31 मई को वर्ल्ड नो-टोबेको डे का अवलोकन करते हुए, निकोटेक्स, जो निकोटीन रिप्लेसमेंट थेरिपी के प्रमाणित फॉर्मूले पर काम करता है, धूम्रपान करने वालों को इस हानिकारक आदत को छोड़ने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिज्ञा ली। कोविड-19 के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग को अपनाने के साथ-साथ तम्बाकू छोड़ने की सलाह भी दी। निकोटेक्स ने कर्नाटक के गतिशील प्रयासों के साथ सहयोग किया है ताकि फ्रंटलाइन श्रमिकों की रक्षा की जा सके, जो वर्तमान में फील्ड वर्क में लगे हुए हैं। 10,000 से अधिक स्वास्थ्य कर्मियों के लिए 40,000 से अधिक निकोटेक्स पैक को बांटने के साथ ही निकोटिन रिप्लेसमेंट थेरिपी देने की बात कही। WHO के अनुसार थेरेपी (NRT) धूम्रपान, गुटखा और अन्य तंबाकू प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल को छोड़ने में मददगार साबित होगी। इसके साथ ही स्मोकिंग की वजह से होने वाली चिंता, चिड़चिड़ापन और अन्य लक्षणों को भी कम करने में मदद मिलेगी। कोरोना वायरस संक्रमित रोगियों के साथ क्लोजली काम करने वाले हेल्थकेयर चैंपियंस की सुरक्षा के लिए यह एक अच्छा प्रयास साबित होगा।
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जरूरी है निकोटिन रिप्लेसमेंट थेरिपी
भारत सरकार के पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव, श्री ए आर नंदा ने कहा, “हर साल, 31 मई को, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और ग्लोबल पार्टनर्स वर्ल्ड नो टोबैको डे (डब्ल्यूएनटीडी) मनाते हैं। इस पर निकोटेक्स ने विभिन्न राज्यों के साथ भागीदारी की है और देश को, विशेष रूप से युवाओं को, किसी भी रूप में तम्बाकू के उपयोग के हानिकारक और घातक प्रभावों से मुक्त करने के लिए मिशन मोड पर काम कर रहा है। भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार राज्यों और NRT (निकोटिन रिप्लेसमेंट थेरिपी) द्वारा तम्बाकू समाप्ति कार्यक्रमों को व्यापक रूप से अपनाने की जरूरत है।”
टीम कर्नाटक (COVID से लड़ने के लिए मुख्यमंत्री द्वारा गठित विशेष समिति) ने कहा, “कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई में सिप्ला हेल्थ के समर्थन की सराहना करते हैं।” सिप्ला हेल्थ लिमिटेड के सीईओ, श्री शिवम पुरी ने कहा, “विशेष रूप से कोविड – 19 महामारी के दौरान धूम्रपान करने वाले अधिक जोखिम में हैं। ऐसे में कई राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ हमारा सहयोग धूम्रपान छोड़ने में मदद करने के लिए जनता तक पहुंचना है।
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निकोटिन रिप्लेसमेंट थेरिपी कैसे काम करती है?