यदि आप कोई ऐसी दवा ले रहे हैं जिसकी वजह से एसिड रिफ्लेक्स या हार्ट बर्न की समस्या हो रही है तो इसके बारे में डॉक्टर को बताएं। वह आपको इसका विकल्प देगा। इस समस्या को दूर करने के लिए कुछ ओवर द काउंटर दवाओं का भी इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन बेहतर होगा कि आप एक बार डॉक्टर से सलाह ले लें। इसके साथ ही आप कुछ घरेलू उपायों को भी अपना सकते हैं।
और पढ़ें: एसिडिटी का आयुर्वेदिक इलाज क्या है? जानें क्या करें क्या नहीं
हार्ट बर्न और एसिड रिफ्लेक्स की समस्या के लिए कुछ घरेलू उपाय (Home remedies for Heartburn and Acid Reflux)
सौंफ (Fennel)
सौंफ को सेहत के लिए काफी हेल्दी माना गया है। इसमें आयरन, विटामिन बी, डायट्री मिनिरल्स, कैल्शियम, मैग्नीशियम आदि पोषक तत्व होते हैं, जो पेट दर्द और जलन को दूर करते हैं। पेट में दर्द, मरोड़ होने पर या फिर सीने में जलन हो तो सौंफ का शरबत पीना लाभदायक होगा। इस उपाय को आसानी से अपनाया जा सकता है।
कैमोमाइल (Chamomile)
कैमोमाइल काफी तेजी से गैस की समस्या को दूर करती है। यह कई तकलीफों को दूर करने वाली एक असरदार हर्ब है। पेट में मौजूद एसिड से छुटकारा पाने का बेस्ट विकल्प है कैमोमाइल। साथ ही यह पेट दर्द, मरोड़ को भी कम करती है। इससे बनी चाय पिएं। चाय बनाने के लिए एक कप पानी में एक छोटा चम्मच कैमोमाइल की सूखी पत्तियां डालें। इसे उबालें और दिन में दो से तीन बार पिएं। आपको एसिड रिफ्लक्स में आराम मिलेगा।
कुछ अन्य घरेलू उपाय आपको पाचन संबंधी इन समस्याओं से निपटने में मदद करेंगे।
- मुलेठी का सेवन फायदेमंद माना जाता है। जानकारों की माने तों पेट में हाइड्रोलिक एसिड (Hydraulic acid) की समस्या होने पर मुलेठी का सेवन करना चाहिए। इसके चूर्ण को एक गिलास पानी में मिलाकर पिएं। इसका डंठल भी चूस सकते हैं।
- मेथी (Fenugreek) को नैचुरल एंटी-एसिड माना जाता है, जो पेट में बनने वाले एसिड को जड़ खत्म करने में मदद कर सकता है। एसिड रिफ्लेक्स की समस्या होने पर भोजन में मेथी की मात्रा बढ़ा दें। आप मेथी के 10-15 दाने खाकर भी पानी पी सकते हैं।
- पपीता (Papaya) पेट के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। इसकी तासीर ठंडी होती है और इसमें कई पोषक तत्व जैसे विटामिन ए, सी, के और ई होता है। इसके अलावा आयरन (Iron), सेलेनियम (Selenium), फॉस्फोरस (Phosphorus), जिंक (zinc), मैग्नीशियम और कैल्शियम भी होता है। पपीता को आप कच्चा या पका खा सकते हैं यह पेट की समस्याओं को दूर करता है।
इस तरह आप एसिड रिफलेक्स और हार्ट बर्न की परेशानी से निपट सकते हैं। अगर घरेलू उपायों से राहत न मिले तो डॉक्टर से जरूर संपर्क करें। उम्मीद करते हैं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा और हार्ट बर्न और एसिड रिफलेक्स में अंतर से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।