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इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम (Irritable bowel syndrome) का इलाज
डायजेस्टिव हेल्थ के लिए इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम खतरनाक है। इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम की बीमारी को ठीक करने के लिए डॉक्टर पेशेंट का तनाव कम करने की कोशिश करते हैं, क्योंकि इस बीमारी का मुख्य कारण यही होता है। साथ ही डॉक्टर तनाव कम करने के लिए दवाओं के सेवन की सलाह भी देते हैं। पेशेंट को कैफीन युक्त ड्रिंक्स, प्रोसेस्ड फूड न खाने की सलाह दी जाती है। साथ ही खाने को एक साथ के बजाय कम मात्रा में खाने की सलाह दी जाती है।
गैस्ट्रोएंटेराइटिस का इलाज (Treatment of Gastroenteritis)
गैस्ट्रोएंटेराइटिस का इलाज के लिए डॉक्टर पेशेंट को दवाओं के सेवन के साथ ही तरल पदार्थों के अधिक सेवन की सलाह देते हैं। साथ ही खाने में एल्कोहॉल और अधिक फैट वाले फूड्स को न लेने की सलाह दी जाती है। अगर आराम करने के साथ ही पेशेंट डॉक्टर की सलाह मानता है, तो बीमारी से राहत पाई जा सकती है।
बवासीर का इलाज (Hemorrhoids) का इलाज
बवासीर का ट्रीटमेंट करने के लिए डॉक्टर ओवर-द-काउंटर क्रीम के साथ ही कुछ दवाओं के सेवन की सलाह भी देते हैं। अगर पाइल्स दवाओं के सेवन से नहीं ठीक हो रहा है, तो हेमोराहाइडेक्टोमी प्रोसेस को भी अपनाया जा सकता है। बवासीर की समस्या से निपटने के लिए फाइबर सप्लिमेंट दे सकते हैं। खानपान में बदलाव बवासीर से छुटकारा पाया जा सकता है।
गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (GERD) का इलाज
गर्ड की समस्या से निपटने के लिए डॉक्टर एंटाएसिड्स (Antacids), प्रोटोन पंप इन्हीबेटर्स (Proton Pump Inhibitors) या एच2 रेसेप्टर ब्लॉकर्स (H2 receptor blockers) आदि ओवर द काउंटर दवा लेने की सलाह दे सकते हैं। डॉक्टर लाइफस्टाइल में बदलाव के साथ ही खानपान संबंधी सलाह भी दे सकते हैं। आपको खाने में कैफीन ड्रिंक्स को कम करने के साथ ही सोने के तुरंत बाद सोने से परहेज करना चाहिए।
गॉलस्टोन्स (Gallstones) का ट्रीटमेंट
गॉलस्टोन का ट्रीटमेंट करने के लिए डॉक्टर मेडिकेशन की हेल्प से स्टोन को हटाने की कोशिश करते हैं। स्टोन को गलाने के लिए कुछ महीनों से लेकर सालभर तक दवाओं का सेवन किया जाता है। अगर समय से पहले ट्रीटमेंट बंद कर दिया जाए, तो इसके दोबारा होने के चांसेज बढ़ जाते हैं। अगर स्टोन की संख्या अधिक होती है, तो डॉक्टर गॉलब्लैडर को हटाने के लिए सर्जरी करते हैं। डायजेस्टिव हेल्थ को बेहतर बनाने के लिए आपको बीमारी के लक्षण दिखने पर तुरंत ट्रीटमेंट कराना चाहिए।
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इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज (Inflammatory bowel disease) का इलाज
इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज का ट्रीटमेंट करने के लिए डॉक्टर एंटी-इंफ्लेमटरी ड्रग्स का सेवन करने की सलाह देते हैं। इससे सूजन की समस्या में राहत मिलती है। साथ ही डॉक्टर इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज की गंभीर स्थिति को संभालने के लिए कॉर्टिकोस्टेरॉइड मेडिसिंस की सलाह भी दे सकते हैं। साथ ही एंटीडायरियल ड्रग्स, एंटीबायोटिक्स आदि भी डॉक्टर लिख सकते हैं। आपको बिना डॉक्टर की सलाह के दवाओं का सेवन नहीं करना चाहिए।
