स्किन टोन होती है खराब (Skin tone problem)
स्मोकिंग का स्किन पर इफेक्ट इतना बुरा पड़ता है कि इसका सेवन करने वालों की स्किन टोन खराब हो जाती है। जो लंबे समय तक धूम्रपान करते हैं उनके स्किन को ऑक्सीजन और पोषक तत्व कम मिलते हैं। तो कुछ धूम्रपान करने वाले पीला दिखाई देते हैं, जबकि अन्य में असामान्य रंग विकसित होता है। यूनिवर्सिटी ऑफ मियामी मिलर स्कूल ऑफ मेडिसिन की डर्मेटोलॉजिस्ट जॉनिटी केरी के अनुसार युवा नॉन स्मोकर्स में उनके स्किन की रंगत नहीं बदलती। लेकिन जो स्मोकिंग करते हैं उनकी स्किन में बदलाव देखने को मिलता है।
जवां लोगों को बनाता है बूढ़ा(Anti Aging)
स्मोकिंग का स्किन पर इफेक्ट की बात करें तो यह लोगों को कम उम्र में ही बुजुर्ग बनाता है। स्मोकिंग करने वाले लोगों की स्किन, दांत, बाल सामान्य या फिर उनकी उम्र के लोगों की तुलना में वो ज्यादा बुजुर्ग दिखते हैं। वहीं यह फर्टिलिटी को प्रभावित करने के साथ हार्ट, लंग्स और हडि्डयों को कमजोर करता है।
उंगलियों-नाखून का रंग बदलने लगता है (Nail colors Problem)
उंगलियों के बीच में सिगरेट आपको भले ही अच्छा फील कराए लेकिन ज्यादा धूम्रपान करने वाले लोगों की उंगलियों का रंग और नाखून का रंग बदलने लगता है। लेकिन यह भी सही है कि यदि कोई स्मोकिंग करना बंद कर देता है तो उसके नाखूनों और उंगलियों की रंगत वापिस लौटने लगती है। स्मोकिंग का स्किन पर यह भी एक इफेक्ट है।
धूम्रपान करने वालों पर होने वाले अन्य इफेक्ट्स को भी जानें
सिगरेट की दुर्गंध (Cigarette)
धूम्रपान करने वालों की सांस, बाल, कपड़े, हाथ से बदबू आती है। वहीं यह नॉन स्मोकर्स के लिए यह हानिकारक हो सकता है। खासतौर पर यह छोटे बच्चों के लिए हानिकारक हो सकता है।
हेयर लॉस की होती है समस्या (Hair loss Problem)
जैसे-जैसे कोई भी महिला-पुरुष बुजुर्ग होता है ठीक उसी प्रकार उसके बाल पतले होने लगते हैं। लेकिन धूम्रपान करने वालों के बाल समय से पहले ही पतले होने लगते हैं। शोध से यह पता चला है कि जो लोग स्मोकिंग करते हैं उनके बाल जल्दी झड़ते हैं।
दांतों को नुकसान पहुंचाने के साथ गम संबंधी होती है परेशानी
स्मोकिंग का स्किन पर इफेक्ट तो हमने जान लिए वहीं यह दांतों को भी प्रभावित करता है। स्मोकिंग करने वाले लोगों के दांत पीले पड़ जाते हैं। दांतों की यह समस्या यहीं समाप्त नहीं होती है, जो लोग स्मोकिंग करते हैं उनमें गम यानि मसूड़ा संबंधी परेशानी भी विकसित होती है। जैसे मुंह से बदबू आना, ओरल हाईजीन से जुड़ी समस्याओं के साथ सामान्य लोगों की तुलना में वैसे लोगों के दांत गिरने की संभावना अधिक रहती है।
और पढ़ें : स्मोकिंग छोड़ने के लिए वेपिंग का सहारा लेने वाले हो जाएं सावधान!
स्मोकिंग बनता है मोतियाबंद का कारण (Cataract)
स्मोकिंग का स्किन पर इफेक्ट तो पड़ता ही है साथ ही इसके कारण मोतियाबिंद की बीमारी हो सकती है। शोध से पता चला है कि तंबाकू का आंखों पर विपरित असर पड़ता है। स्मोकिंग के कारण मोतियाबिंद होने की संभावना रहती है। वहीं आंखों से जुड़ी गंभीर बीमारी हो सकती है। कई मामलों में सर्जरी कर इसका इलाज किया जाता है।
हडि्डयों का कमजोर होना ( Bones Weakness)
यह तो हर कोई जानता है कि सिगरेट पीने से फेफड़े खराब होते हैं, लेकिन शोध कुछ और ही बताते हैं। उससे पता चलता है कि धूम्रपान करने से सबसे पहले हडि्डयां कमजोर होती हैं। यहां तक कि ऑस्टियोपोरोसिस होने की संभावना होती है, इस कंडीशन के कारण बोन फ्रैक्चर भी हो सकता है, खासतौर पर स्पाइन संबंधी इंज्यूरी हो सकती है। इसलिए जरूरी है कि यदि स्मोकिंग कोई करता है तो वो जल्द से जल्द इसे छोड़ दे।
हार्ट डिजीज का खतरा (Heart Disease Risk)
स्मोकिंग शरीर के सभी अंगों को प्रभावित कर सकता है। यहां तक कि यह हमारे हार्ट को भी प्रभावित करता है। धूम्रपान करने वाले लोगों के दिलों की आर्टरी पतली हो जाती है, इस कारण उससे ब्लड सर्कुलेशन सामान्य रूप से नहीं हो पाता। स्मोकिंग के कारण ब्लड प्रेशर की संभावना बढ़ती है। इसके कारण ब्लड क्लोटिंग होने की समस्या भी देखने को मिलती है। इन कारणों से व्यक्ति को हार्ट अटैक तक हो सकता है।
और पढ़ें : स्मोकिंग ही नहीं बल्कि प्रेग्नेंसी में कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स भी है खतरनाक
एथलेटिक एबिलिटी (athletic ability)g76 होती है कम
स्मोकिंग का स्किन पर इफेक्ट तो पड़ता ही है साथ ही धूम्रपान करने वाले लोगों की एथेलेटिक एबिलिटी कम होती है। हार्ट और लंग्स पर इफेक्ट पड़ने की वजह से वो सामान्य लोगों की तरह दौड़ नहीं पाते हैं। स्मोकर्स का हार्ट रेट तेजी से बढ़ता है, सांसें जल्दी फूलती हैं, एथलीट क्वालिटी खराब हो जाती है। यदि आपको स्पोर्ट्स पसंद है तो आपको स्मोकिंग छोड़ना चाहिए।