स्मोकिंग करने वाले लोगों में यह लंग कैंसर होने की संभावना अधिक होती है। हालांकि, स्मॉल सेल लंग कैंसर (Small Cell Lung Cancer) भी उन लोगों में होने के चांसेस अधिक होते हैं, जो लंबे समय से तंबाकू का इस्तेमाल करते हैं। यह कैंसर इन कारणों से हो सकता है:
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स्मॉल सेल लंग कैंसर के कारण (Causes of Small Cell Lung Cancer)
जैसा की पहले बताया गया है कि स्मॉल सेल लंग कैंसर और नॉन स्मॉल सेल लंग कैंसर (Small Cell Lung Cancer) का मुख्य कारण तंबाकू और स्मोकिंग है। सेकंडहैंड तंबाकू स्मोक भी लंग कैंसर का कारण बन सकता है। जो लोग स्मोकर्स के साथ रहते हैं, उनमें यह कैंसर होने की संभावना अधिक रहती है। इसके कुछ अन्य कारण इस प्रकार हैं:
- कैंसर ट्रीटमेंट आदि से रेडिएशन एक्सपोजर (Radiation Exposure via Cancer Treatments)
- लंग कैंसर की फैमिली हिस्ट्री (Family History of Lung Cancer)
- ह्यूमन इम्यूनोडिफिशिएंसी वायरस (Human Immunodeficiency Virus)
- अभ्रक (Asbestos), आर्सेनिक (Arsenic), निकल (Nickel), टार (Tar) या अन्य रसायनों के सम्पर्क में रहना
- वायु प्रदूषण (Air pollution)
- अधिक उम्र (Advanced age)
स्मॉल सेल लंग कैंसर से जुडी जटिलताएं कौन सी हैं (What are the Complications of Small Cell Lung Cancer)?
मेटास्टैसिस (Metastasis) या कैंसर का फैलना, स्मॉल सेल लंग कैंसर (Small Cell Lung Cancer) से जुडी सबसे बड़ी जटिलता है। यह कैंसर बहुत जल्दी विकसित हो सकता है और दिमाग, हड्डियों, लिवर आदि को प्रभावित कर सकता है। लंग कैंसर से जुडी जटिलताएं इस प्रकार हैं:
- प्ल्यूरल इफ्यूजन (Pleural Effusion)
- कैंसर का उपचार के बाद फिर से होना (Cancer Recurrence after Treatment)
- दर्द (Pain)
- सांस लेने में समस्या (Shortness of Breath)
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किन स्थितियों में तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए When to Seek Medical Care?
नेशनल इंस्टीटूट्स ऑफ हेल्थ (National Institutes of Health) के अनुसार स्मॉल सेल लंग कैंसर (Small Cell Lung Cancer) के निदान के बाद, यह जानने के लिए टेस्ट किए जाते हैं कि कहीं यह कैंसर छाती में या शरीर के अन्य भागों में तो नहीं फैल गया है। क्योंकि, कैंसर जहां से शुरू होता है, वहां से शरीर के अन्य अंगों तक फैल सकता है। यह कैंसर भी उपचार के बाद फिर से हो सकता है। ऐसे में, इन स्थितियों में आपको तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए:
- सांस में समस्या (Shortness of Breath)
- अचानक वजन कम होना (Unexplained Weight Loss)
- खांसी में खून आना (Blood in Cough )
- आवाज में बदलाव (Voice Change)
- अचानक लगातार थकावट (Unexplained Persistent Fatigue)
- अचानक अधिक दर्द (Unexplained deep Aches)
- सीजर्स (Seizures)
- आंखों में अचानक समस्या होना (Sudden Vision Problems)