5. जीभ के कड़वेपन का आसान इलाज नमक का पानी (Salted Water)
नमक के पानी से कुल्ला करना भी जीभ के छालों के पेन और सूजन को कम करने और जीभ का कड़वापन दूर करने काआसान तरीका है। एक कप गुनगुने पानी में एक छोटी चम्मच नमक डालें। इस पानी को अच्छी तरह मुंह के सभी हिस्सों में घुमाएं और फिर कुल्ला करें। अमेरिकन डेंटल एसोसिएशन के अनुसार साॅल्ट वाटर इन्फेक्शन के रिस्क को कम कर सकता है।
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6.सेज हर्ब (Sage Herb) से दूर करें जीभ का कड़वापन
सेज एक हर्बल रेमेडी है जो मुंह में होने वाली इंफ्लामेशन को कम कर सकती है। मुंह के छालों और जीभ के कड़वेपन से परेशान लोगों को सेज की पत्तियों को पानी में उबालना है और पानी के ठंडा होने के बाद उससे कुल्ला करना है। यह जीभ के कड़वेपन से राहत प्रदान करता है। हालांकि, इस पर अभी और रिसर्च होना बाकी है।
7.शहद (Honey) भी दूर कर सकती है जीभ का कड़वापन
शहद एक नैचुरल एंटी बैक्टीरियल है जो कि कई प्रकार के घावों को भरने में इफेक्टिव है। यह टंग सोरनेस या कहे कि जीभ के कड़वेपन को दूर करने में भी मददगार है। आप शहद को दिन में कई बार डायरेक्ट अफेक्टेड एरिया पर लगा सकते हैं या हनी टी पी सकते हैं।
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8.नारियल के तेल (Coconut oil) से दूर होगा जीभ का कड़वापन
नारियल का तेल इसकी एंटीफंगल, एंटी बैक्टीरियल और एंटीवायरल प्रॉपर्टीज के चलते घावों को हील कर सकता है। कॉटन बॉल की मदद से तेल को आप सीधे सोर एरिया पर लगा सकते हैं। आप चाहे तो बिना रूई की मदद के इसे सीधे हाथ से भी इसे पूरी जीभ पर लगा सकते हैं। ऐसा दिन में 4-5 बार करें। इसके अलावा नारियल तेल से आप कुल्ला भी कर सकते हैं। इसे ऑयल पुलिंग थेरेपी कहा जाता है।
9.कैमोमाइल (Chamomile)
कैमोमाइल अपनी एंटी इंफ्लामेट्री प्रॉपर्टीज के लिए जानी जाती है। हालांकि इस बारे में साइंटिफिक एविडेंस की कमी है। इस उपाय को यूज करने के लिए आप स्ट्रॉन्ग कैमोमाइल चाय से कुल्ला कर सकते हैं या फिर इसके टी बैग को सीधे जीभ पर रख सकते हैं।
10.बर्फ और ठंडा पानी (ice and cold water)
बर्फ में उस पार्ट को सुन्न करने की क्षमता होती है जहां पर इसका उपयोग किया जाता है। बेहद ठंडा पानी पीना और बर्फ के टुकड़े को चूसना जीभ के छाले में राहत प्रदान कर सकता है। मुंह सूखने से होने वाली सोरनेस या मुंह जलने के कारण होने वाली सोरनेस में इससे काफी आराम मिलता है। बर्फ के टुकड़े का उपयोग करते हुए इस बात का ध्यान रखें कि इसे दांत से चबाएं या काटे नहीं यह दांतों के एनामेल को डैमेज कर सकता है। इन आसान होम रेमेडीज की मदद से हम जीभ के कड़वेपन से बच सकते हैं, लेकिन अगर इतना सब करने के बाद भी राहत ना मिले तो डॉक्टर से राय लेना ही बेहतर होगा।
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डॉक्टर से कब संपर्क करना चाहिए?
अगर ऊपर बताए घरेलू उपाय अपनाने के बाद भी राहत नहीं मिल रही है और अगर आप जीभ में किसी प्रकार के बदलाव या जैसे कि रंग में बदलाव या सफेद पैचेस (PATCHES) जैसे बदलाव देखते हैं या जीभ के कड़वेपन की परेशानी दो हफ्ते से ज्यादा समय के लिए रहती है तो डॉक्टर या डेंटिस्ट से संपर्क करें। अगर आपको जीभ में कड़वेपन के साथ निम्न परेशानियां हो रहीं हैं तो तुरंत डॉक्टर से मिलें।