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कहीं आप भी हार्ट बर्न और एसिड रिफलेक्स को एक समझने की गलती तो नहीं कर रहे?

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


Manjari Khare द्वारा लिखित · अपडेटेड 28/01/2022

    कहीं आप भी हार्ट बर्न और एसिड रिफलेक्स को एक समझने की गलती तो नहीं कर रहे?

    सीने में जलन और एसिडिटी (Acidity) की समस्या बहुत आम है। सीने में जलन को ही हार्ट बर्न (Heart Burn) कहा जाता है। दुनिया में लाखों लोग हर दिन इस परेशानी से जूझ रहे हैं। यह पाचन तंत्र से जुड़ी एक गंभीर समस्या है जिसे नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है। यह किसी गंभीर समस्या की ओर इशारा भी हो सकता है। इसलिए हार्ट बर्न होने पर इसकी अनदेखी न करें। कई बार हार्ट बर्न और एसिड रिफलेक्स को एक ही समझ लिया जाता है, जबकि ये दोनों अलग हैं। आइए, जानते हैं हार्ट बर्न और एसिड रिफलेक्स में क्या अंतर है?

    क्या है हार्ट बर्न और एसिड रिफलेक्स में अंतर? (Difference Between Heartburn and Acid Reflux)

    एसिड रिफलेक्स जब होता है जब पेट का एसिड दोबारा भोजन नलिका (इसोफेगस या फूड पाइप) में वापस जाकर कोशिकाओं को परेशान करता है। यह एक मेडिकल कंडिशन है जो कम से लेकर अति गंभीर हो सकता है। जबकि हार्ट बर्न (Heart burn) एसिड रिफलेक्स का लक्षण है, इसे हार्ट बर्न इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसोफेगस (Esophagus) हार्ट के एकदम पीछे होता है और यहीं जलन महसूस होती है। देखा जाए तो हार्ट बर्न शब्द लोगों को भ्रमित करता है, क्योंकि इस समस्या का हृदय से कुछ लेना-देना नहीं है। यह आपके पाचन तंत्र से जुड़ा है। खासतौर पर इसोफेगस (भोजन नलिका से)। हार्ट बर्न के कारण कई बार सीने में मध्यम से लेकर गंभीर दर्द होता है जिसे लोग गलती से हार्ट अटैक वाला दर्द समझ बैठते हैं।

    दरअसल, इसोफेगस (Esophagus) की लाइनिंग पेट की लाइनिंग से बहुत अधिक संवेदनशील है। इसलिए भोजन नलिका का एसिड सीने में जलन पैदा करता है। हार्ट बर्न आमतौर पर कुछ खाने के बाद होता है। ज्यादा झुकने या लेटने से स्थिति और बिगड़ सकती है। हार्ट बर्न (Heartburn) की समस्या से बचने के लिए आपको वजन कम करना होगा, स्मोकिंग से परहेज, फैटी फूड, एसिडिक और मसालेदार भोजन से परहेज करना होगा। हल्के और कभी-कभार होने वाले हार्ट बर्न के लिए एंटासिड (Antasid) जैसी दवा ली जा सकती है। यदि आप हफ्ते में कई बार एंटासिड लेते हैं तो डॉक्टर इस की जांच करेगा कि हार्ट बर्न कहीं गंभीर एसिड रिफलेक्स (Acid Reflux) का लक्षण तो नहीं है। आइए एसिड रिफलेक्स के बारे में विस्तार से जानते हैं। 

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    एसिड रिफलेक्स (Acid Reflux)

    लोअर इसोफेजियल स्फिंक्टर (Lower esophageal sphincter) नामक सर्कुल मसल इसोफेगस और पेट को जोड़ती है। पेट में भोजन जाने के बाद यह मसल्स इसोफेगस में कसाव के लिए जिम्मेदार होती है। यदि ये मसल्स कमजोर हो जाएं या भोजन नलिका में ठीक से कसाव न ला पाए तो  पेट से एसिड दोबारा इसोफेगस में पहुंच जाता है और इसी स्थिति को एसिड रिफलेक्स कहा जाता है। एसिड रिफलेक्स की वजह से हार्ट बर्न के साथ ही अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं जैसे :

    हार्ट बर्न और एसिड रिफलेक्स के लक्षणों में अंतर (Differences Between Heartburn and Acid Reflux symptoms)

