के करीब न होते हुए भी बेहद करीब महसूस करेंगे।
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7. इमोशनल सपोर्ट
लेबर पेन के दौरान मां बनने जा रही महिला को इमोशनल सपोर्ट की अत्यधिक जरूरत होती है। इसलिए इन 9 महीनों के साथ-साथ डिलिवरी के दौरान और डिलिवरी के बाद भी इमोशनल सपोर्ट बनाएं रखें।
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8. फ्लेक्सिबल बनें
वाइफ का ध्यान रखते-रखते और ऑफिस के काम को मैनेज करते-करते शायद आप परेशान हो जाएं, लेकिन अपने आपको फ्लेक्सिबल बनाएं रखें। डिलिवरी के दौरान बिजी शेड्यूल न रखें और अपना पूरा समय वाइफ को दें।
नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (NCBI) के अनुसार प्रेग्नेंसी के दौरान बर्थ पार्टनर परफेक्ट होने से डिलिवरी के दौरान परेशानी कम महसूस हो सकती है। इन टिप्स को अपनाकर परफेक्ट बर्थ पार्टनर बन सकते हैं। गर्भावस्था के दौरान आपको वाइफ का सपोर्ट कैसे करना चाहिए? इस बारे में डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
हम उम्मीद करते हैं कि प्रेग्नेंसी में पति की जिम्मेदारी के बारे में और परफेक्ट बर्थ पार्टनर विषय पर लिखा यह आर्टिकल आपको पंसद आया होगा। इस बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से जरूर बात करें।