निमोनिया का उपचार (Treatment of Pneumonia)
अगर किसी व्यक्ति को लंग कैंसर है और निमोनिया हो जाता है तो इस स्थिति में उनका उपचार वैसे ही किया जाता है, जैसे उस व्यक्ति का किया जाएगा जिसे लंग कैंसर नहीं है और सिर्फ निमोनिया की समस्या है। पीड़ित व्यक्ति में किस तरह का निमोनिया है या मरीज की ओवरआल हेल्थ कैसी है। इसके अनुसार ही इस समस्या का उपचार होता है। निमोनिया से पीड़ित अधिकतर लोग घर में ज्यादा तरल पदार्थों का सेवन, पर्याप्त आराम या दवाईयों की मदद से ठीक हो जाते हैं। निमोनिया के उपचार के लिए डॉक्टर एंटीबायोटिक दवाइयां दे सकते हैं। यह दवाइयां एजिथ्रोमायसिन (Azithromycin), लिवोफ्लॉक्सासिन (Levofloxacin), सेफ्पोडॉक्सिम (Cefpodoxime) आदि हो सकती हैं।
गंभीर निमोनिया की स्थिति में पीड़ित व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती होना पड़ता है ताकि इंट्रावेनस (IV)) फ्लूइड और एंटीबायोटिक्स (Intravenous (IV) Fluids and Antibiotics) से उनका उपचार हो सके। ऐसे मरीजों को ऑक्सीजन थेरेपी (Oxygen Therapy ) या ब्रीदिंग असिस्टेंस (Breathing Assistance) की जरूरत भी पड़ सकती है।
लंग कैंसर का निदान (Diagnosis of Lung Cancer)
लंग कैंसर का निदान डॉक्टर के लिए मुश्किल हो सकता है। इसके निदान के लिए डॉक्टर चेस्ट एक्स-रे (Chest X-Ray) करा सकते हैं। अगर किसी व्यक्ति में लंग कैंसर का निदान हो जाता है, तो डॉक्टर अन्य टेस्ट कराने के लिए कह सकते हैं ताकि पता चल सके कि यह कैंसर कितना फैल चुका है। इस स्थिति में बायोप्सी (Biopsy) कराई जा सकती है जिसमे पीड़ित व्यक्ति के प्रभावित क्षेत्र से छोटे टिश्यू का सैंपल ले कर उसकी जांच की जाती है। इसमें डॉक्टर नाक या मुंह के माध्यम से लंग्स में एक छोटी ट्यूब डाली जाती हैं और सैंपल लिया जाता है। इन टेस्ट्स का रिजल्ट लंग कैंसर के प्रकार, प्रायमरी ट्यूमर की लोकेशन या बीमारी की स्टेज के बारे में जानकारी देता है।
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लंग कैंसर का उपचार (Treatment of Lung Cancer)
डॉक्टर इस जानकारी का उपयोग करने के साथ-साथ व्यक्ति के पूरे स्वास्थ्य आदि को ध्यान में रखकर उसके लिए उपचार निर्धारित करते हैं। इस ट्रीटमेंट का उद्देश्य इन लक्षणों का उपचार करना, उन्हें कंट्रोल करना और उनसे छुटकारा पाना होता है। उपचार के यह विकल्प बेसिक सर्जिकल प्रोसीजर से लेकर कीमोथेरेपी और रेडियोथेरेपी भी हो सकती है। यह उपचार लंग कैंसर की गंभीरता पर निर्भर करते हैं।
अमेरिकन लंग एसोसिएशन (American Lung Association) के मुताबिक अगर लंग कैंसर से पीड़ित लोगों में इसके फैलने से पहले ही इस बीमारी का निदान हो जाता है तो इसका उपचार संभव है। लंग कैंसर को शुरुआती स्टेज में पहचानने से इसे सर्जिकल तरीके से रिमूव किया जा सकता ताकि यह ट्यूमर न फैले। इससे व्यक्ति के ठीक होने की संभावना बढ़ जाती है। इम्युनिटी के कमजोर होने के कारण लंग कैंसर से पीड़ित व्यक्ति को निमोनिया होने की संभावना अधिक रहती है।
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यह तो थी निमोनिया और लंग कैंसर (Pneumonia and Lung Cancer) के बारे में पूरी जानकारी। वहीं निमोनिया के अधिकतर मामले गंभीर नहीं होते। लेकिन, इससे रिकवर होने में व्यक्ति को लंबा समय लग सकता है। बिना उपचार के, दिल और दिमाग जैसे महत्वपूर्ण अंगों को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलती है। इससे बेचैनी, कोमा, हार्ट फेलियर या मृत्यु भी हो सकती है। लंग कैंसर बिना उपचार के निमोनिया से भी बदतर हो सकता है। दोनों ही स्थितियों में अपनी सेहत का ध्यान रखना और सही उपचार बेहद जरूरी है। इनमें पर्याप्त आराम करें, हेल्दी डायट लें और व्यायाम करें। इनसे भी आपको कई स्वास्थ्य लाभ होंगे, खासतौर पर अगर आप कैंसर जैसी भयानक बीमारी से पीड़ित हों।