    हार्ट बर्न और एसिड रिफलेक्स- Heart burn and acid reflux

    आइए, जानते हैं हार्न बर्न और एसिड रिफलेक्स के लक्षणों में कितना अंतर होता है।

    हार्ट बर्न एसिड रिफलेक्स का एक लक्षण है और इसमें सीने या उसके आसपास के हिस्से में जलन, दर्द और असहजता महसूस होती है। एसिड रिफलेक्स में हार्ट बर्न तो होता ही है साथ ही अन्य लक्षणों में शामिल है :

    • गले के अंदर एसिडिक टेस्ट आना
    • गले में खराश
    • पेट में दर्द या असहजता
    • पेट भरा होने का एहसास या मितली आना
    • ब्लोटिंग
    • गले में कसाव महसूस होना
    • आपको कुछ निगलने में परेशानी हो सकती है और ऐसा महसूस होगा कि गले में कुछ अटका हुआ है।
    • एसिड रिफलेक्स और हार्ट बर्न के कारण खाने के बाद या लेटने पर सीने में दर्द हो सकता है। ऐसी कोई समस्या होने पर डॉक्टर से संपर्क करें।
    • यदि आपको एसिड रिफलेक्स डायग्नोस होता है और यदि आपके लक्षण अचानक से और गंभीर हो जाते हैं तो तुरंत मेडिकल हेल्प लें। क्योंकि सीने में दर्द का कारण कई बार हार्ट अटैक भी हो सकता है।

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    हार्ट बर्न और एसिड रिफलेक्स के कारण (Causes of Heartburn and Acid Reflux)

    हार्ट बर्न और एसिड रिफलेक्स- Heart burn and acid reflux

    हार्ट बर्न और एसिड रिफलेक्स के आम कारणों में शामिल हैं :

    • शराब का सेवन
    • स्मोकिंग
    • मोटापा
    • गलत पोश्चर
    • कुछ दवाइयां जैसे (कैल्शियम चैनल ब्लॉकर्स (Calcium channel blockers), थियोफिलीन (Theophylline), नाइट्रेट्स (Nitrates), एंटीहिस्टेमाइंस (Antihistamines) आदि।
    • कुछ फूड्स (फैटी, फ्राइड, चॉकलेट, लहसुन और प्याज, कैफीन युक्त ड्रिंक्स, एसिडिक फूड्स जैसे खटे फल टमाटर आदि, मसालेदार खाना)
    • अधिक मात्रा में खाना
    • बहुत जल्दी-जल्दी खाना
    • सोने के तुंरत पहले खाना
    • प्रेग्नेंसी (Pregnancy)
    • डायबिटीज(diabetes)
    • पेट में एसिड का बढ़ना

    डॉक्टर कैसे डायग्नोस करता है कि आपको हार्ट बर्न है या एसिड रिफलेक्स?

    डॉक्टर आपके लक्षणों और अनुभवों के आधार पर पता लगाता है कि आपको हार्ट बर्न है या एसिड रिफलेक्स। आपको गैस्ट्रोएन्टेरोलॉजिस्ट (Gastroenterologist) के पास जाने की जरूरत है, जो गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल (जीआई) डिसऑर्डर का स्पेशलिस्ट होता है। डॉक्टर आपके भोजन नलिका, पेट और आंत के ऊपरी भाग का एक्स-रे करता है। अपर जी आई एंडोस्कोपी (Upper GI Endoscopy) में एक लचीले वायर में कैमरा लगाकर गले के अंदर डाला जाता है जिससे भोजन नलिका की स्थिति के बारे में पता चलता है। इस तरीके से गंभीर एसिड रिफलेक्स और अन्य स्वास्थ्य स्थितियों का भी पता लगाया जाता है।

    यदि आपके लक्षण एसिड रिफ्लेक्स के कारण नहीं है, तो डॉक्टर अन्य समस्याओं जैसे हार्ट अटैक (Heart Attack), अल्सर (Ulcer), फेफड़ों की समस्याओं,  भोजन नलिका समस्याओं और गैस्ट्राइटिस (Gastritis) का पता लगाने के लिए अन्य टेस्ट कर सकता है।

    हार्ट बर्न और एसिड रिफ्लेक्स का उपचार कैसे किया जाता है?

