3.अपनों की मदद लें (Get help from your loved ones)
अपने परिवार, अपने दोस्तों से स्मोकिंग के बारे में चर्चा करें। इसका फायदा यह होगा की जब कभी आपकी इच्छाशक्ति कम पड़ने लगेगी तो यही लोग (आपके करीबी) आपको प्रोत्साहित करेंगे स्मोकिंग न करने के लिए। वैसे आजकल तो ऐसे कई ग्रुप भी बन गए हैं। जहां स्मोकिंग छोड़ने के इच्छुक अनेक लोग मिल जुलकर एक दूसरे की मदद करते हैं और अपना एक्सपीरियंस शेयर करते हैं। आप ऐसे ग्रुप का हिस्सा बन सकते हैं। अपने जैसे दूसरे लोगों को देखकर आपको और हौसला मिलेगा और आप स्मोकिंग की लत से निकल सकते हैं।
4.खुद के शरीर और दिमाग को राहत दें (Relieve your body and mind)
लोग स्मोकिंग क्यों करते है? क्योंकि इससे उन्हें आराम मिलता है और दूसरा आपका शरीर इसका आदि हो चुका होता है। कई लोग स्ट्रेस को कम करने के लिए भी स्मोकिंग करते हैं। तो अगर आप स्मोकिंग छोड़ रहे हैं तो आपको अपने शरीर को राहत देने के अन्य विकल्प सोचने होंगे। ताकि आप फिर से स्मोकिंग की तरफ न मुड़ें। इसके लिए बहुत सारे विकल्प मौजूद हैं जैसे कि व्यायाम करना, पसंदीदा संगीत सुनना, घूमना, मेडिटेशन करना इत्यादि। अपने आपको इन में व्यस्त रखने की कोशिश करें।
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5.अपना आहार बदलें (Change your diet)
कई अध्ययनों के अनुसार नॉनवेज या कुछ और अन्य फूड प्रोडक्ट्स ऐसे हैं जिसके बाद आपको स्मोकिंग की तलब लग सकती है। वहीं पनीर, फल और सब्जियां सिगरेट के स्वाद को खराब करते हैं। जिससे आपका स्मोकिंग की तरफ आकर्षण खत्म होने लगता है। इसलिए कोशिश करें कि जब आप स्मोकिंग छोड़ने का प्रयत्न कर रहे हैं तो इस दौरान ज्यादा से ज्यादा हरी सब्जियां और फल आपके आहार का हिस्सा हो या ऐसा आहार का ही सेवन करें। इससे आप स्मोकिंग की लत से जल्दी निकल सकते हैं।
6.स्मोकिंग की इच्छा कब होती है यह ध्यान रखें (Keep in mind when you want to smoke)
स्मोकिंग के आदी लोगों को समय-समय पर सिगरेट पीने की जरूरत पड़ती है जैसे- चाय या कॉफी पीने के दौरान, एल्कोहॉल के सेवन के दौरान या फिर अगर किसी परेशानी में होने के दौरान। इस बारे में जब एक प्राइवेट कंपनी में काम कर रहें और मुंबई में रहने वाले 25 साल के प्रियांश कुमार से हमने बात की तो उनका कहना था कि ‘मुझे भी स्मोकिंग की लत लग चुकी थी और कई बार मैं चाह कर भी सिगरेट नहीं छोड़ पा रहा था। ऐसे में मेरी पेशानी बढ़ती जा रही थी। मुझे याद है एक बार मैंने जब दो दिनों तक लगातार स्मोकिंग नहीं किया तो मुझे काफी परेशानी महूसस होने लगी और मैं बेचैनी होने की वजह से बीमार पड़ गया। हालांकि दोस्तों के समझाने पर मैंने छुपा कर सिगरेट पी ली। लेकिन, मुझे एहसास होने लगा था की मैं अब स्मोकिंग की लत से बाहर नहीं निकल सकता हूं। वैसे मेरी ये सोच गलत थी और मैंने धीरे-धीरे स्मोकिंग कम करना शुरू कर दिया। जब कभी भी मुझे ऐसा महूसस होता है की मुझे अब स्मोकिंग करनी है तो इस उस कुछ वक्त के लिए मैं अपने आपको किसी न किसी काम में व्यस्त कर लेता हूं और अब मैं काफी कम स्मोकिंग करता हूं। मुझे स्मोकिंग की लत से बाहर निकलने के लिए दो से तीन महीने का वक्त लगा। अब मुझे सिगरेट न पीने पर भी बेचैनी जैसी कोई भी परेशानी महसूस नहीं होती है।’