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निम्न स्थितियों के नकारात्मक प्रभाव से बचाए रखने के लिए प्रेग्नेंट महिला का ख्याल रखना बेहद जरूरी होता हैः
गर्भावस्था के दौरान हर महिला मानसिक और शारीरिक तौर पर अलग-अलग अनुभव कर सकती है। जहां कुछ महिलाएं प्रेग्नेंसी के समय से लेकर प्रसव के बाद तक भी पूरी तरह से स्वस्थ और खुशनुमा माहौल में रहती हैं, तो वहीं कुछ महिलाएं प्रेग्नेंसी के दौरान कई शारीरिक और मानसिक समस्याओं से गुजर सकती हैं और कुछ प्रसव के बाद होने वाली शारीरिक और मानसिक समस्या का भी अनुभव कर सकती हैं। प्रेग्नेंट महिला का ख्याल रखने के लिए आपको सबसे पहले निम्न स्वास्थ्य स्थिति के बारे में जान लेना चाहिए, जिनमें शामिल हैंः
प्रेग्नेंट महिला का मानसिक स्वास्थ्य: मॉर्निंग सिकनेस
गर्भवती महिलाओं के लिए मॉर्निंग सिकनेस सबसे आम स्वास्थ्य समस्या मानी जाती है। यह आमतौर पर गर्भावस्था के चौथे सप्ताह के आसपास शुरू होता है और 12वें स्पताह से 14वें सप्ताह तक दिखाई देता है। कुछ महिलाओं को उनके दूसरे तिमाही में मॉर्निंग सिकनेस के लक्षण का अनुभव होता है और उनकी गर्भावस्था की पूरी अवधि के दौरान उल्टी या चक्कर आने की भी समस्या हो सकती हैं। इसके अलावा मॉर्निंग सिकनेस के कारण बॉडी पेन, खड़े होने पर चक्कर आने की समस्या, हल्का या तेज सिर दर्द होना या माइग्रेन जैसी समस्या का भी अनुभव हो सकता है।
ऐसी हालातों में परिवार के अन्य सदस्य या पति प्रेग्नेंट महिला का ख्याल रखने के लिए निम्न बातों का ध्यान रख सकते हैंः
- भोजन तैयार करनाः ऐसी अवस्था में महिला का खाना पकाना उचित नहीं होता है। खाने की खूशबू प्रेग्रेंट महिला के लक्षणों को और भी ज्यादा खराब कर सकता है।
- सुबह का नाश्ता कराएंः सुबह उठते ही प्रेग्नेंट महिला को डॉक्टर द्वारा निर्देश उचित और हेल्दी नाश्ता कराएं। ताकि दिन भर उनका शरीर फुर्तीला बना रहे और उनका मूड भी खुशनुमा रहे। इससे तनाव जैसी समस्या को भी आसानी से दूर किया जा सकता है।
- पानी पीने का समय फिक्स करेंः सामान्य स्वास्थ्य और शरीर को तरोताजा बनाए रखने के लिए पानी की उचित मात्रा बहुत जरूरी है। इसलिए प्रेग्नेंट महिला का ख्याल रखने के लिए उनके दिन भर में पानी पीने का समय फिक्स कर सकते हैं। हर एक से दो घंटे में थोड़ी-थोड़ी मात्रा में उन्हें पानी पीने के लिए दें। कुछ भी खाने से पहले या खाने के बाद हमेशा आधे घंटे पहले और आधे घंटे के बाद ही पानी पीने दें। एक बात का ध्यान रखें कि पूरा दिन सिर्फ पानी ही न दें, शरीर में तरल पदार्थों की उचित मात्रा बनाए रखने के लिए उन्हें ताजे फलो का जूस, अदरक की चाय, सूप भी पिलाते रहें।
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