गले और कंधे में दर्द
गले और कंधे में दर्द इस बात का इशारा है कि आप तनाव में हैं। ऐसा होने पर मांसपेशियां सख्त हो जाती है और उनमें दर्द होता है।
परेशान और बेचैनी
यह दोनों भी तनाव और गैस्ट्राइटिस के लक्षण हैं। ऐसे में पीड़ित व्यक्ति का मूड एक जैसा नहीं रहता। वो बिना किसी कारण के निराश और उदास महसूस करता है।
नींद में समस्या
उदासी और परेशानी की तरह ही नींद में समस्या होना भी स्ट्रेस इंड्यूस्ड गैस्ट्राइटिस(Stress Induced Gastritis) का लक्षण हो सकता है।
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भोजन संबंधी विकार
भोजन संबंधी विकार भी स्ट्रेस इंड्यूस्ड गैस्ट्राइटिस(Stress Induced Gastritis) से जुड़े लक्षण हो सकते हैं। ऐसा होने पर व्यक्ति या तो बहुत अधिक खाता है या बिलकुल ही खाना बंद कर देता है।
स्ट्रेस इंड्यूस्ड गैस्ट्राइटिस का उपचार (Stress Induced Gastritis treatment)
स्ट्रेस इंड्यूस्ड गैस्ट्राइटिस के उपचार(Stress Induced Gastritis treatment) के लिए सबसे पहले डॉक्टर पीड़ित व्यक्ति से लक्षणों के बारे में जानेंगे। अधिकतर मामलों में घरेलू उपचार, अपनी डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव ला कर ही रोगी का उपचार हो सकता है। स्ट्रेस इंड्यूस्ड गैस्ट्राइटिस का उपचार(Stress Induced Gastritis treatment) किस तरह से होता है जानिए:
दवाइयां
- एंटासिड दवा का उपयोग स्ट्रेस इंड्यूस्ड गैस्ट्राइटिस(Stress Induced Gastritis) को कम करने के लिए किया जाता है।
- ऐसी दवा जो पेट में एसिडिटी का बनना कम करने में मदद करती हैं, जैसे ओमेप्राजोल(Omeprazole) या पैंटोप्राजोल(Pantoprazole) स्ट्रेस इंड्यूस्ड गैस्ट्राइटिस(Stress Induced Gastritis) के उपचार के लिए उचित है और इनका उपयोग डॉक्टर की सलाह के बाद ही किया जाना चाहिए।