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पपीता का सेवन कितना सुरक्षित है?
प्रेग्नेंसी और स्तनपान के दौरान:
अगर आप गर्भवती हैं तो पपीते का सेवन करना असुरक्षित है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को मुंह के माध्यम से औषधि के रूप में पपीते का सेवन नहीं करना चाहिए। आपको बता दें कि ऐसे कुछ प्रमाण हैं कि पपीते में मौजूद पपायेन (papain) होने वाले बच्चों के लिए जहर के समान होता है और इस वजह से बच्चे को दिक्कत हो सकती है।
स्तनपान के दौरान पपीते के इस्तेमाल को लेकर अभी कोई ज्यादा जानकारी मौजूद नहीं है। इसलिए नार्मल मात्रा से ज्यादा इसका सेवन ना करें।
सर्जरी
सर्जरी शुरू होने से दो हफ्ते पहले ही आपको पपीते का सेवन बंद कर देना चाहिए। क्योंकि पपीता आपके ब्लड शुगर लेवल को कम कर सकता है और इस वजह से सर्जरी के बाद आपका ब्लड शुगर लेवल प्रभावित हो सकता है।
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पपीते के साइड इफेक्ट्स
पपीते से मुझे क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं?
आपको बता दें कि पपीते के सेवन से कुछ लोगों को एलर्जी हो सकती है। पपीते में मौजूद लैटेक्स (latex) से त्वचा में जलन हो सकती है।
अगर पपीते के जूस और इसके बीज को मुंह के माध्यम से लेते हैं तो संभवतः इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं होगा। इसके अलावा पपीते की पत्तियों की ज्यादा खुराक से पेट में उलझन भी हो सकती है।
हालांकि हर किसी को ये साइड इफेक्ट हों ऐसा जरुरी नहीं है। कुछ ऐसे भी साइड इफेक्ट हो सकते हैं जो ऊपर बताए नहीं गए हैं। अगर आपको इनमें से कोई भी साइड इफेक्ट महसूस हो या आप इनके बारे में और जानना चाहते हैं तो नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें।
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पपीते से जुड़े परस्पर प्रभाव/ पपीते से पड़ने वाले प्रभाव
पपीते के सेवन से किन किन चीजों पर प्रभाव पड़ सकता है?
पपीते के सेवन से आपकी बीमारी या आप जो वतर्मान में दवाइयां खा रहे हैं उनके असर पर प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए सेवन से पहले डॉक्टर से इस विषय पर बात करें।
पपीते के सेवन से इन दवाइयां और बीमारियों पर प्रभाव पड़ सकता है :
वारफैरिन (कोमाडीन)
वारफैरिन कोमाडीन ब्लड क्लॉटिंग को कम करता है। आपको बता दें कि पपीता वारफैरिन (Warfarin) कोमाडीन (Coumadin) के प्रभाव को बढ़ा देता है और इस वजह से ब्लीडिंग और चोट की संभावना बढ़ सकती है। इसलिए आप अपने ब्लड की रेगुलर जांच कराएं। आपको वारफैरिन (कोमाडीन) की खुराक बदलनी पड़ सकती है।