स्टमक फ्लू (Stomach Flu) का ट्रीटमेंट
स्टमक फ्लू से निपटने के लिए डॉक्टर आपको एंटीवायरल दवाओं का सेवन करने की सलाह देते हैं और साथ ही अधिक मात्रा में तरल पदार्थों को लेने के लिए भी कहेंगे। ओवर द काउंटर दवा पिडिअलाइट (Pedialyte) भी ली जा सकती है। आपको खाने में तली चीजों को इग्नोर करना होगा। साथ ही कैफीन युक्त पेय पदार्थ और एल्कोहॉल भी न लें।
कब्ज (Constipation) का इलाज
कब्ज की समस्या से निपटने के लिए डॉक्टर मल को ढीला करने की दवाएं ल्यूबिप्रोस्टोन, प्लेकेनाटाइड आदि का सेवन करने की सलाह देते हैं। साथ ही फाइबर सप्लिमेंट्स लेने से भी समस्या में राहत मिलती है। डायट में परिवर्तन के साथ ही रोजाना एक्सरसाइज भी इस बीमारी को दूर भगाने में मदद करती है। खाने में पपीता, अलसी के बीज, अनाज का सेवन, पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन भी बहुत जरूरी है।
पेट में अल्सर का इलाज
अगर पेट में अल्सर एच.पाइलोरी के कारण हुआ है, तो डॉक्टर एंटीबायोटिक्स दवाइयों का सेवन करने की सलाह देंगे। साथ ही एसिड ब्लॉकर्स के माध्यम से पेट में एसिड की मात्रा को नियंत्रित रखने के लिए दिया जाता है। अल्सर के कारण अगर पेट में ब्लीडिंग हो रही है, तो डॉक्टर सर्जरी भी कर सकते हैं। इस बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से राय लें।
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डायजेस्टिव हेल्थ को बेहतर बनाने के लिए डायट (Diet for digestive health)
खाने में पौष्टिक आहार शामिल करने के साथ ही आपको फाइबर युक्त भोजन का सेवन करना चाहिए। आपको खाने के साथ ही रोजाना सात से आठ ग्लास पानी पीना चाहिए। अपनी डायट में प्रोबायोटिक्स चीजों को शामिल करें। आपको खाने में दही का सेवन, फलों का सेवन, हरी सब्जियों का सेवन, चिया सीड्स, व्होल ग्रेन, सौंफ, फाइबर युक्त आहार, पपीता आदि का सेवन करना चाहिए। आपको खाने में प्रोसेस्ड फूड, अधिक मात्रा में कैफीन नहीं लेनी चाहिए। बीट्स, जिंजर, ओमेगा-
3 फैटी एसिड् फूड्स जैसे कि सेलमोन (Salmon), पिपरमेंट आदि का सेवन करना चाहिए। इस बारे में अधिक जानकारी के लिए आप डायट एक्सपर्ट से भी बात कर सकती हैं।
डायजेस्टिव हेल्थ को दुरस्त बनाने के लिए इन बातों का रखें ध्यान
- रोजाना आठ घंटे की नींद जरूर लें।
- ऐसे फूड्स को अवायड करें, जो एसिडिटी की समस्या पैदा करते हो।
- अगर आपको गैस की समस्या रहती है, तो डॉक्टर से जानकारी ले कि आपको खाने में किन चीजों से परहेज करना चाहिए।
- खाने में प्रोसेस्ड मीट को अवायड करें। खाने में अधिक नमक और शुगर न शामिल करें।
- खाने को अच्छे से पका कर खाएं, ताकि बैक्टीरिया या जर्म्स शरीर में प्रवेश न कर पाएं।
- खाने में कैल्शियम रिच फूड्स को जरूर शामिल करें। साथ ही विटामिन डी का सेवन भी करें।
- रोजाना 30 मिनट की एक्सरसाइज जरूर करें।
पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए आपको सही खानपान के साथ ही जीवनशैली में सुधार की जरूरत है। आपको अगर डायजेस्टिव हेल्थ से संबंधित कोई समस्या महसूस हो, तो तुंरत डॉक्टर से संपर्क करें। आप स्वास्थ्य संबंधी अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है, तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं और अन्य लोगों के साथ साझा कर सकते हैं।