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प्रोबायोटिक खाद्य पदार्थ और पेय
अगर आपको गैस्ट्राइटिस है तो प्रोबायोटिक जैसे दही, दूध और कई पौधे आदि कई तरह से इस समस्या से राहत दिलाने में मदद करते हैं। यह गैस्ट्राइटिस की समस्याओं को दूर करते हैं और इम्युनिटी को बढ़ाने में सहायक हैं।

लीन प्रोटीन फूड
गैस्ट्राइटिस डायट(Gastritis Diet) में आगे है प्रोटीन युक्त आहार। प्रोटीन उस नुकसान को भरने में मदद करता है, जो गैस्ट्राइटिस के कारण स्टमक लाइनिंग में होती है। हालांकि, सभी प्रोटीन एक समान नहीं होते। गैस्ट्राइटिस से पीड़ित होने पर लीन प्रोटीन चुनना महत्वपूर्ण है। क्योंकि, एनिमल प्रोडक्टस में मौजूद वसा केवल स्थिति को बदतर बना सकता है। लीन प्रोटीन के अच्छे स्रोतों में चिकन, अंडे की सफेदी,और बीन्स आदि शामिल हैं।
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एंटीबैक्टीरियल और फ्लेवोनोइड युक्त खाद्य पदार्थ
पाइलॉरी एक तरह का बैक्टीरिया है और इससे लड़ने के लिए आपको ऐसा कुछ चाहिए जो एंटीबैक्टीरियल हो। फ्लेवोनोइड को अपने एंटीबैक्टीरियल गुणों के लिए जाना जाता है और यह हेलिकोबैक्टर पाइलोरी सहित कई प्रकार के जीवाणुओं के विकास को रोकता है। लहसुन, प्याज, क्रैनबेरी, और अजवाइन सभी फ्लेवोनोइड के अच्छे स्रोत हैं। इसके साथ ही एंटीबैक्टीरियल चीजों जैसे शहद, अदरक, और हल्दी आदि में भी एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। इन्हें भी अपनी डायट में अवश्य शामिल करें।
सब्जियां
चीनी और एसिड के उच्च स्तर और फाइबर न होने के कारण फलों के रस को गैस्ट्राइटिस वाले लोगों को लेने की सलाह नहीं दी जाती। लेकिन, गैस्ट्राइटिस में कुछ सब्जियों के रस को लिया जा सकता है। उदाहरण के लिए, आलू के रस में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं और यह पेट दर्द से राहत दिलाता है। कद्दू का रस, पोषक तत्वों से भरपूर होने के अलावा, गैस्ट्रिक एसिडिटी को कम कर सकता है, जिससे स्टमक लाइनिंग तेजी से ठीक हो जाती है। सब्जियों को आप अपनी गैस्ट्राइटिस डायट(Gastritis Diet) का हिस्सा अवश्य बनाएं।
गैस्ट्राइटिस में क्या न खाएं(what to not eat in Gastritis)
अपनी गैस्ट्राइटिस डायट(Gastritis Diet) में कुछ ऐसी चीजों को जगह न दें ,जो अपनी इस समस्या को बदतर बना दें। जानिए, ऐसे खाद्य पदार्थों के बारे में जिन्हें आपको इस स्थिति में नहीं खाना चाहिए:
एसिडिक फूड्स और ड्रिंक्स
जब बात उन फूड और ड्रिंक्स की आती है जो शरीर में एसिडिटी की समस्या को बढ़ाते हैं। तो ऐसे कई खाद्य पदार्थ मौजूद हैं, जिन्हे सेवन से यह समस्या बदतर हो सकती है। यह सभी को पता है कि कोला और अधिक चीनी युक्त ड्रिंक हमारे लिए बुरे हैं और एसिडिटी बढ़ा सकते हैं। लेकिन, खट्टे फल और जूस भी एसिडिक हो सकते हैं। कई बार ऐसे खाद्य पदार्थ भी स्टमक लाइनिंग के लिए परेशानी का कारण बन सकता है जिनके बारे में हमने सोचा भी नहीं होता। कॉफी, अनाज के साथ ही एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर टमाटर को भी एसिडिक माना जाता है और इनके सेवन से स्थिति गैस्ट्राइटिस की समस्या बढ़ सकती है। इसलिए ,अगर आप इस समस्या से पीड़ित हैं तो पहले अच्छे से जान लें कि कौन से आहार आपको और अधिक नुकसान पहुंचा सकते हैं।
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तला हुआ और वसा युक्त आहार
तले हुए और वसा युक्त आहार में कोलेस्ट्रॉल अधिक मात्रा में होता है, जो गैस्ट्राइटिस का कारण बन सकते हैं। यदि आप गैस्ट्रिटिस से पीड़ित हैं, तो इन खाद्य पदार्थों को न खाना ही आपके लिए अच्छा है। ताकि आपकी स्थिति और भी खराब न हो जाए। ऐसे ही प्रोसेस्ड और फास्ट फूड को भी गैस्ट्राइटिस डायट(Gastritis Diet) में शामिल नहीं करना चाहिए। क्योंकि इनमे मौजूद प्रेज़रवेटिव, आर्टिफिशियल फ्लेवरिंग और अन्य चीजें गैस्ट्राइटिस बढ़ा सकती हैं और पेट में जलन पैदा कर सकती हैं। अधिक तला-भुना आहार आपकी अन्य समस्याओं को भी बढ़ा सकता है।

कार्बोनेटेड और अल्कोहलिक ड्रिंक्स
गैस्ट्रिटिस के दर्दनाक लक्षणों से राहत पाने के लिए कार्बोनेटेड ड्रिंक्स से बचने की सलाह दी जाती है। ऐसे कार्बोनेटेड ड्रिंक जैसे सोडा आदि में चीनी अधिक होती है और एसिडिक होने के कारण यह स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक है। अल्कोहल का सेवन भी गैस्ट्राइटिस की समस्या को बढ़ा सकता है। अगर आपको गैस्ट्राइटिस की समस्या है तो अल्कोहल को छोड़ना जरूरी है। अल्कोहल स्टमक लाइनिंग को नुकसान बना सकता है जिससे एसिड बढ़ता है और आपकी समस्या बदतर हो सकती है।
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