3.फाइनेंशियल प्लानिंग भी है जरूरी (Financial Planning)
फैमिली प्लानिंग के टिप्स देते हुए मंजू कहती हैं, “मेरी प्रेग्नेंसी के दौरान मेरी सेहत और तरह-तरह के टेस्ट करवाने पड़े थे। इस दौरान हमें डॉक्टर की फीस से लेकर सभी दवाओं के बजट का भी काफी ख्याल रखना पड़ा था। इसलिए, बच्चे की प्लानिंग करने से पहले एक बार अपनी आर्थिक स्थिति पर भी जरूर ध्यान दें। क्योंकि, इन नौ महीनों में मां और उसके गर्भ में पल रहे बच्चे की सेहर पूरी तरह से डॉक्टर की देखरेख में ही होनी चाहिए, जिसमें समय के साथ-साथ पैसा भी काफी खर्च हो सकता है।’
4.परिवार की सलाह पर भी करें गौर (Family Advice)
फैमिली प्लानिंग के टिप्स में एक बात जिम्मेदारी की भी आती है। ऐसा नहीं कि बच्चे की पूरी जिम्मेदारी सिर्फ मां और पिता के कंधों पर ही होती है। बल्कि, परिवार के बड़े सदस्यों जैसे माता-पिता और सास-ससुर के कंधों पर भी नए मेहमान की जिम्मेदारियां आती है। इसलिए, अपनी बेबी प्लानिंग की योजना में एक बार उनकी राय भी जरूर शामिल करें।
5.फैमिली प्लानिंग के टिप्स – प्री-वेडिंग ही नहीं, प्री-बेबी फोटोशूट भी करवाएं (Pre-Baby Shoot)
प्रेग्नेंसी का हर दिन खास होता है। उस हर दिन के एहसास को दोबारा नहीं पाया जा सकता है। इसलिए, बच्चे के जन्म से पहले बेबी बंप की यादें रखनी भी जरूरी हैं। तो प्रेग्नेंसी के 7वें, 8वें या 9वें महीने में बेबी बंप के साथ फोटोशूट करवाएं। यही नहीं, आप और आपके पति साथ में फोटोशूट करा सकते हैं।
इस बारे में दिल्ली की रहने वाली यामिनी से हमने बात की। यामिनी 31 साल की महिला हैं और दो साल के बच्चे की मां हैं। यामिनी ने बताया कि जब वो फैमिली प्लानिंग करने की सोच रही थीं, तो उन्हें इसके लिए तरीकबन तीन से चार महीने लगे थे खुद को मानसिक रूप से तैयार करने के लिए। उन्होंने फैमिली प्लानिंग करने के लिए अपने पति से भी खुलकर बात की। दोनों की रजामंदी और भविष्य की पूरी योजना बनाते हुए अपनी फैमिली प्लानिंग की और आज वो एक प्यारे से बच्चे की मां हैं।
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6.फैमिली प्लानिंग के टिप्स – नए मेहमान के लिए शॉपिंग टाइम (Shopping Time for New member)