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मर्म पॉइंट्स थेरिपी या मर्म पॉइंट मसाज कैसे की जाती है? (Process of Marma Point therapy)
मर्म पॉइंट्स (Marma Points) की लोकेशन के बारे में जानकारी होने पर आप उनका उपयोग कर सकते हैं। इन पॉइंट्स पर हल्के हाथ से मसाज करके आप उन्हें स्टिम्यूलेट कर सकते हैं। हालांकि इन बिंदुओं को दबाने की अलग-अगल विधि है। हर एक बिंदु को दबाने के लिए अगल उंगली का उपयोग किया जाता है। .8 सेकंड की गति से इन बिंदुओं पर दबाव डाला जाता है, और ऐसा करीब 15-17 बार किया जाता है। जिसका असर लगभग 5 घंटे तक रहता है। असर कम होने पर दोबारा यह तकनीक अपनाई जाती है। एक बार इसका अच्छा ज्ञान होने के बाद या किसी प्रशिक्षित से इस थेरिपी को सीखने के बाद घर पर इसका अभ्यास किया जा सकता है।
- इसमें उंगली से मर्म पॉइंट्स पर पांच मिनट तक मसाज किया जाता है या इसको दबाया जाता है।
- पॉइंट पर सर्कुलर मोशन में मसाज किया जाता है।
- मसाज के लिए हर्बल या एसेंशियल ऑयल का उपयोग किया जाता है।
इसके लिए मर्म पॉइंट्स की सही जानकारी होना जरूरी है। जानते हैं कुछ मर्म पॉइंट्स के बारे में।
तलहृदय पॉइंट
इस पॉइंट को हाथ का दिल कहा जाता है। यह पॉइंट हथेली के बीच में पाया जाता है। यह पॉइंट हार्ट चक्र से जुड़ा होता है। पूरी बॉडी में सर्क्युलेशन को प्रोत्साहित करने में यह महत्वपूर्ण बिंदु माना जाता है। इसका संबंध फेफड़ों और रेस्पिरेटरी हेल्थ (Respiratory Health) से भी है। इस पॉइंट पर पांच मिनट के लिए सर्क्युलर मोशन में मसाज करें। इसके लिए एसेंशियल ऑयल जैसे कि यूकेलिप्टस का उपयोग किया जा सकता है। यह ब्लॉक साइनस (Sinus) से राहत देने के साथ ही हाथ को ऊर्जा प्रदान करता है।
इंद्रबसती
यह पॉइंट पिंडलियों के मसल्स के सेंटर में होता है। आयुर्वेद के अनुसार यह पॉइंट हमारे डायजेस्टिव सिस्टम (Digestive System) और स्माल इंटेस्टाइन (Small Intestine) की गतिविधयों को कंट्रोल करता है। इस पॉइंट पर 5 मिनट तक स्ट्रॉन्ग मसाज करने से डायजेस्टिव फायर (Digestive Fire) में वृद्धि होती है। जिससे डायजेशन में सुधार होता है। अगर मसाज के लिए सौंफ, अदरक, दालचीनी और काली मिर्च वाले एसेंशिएल ऑयल का उपयोग किया जाए तो रिजल्ट और बेहतर आता है।