बच्चों को न दें अलग फूड्स
घर में बच्चों और बड़ों का खाना अलग बनाया जाता है। बच्चे तीखा और स्पाइसी नहीं खा पाते हैं। अगर बच्चे सबके साथ खाने के लिए बैठते हैं, तो उनको पता चल जाता है कि वो अलग खाना खा रहे हैं और बाकी लोग अलग। कोशिश करें कि आप भी बच्चे के साथ वहीं खाएं, जो बच्चा खा रहा है। ऐसा करने से बच्चे का खाने में मन लगता है वरना बच्चा खाने से दूर भाग सकता है। आप चाहे तो खाने में बदलाव न करें। खाना पकने के बाद बच्चे के लिए खाना निकाल लें और बाद में उसमें मिर्च या अपने पसंदीदा मसालें मिला लें।
खाने में बदलाव है जरूरी (Introducing new foods )
अमेरिकन एकेडमी ऑफ फैमिली फिजिशियन की बात मानें, तो बच्चे की उम्र बढ़ने के साथ ही आप उसके आहार को बढ़ाएं। बच्चे अगर दो साल का है, तो आप उसे दो चम्मच मूंग की दाल दे सकते हैं। उम्र बढ़ने के साथ तीन और फिर चार। आप खाना बनाने के स्टाइल में बदलाव जरूर करें। हो सकता है कि बच्चे को चावल की बजाय इडली पसंद आए या फिर वो कॉर्न को फ्रूट्स के साथ खाना पसंद करें। आपको कुछ बदलाव करने पड़ेंगे, ताकि बच्चे का चाव खाने के प्रति बढ़ें।
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ज्यादा खाना न परोसें (Serve right-sized portions)
अक्सर देखा जाता है कि पेरेंट्स बच्चे को थाली में अधिक खाना परोस देते हैं। ये गलत है। बच्चे को खाना देते समय आपको कम मात्रा में खाना देना चाहिए। बच्चे नई रेसिपी या फूड को अपनाने में समय लगा सकते हैं। आप उसे थोड़ा खाना परसें और खाने के लिए प्रोत्साहित करें। बच्चे को खाने को दें और करीब 20 मिनट तक इंतजार करें। अगर बच्चा न खाएं, तो खाना हटा दें और उसके स्थान पर कोई भी अल्टरनेटिव फूड या स्नैक्स न दें।
डिश के साथ न करें समझौता (Don’t negotiate)
बच्चे को खाना परोसने के बाद ये कहना गलत हैं कि आप ये नहीं बल्कि दूसरी वाली डिश खा लों। आपको बच्चे की प्लेट में हेल्दी फूड परोसना चाहिए। आप उसे ही तय करने दीजिए कि वो क्या खाएगा। हो सकता है कि आपने उसे जो परोसा हो, वो अपनी मर्जी से सब कुछ खा लें।
सभी साथ में खाएं खाना (Have family meals together)
अगर आप बच्चे को फैमिली के साथ खाना नहीं परोसेंगी, तो उसे साथ में खाने की आदत बिल्कुल भी नहीं पड़ेगी। फैमिली के साथ खाने से बच्चे को समय पर खाना खत्म करने और प्लेट में परोसे गए खाने को खत्म करने की बात समझ आएगी। अगर बच्चा रोजाना अकेला खाएगा, तो उसे खाने से ज्यादा खेलने का मन करेगा, जो कि ठीक नहीं है।अक्सर बच्चे खाते समय पूरा मुंह भर लेते हैं और फिर खाना फंसने की समस्या हो जाती है। बच्चे को थोड़ा-थोड़ा खाना सिखाएं।
फ्रेंड्स को करें इनवाइट
अगर आपका बच्चा फ्रूट्स और वेजीटेबल्स को खाने में रुचि नहीं दिखा रहा है, तो आप उसके फ्रैंड्स को घर बुलाकर साथ ही उन्हें फल खाने के लिए दे सकती हैं। फैंड्स को फ्रूट्स खाते देख आपका बच्चा भी फल खाने लगेगा। आपको ऐसे अवसरों की तलाश करनी होगी।