बुजुर्गों में डायबिटीज: कैसा हो डायबिटीज बुजुर्गों का डायट प्लान (Diet plan for Older Diabetic patients)
जिन बुजुर्गों को डायबिटीज की समस्या होती है उन्हें अपनी डायट पर खास ध्यान देने की जरूरत होती है। इस उम्र में पाचन शक्ति भी कमजोर हो जाती है इसलिए बहुत खानपान में बहुत सावधानी बरतने की ज़रूर है। इन्हें तला, मसालेदार भोजन, ज्यादा मिर्च, नमकीन, चिप्स आदि से पूरी तरह परहेज करने की जरूरत हैं और इन चीजों को डायट में शामिल करें-
- कैल्शियम से भरपूर चीजें जैसे टोंड मिल्क और हरी पत्तेदार सब्जियां खाएं
- आयरन, जिंक, विटामिन ए और एंटीऑक्सीडेंट्स युक्त आहार को डायट में शामिल करें
- दाल, ताजे फल और सब्जियों को भी आहार में शामिल करना जरूरी है
इसके साथ ही उन्हें फिजिकली एक्टिव रहना भी बहुत जरूरी है। इस उम्र में हैवी एक्सरसाइज तो नहीं कर सकतें लेकिन रोजाना वॉकिंग और योग तो कर ही सकते हैं।
टाइप-2 डायबिटीज को डायट और लाइफस्टाइल बदलाव के जरिए कंट्रोल किया जा सकता है। खासतौर पर बुजर्गों को अपनी डायट का बहुत ध्यान रखना होता है। डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए आपको पता होना चाहिए कि डायट में किन चीजों की मात्रा कम रखनी है और क्या खाना है।
कार्बोहाइड्रेट- आपका शरीर कार्बोहाइड्रेट को ग्लुकोज में बदलकर ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा देता है। इसलिए लो कार्बोहाइड्रेट वाले फूड खाएं। व्यक्ति अपनी शीरीरिक गतिविधि के हिसाब से प्रतिदिन 135 ग्राम तक कार्बोहाइड्रेट का सेवन कर सकता है। इवनिंग स्नैक्स में लो फैट फ्रूट योगर्ट और ¼ कप बादाम का सेवन करने पर कार्बोहाइड्रेट की मात्रा सीमित रख सकते हैं।
फैट- कुछ लोगों को लगता है कि खाने से फैट को पूरी तरह से हटा देना चाहिए, लेकिन यह सही नहीं है। विशेषज्ञों के मुताबिक, डायट से हेल्दी फैट को हटाना सही नहीं है। एवाकाडो, नट्स और ऑलिव में पाया जाने वाला फैट सेहत के लिए अच्छा होता है जबकि ट्रांस और सैचुरेटेड फैट को डायट से हटा दें।
बुजुर्गों में डायबिटीज: ड्रिंक्स
मीठे पेय, जूस, मीठी चाय, लेमोनड और बहुत अधिक दूध का सेवन नहीं करना चाहिए। एल्कोहल का सेवन भी नहीं करना चाहिए, पैक्ड, प्रोसेस्ड फूड के सेवन से भी परहेज करना चाहिए।
बुजुर्गों में डायबिटीज: डायट में शामिल करें ये चीज़ें
टाइप-2 डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए डायट में इन चीजों को शामिल करें।
लीन प्रोटीन- लो फैट डेयरी, स्किनलेस फिश और पोल्ट्री।
गुड कार्बोहाइड्रेट- होल ग्रेन फूड, दाल, बींस, मटर और स्वीट पोटैटो।
फाइबर- फलियां, ओटमील, सब्ज़ियां और साबूत अनाज।
गुड फैट- एवाकाडो, नट्स/नट बटर, ऑलिव, बटर और कनोला ऑयल।
फल और सब्ज़ियां- हरी सब्ज़ियां जैसे ब्रोकोली, पालक, हरी पत्तेदार सब्ज़ियां, टमाटर, अंगूर, एप्पल, संतरा और चेरी जैसी फल और सब्ज़ियों को डायट में शामिल करें।
बुजुर्गों में डायबिटीज: टाइप-2 डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए लाइफस्टाइल में बदलाव
जीवनशैली में बदलाव करके टाइप 2 डायबिटीज को नियंत्रित किया जा सकता है।
बुजुर्गों में डायबिटीज:
एक्सराइज- डायबिटीज को नियंत्रित करने के लिए फिजिकली एक्टिव रहना बहुत जरूरी है। यदि आप एक्टिव नहीं है तो आपको अभी से रोज़ाना कम से कम 30 मिनट की कसरत जरूर करनी चाहिए। जितना ज्यादा पसीना आएगा उतना ही आपके लिए अच्छा है। एक्टिव लाइफस्टाइल से डायबिटीज कंट्रोल होने के साथ ही दिल की बीमारी और वजन कम करने में भी मदद मिलती है।
बुजुर्गों में डायबिटीज:
शुगर लेवल चेक करें- साल में कम से कम दो बार ब्लड शुगर लेवल, कोलेस्ट्रॉल, ब्लड प्रेशर चेक करवाएं। साल में एक बार कंप्लीट आई चेकअप भी जरूर है।
बुजुर्गों में डायबिटीज:
तनाव कम करना- तनाव भी डायटिबीज के खतरे को बढ़ा देता है, इसलिए तनाव कम करने की कोशिश करें। इसके लिए योगा, मेडिटेशन के साथ ही अपनी पसंद का कोई काम करें।
बुजुर्गों में डायबिटीज:
सिगरेट शराब से परहेज- शराब और सिगरेट से दूरी बनाकर आप अपने ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल कर सकते हैं।
बुजुर्गो को, खासतौर पर लोग, जो डायबिटीज के शिकार है, जन्हें इन बातों का खास ध्यान रखना चाहिए। गलत-खान पान उनके स्वास्थ्य को और बिगाड़ सकती है। अगर आप घर मे भी कोई बुजुर्ग डायबिटीज पेशेंट है, तो उनकी देखभाल में इन बातों को अनदेखा न करें।
किसी भी बीमारी से लड़ना आसान होता है अगर आपकी विल पवार स्ट्रॉन्ग हो। नीचे दिए इस वीडियो लिंक में मिलिए मिसेज पुष्पा तिवारी रहेजा से। मिसेज रहेजा ने कभी न ठीक होने वाली बीमारियों की लिस्ट में शामिल डायबिटीज को मात दी है।