    हार्ट बर्न और एसिड रिफलेक्स में अंतर

    कुछ मामलों में लाइफस्टाइल और खानपान में बदलाव करके ही इन समस्याओं को दूर किया जा सकता है जैसे :

    • सोने से पहले नहीं खाना
    • खाने के तुरंत बाद ना सोना
    • एक साथ ज्यादा नहीं खाना। थोड़ा-थोड़ा करके दिन में कई बार खा सकते हैं
    • फैटी, मसालेदार, तले, खट्टे, चॉकलेट और एसिड वाले खाने से परहेज करें
    • शराब से दूरी बनाएं
    • स्मोकिंग न करें
    • वजन कम करने के लिए कसरत करें
    • बैठते, चलते समय पोश्चर सही रखें

    यदि आप कोई ऐसी दवा ले रहे हैं जिसकी वजह से एसिड रिफ्लेक्स या हार्ट बर्न की समस्या हो रही है तो इसके बारे में डॉक्टर को बताएं। वह आपको इसका विकल्प देगा। इस समस्या को दूर करने के लिए कुछ ओवर द काउंटर दवाओं का भी इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन बेहतर होगा कि आप एक बार डॉक्टर से सलाह ले लें। इसके साथ ही आप कुछ घरेलू उपायों को भी अपना सकते हैं। 

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    हार्ट बर्न और एसिड रिफ्लेक्स की समस्या के लिए कुछ घरेलू उपाय (Home remedies for Heartburn and Acid Reflux)

    सौंफ (Fennel)

    सौंफ को सेहत के लिए काफी हेल्दी माना गया है। इसमें आयरन, विटामिन बी, डायट्री मिनिरल्स, कैल्शियम, मैग्नीशियम आदि पोषक तत्व होते हैं, जो पेट दर्द और जलन को दूर करते हैं। पेट में दर्द,  मरोड़ होने पर या फिर सीने में जलन हो तो सौंफ का शरबत पीना लाभदायक होगा। इस उपाय को आसानी से अपनाया जा सकता है।  

     कैमोमाइल (Chamomile)

    कैमोमाइल काफी तेजी से गैस की समस्या को दूर करती है। यह कई तकलीफों को दूर करने वाली एक असरदार हर्ब है। पेट में मौजूद एसिड से छुटकारा पाने का बेस्ट विकल्प है कैमोमाइल। साथ ही यह पेट दर्द,  मरोड़ को भी कम करती है। इससे बनी चाय पिएं। चाय बनाने के लिए एक कप पानी में एक छोटा चम्मच कैमोमाइल की सूखी पत्तियां डालें। इसे उबालें और दिन में दो से तीन बार पिएं। आपको एसिड रिफ्लक्स में आराम मिलेगा।

    कुछ अन्य घरेलू उपाय आपको पाचन संबंधी इन समस्याओं से निपटने में मदद करेंगे।

    • मुलेठी का सेवन फायदेमंद माना जाता है। जानकारों की माने तों पेट में हाइड्रोलिक एसिड (Hydraulic acid) की समस्या होने पर मुलेठी का सेवन करना चाहिए। इसके चूर्ण को एक गिलास पानी में मिलाकर पिएं। इसका डंठल भी चूस सकते हैं।
    • मेथी (Fenugreek) को नैचुरल एंटी-एसिड माना जाता है, जो पेट में बनने वाले एसिड को जड़ खत्म करने में मदद कर सकता है। एसिड रिफ्लेक्स की समस्या होने पर भोजन में मेथी की मात्रा बढ़ा दें। आप मेथी के 10-15 दाने खाकर भी पानी पी सकते हैं।
    • पपीता (Papaya) पेट के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। इसकी तासीर ठंडी होती है और इसमें कई पोषक तत्व जैसे विटामिन ए, सी, के और ई होता है। इसके अलावा आयरन (Iron), सेलेनियम (Selenium), फॉस्फोरस (Phosphorus), जिंक (zinc), मैग्नीशियम और कैल्शियम भी होता है। पपीता को आप कच्चा या पका खा सकते हैं यह पेट की समस्याओं को दूर करता है।

    इस तरह आप एसिड रिफलेक्स और हार्ट बर्न की परेशानी से निपट सकते हैं। अगर घरेलू उपायों से राहत न मिले तो डॉक्टर से जरूर संपर्क करें। उम्मीद करते हैं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा और हार्ट बर्न और एसिड रिफलेक्स में अंतर  से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।

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