एचडीएल: 40 एमजी/डीएल से ज्यादा
20 या उससे ज्यादा उम्र की महिला में:
टोटल कोलेस्ट्रॉल: 125 से 200 एमजी/डीएल
नॉन एचडीएल: 130 एमजी/डीएल से कम
एलडीएल: 100 एमजी/डीएल से कम
एचडीएल: 50 एमजी/डीएल से ज्यादा
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हाय कोलेस्ट्रॉल के लक्षण
आमतौर पर हाय कोलेस्ट्रॉल के किसी तरह के कोई लक्षण नहीं नजर आते हैं। ज्यादातर मामलों में किसी एमेरजेंसी के आने पर इसका पता चलता है। उदाहरण के लिए, दिल का दौरा या स्ट्रोक उच्च कोलेस्ट्रॉल के कारण होने वाले नुकसान के परिणामस्वरूप हो सकता है।
ये परेशानियां आमतौर पर तब तक नहीं होती हैं जब तक कि उच्च कोलेस्ट्रॉल आपकी धमनियों में पट्टिका के गठन की ओर नहीं जाता है। पट्टिका धमनियों को संकीर्ण कर सकती हैं ताकि उनमें से बल्ड कम मात्रा में पास हो सके। पट्टिका का निर्माण आपके धमनी अस्तर को प्रभावित कर सकता है। इससे गंभीर जटिलताएं हो सकती हैं।
हाय कोलेस्ट्रॉल के बारे में जानने का एकमात्र तरीका ब्लड टेस्ट है। 20 साल की उम्र के होने के बाद अपने डॉक्टर से आपको कोलेस्ट्रॉल टेस्ट चैक करवाने के लिए कहें। इसके बाद अपने कोलेस्ट्रॉल को हर 4 से 6 साल में चैक कराएं। यदि आपके परिवार में हाय कोलेस्ट्रॉल का इतिहास है तो आपका डॉक्टर आपको हर कुछ समय में इसे चैक कराने की सलाह दे सकते हैं। निम्नलिखित जोखिम कारकों के नजर आने पर भी हाय कोलेस्ट्रॉल को नियमित रूप से चैक कराएं: