लंग कैंसर के लिए रेडियोथेरिपी के प्रकार (Types of Radiotherapy for lung cancer)
लंग कैंसर के इलाज के लिए कई दो प्रकार की रेडियोथेरिपी का उपयोग किया जाता है। पहली एक्सटर्नल बीम रेडिएशन थेरिपी और दूसरी इंटरर्नल रेडिएशन थेरिपी। आइए इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
1.एक्सटर्नल बीम रेडिएशन थेरिपी (External beam radiation therapy)
एक्सटर्नल बीम रेडिएशन थेरिपी में कैंसर पर बाहर से रेडिएशन का उपयोग किया जाता है। यह थेरिपी ज्यादातर नॉन स्माल कैंसर सेल लंग कैंसर के लिए उपयोग की जाती है। ट्रीटमेंट एक्स रे की तरह होता है, लेकिन रेडिएशन का डोज काफी स्ट्रॉन्ग होता है। यह प्रॉसीजर सिर्फ कुछ मिनटों का और दर्दरहित होता है। ज्यादातर लंग कैंसर के लिए रेडियोथेरिपी ट्रीटमेंट 5-7 हफ्तों के लिए होता है। हफ्ते में 5 दिन रेडियोथेरिपी दी जाती है, लेकिन यह एक्सटर्नल बीम रेडिएशन थेरिपी के प्रकार और इस कारण से दी जा रही है इस पर भी निर्भर करता है।
नई एक्सटर्नल बीम रेडिएशन थेरिपी तकनीक (EBRT techniques) डॉक्टर की लंग का कैंसर का इलाज करने में मदद करती हैं। जिसमें निम्न शामिल हैं।
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स्टीरियोटैक्टिक बॉडी रेडिएशन थेरिपी (Stereotactic body radiation therapy)
इस थेरिपी का उपयोग अक्सर अर्ली स्टेज के लंग कैंसर के लिए किया जाता है। जब मरीज के खराब स्वास्थ्य के चलते सर्जरी ऑप्शन नहीं होती या जब वे सर्जरी करवाना नहीं चाहते। यह ट्यूमर के लिए की जाती है जब यह बॉडी के दूसरे हिस्सों जैसे कि ब्रेन और एड्रेनल ग्लैंड adrenal gland तक नहीं फैलते। ज्यादा समय तक रेडिएशन का कम डोज देने की इस थेरिपी में कुछ दिनों के लिए हाय डोज दिया जाता है। कई तरह की किरणें ट्यूमर को कई एंगल से टारगेट करती हैं।
थ्री डायमेंशनल कॉनफॉर्मल रेडिएशन थेरिपी (Three-dimensional conformal radiation therapy) (3D-CRT)
इस थेरिपी में स्पेशल कंप्यूटर के उपयोग से ट्यूमर के लोकेशन पर फोकस किया जाता है और फिर रेडिएशन बीम ट्यूमर को कई डायरेक्शन से टार्गेट करती हैं। जिससे नॉर्मल टिशूज के डैमेज होने की आशंका कम हो जाती है।
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