चेहरे की खूबसूरती को मेंटेन रखना थोड़ा मुश्किल जरूर है, लेकिन नामुमकिन नहीं। अब देखिए ना प्रदूषण, सूर्य की हानिकारक किरणें और बढ़ती उम्र त्वचा को नुकसान पहुंचाने के लिए अपनी पूरी ड्यूटी निभाती है, तो हमें भी इनकी ड्यूटी पर ब्रेक जरूर लगाना चाहिए और अपनी त्वचा को जवां और आकर्षक बनाये रखना चाहिए। आज इस आर्टिकल में कानसा वाउन्ड फेस मसाज (Kansa wand face massage) के बारे में समझने की कोशिश करेंगे और कानसा वाउन्ड फेस मसाज के फायदे भी जानेंगे। लेकिन सबसे पहले फेस मसाज क्यों है जरूरी, यह समझेंगे।
फेस मसाज क्यों है जरूरी?
चेहरे की मसाज करना (Facial massage) त्वचा की देखभाल का सबसे इम्पोर्टेन्ट स्टेप माना जाता है। चेहरे की मसाज से एक नहीं बल्कि कई फायदे होते हैं। क्योंकि रेग्यूलर मसाज से त्वचा में कसाव और चमक दोनों ही आता है। फेस मसाज से डेड स्किन और ड्राय स्किन की समस्या भी दूर होती है। अगर आप अपनी डल स्किन से परेशान हैं, आप कानसा वाउन्ड फेस मसाज से अपनी त्वचा पर निखार ला सकती हैं।
कानसा वाउन्ड डोम (गुंबद) के आकार का फेस मसाज करने के लिए छोटा सा उपकरण है। कानसा वाउन्ड जिंक को मिलाकर तैयार की गई एक छोटी सी उपकरण है। दरअसल कानसा वन्द एक तरह का आयुर्वेदिक फेस मसाज प्रोसेस है।
कानसा वाउन्ड फेस मसाजर का टिप रोलिंग होता है, जो चेहरे को बेहतर ऑक्सिजन सप्लाई और ब्लड फ्लो को बेहतर बनाने में मदद करता है। इसके अन्य फायदे इस प्रकार हैं:
यह इस तरह से डिजाइन किया गया है, जिससे ब्लड सर्क्युलेशन बेहतर तरीके से होता है।
कांसा और टिन चेहरे से टॉक्सिन दूर करने में सहायक होते हैं।
कानसा वाउन्ड फेस मसाज से स्किन का pH लेवल भी बैलेंस रहता है।
इन फायदों के अलावा कई अन्य फायदे भी होते हैं आयुर्वेदिक कानसा वाउन्ड फेस मसाज के।
कानसा वाउन्ड फेस मसाज के बारे में क्या जानना है जरूरी?
अगर आप कानसा वाउन्ड से फेस मसाज करते हैं, तो चेहरे का रंग हल्का ग्रेनेस नजर आएगा। अगर आपने भी स्किन में ऐसे बदलाव देखें हैं, तो घबराएं नहीं। इसका अर्थ है कानसा वाउन्ड ठीक तरह से काम कर रहा है। चेहरे पर नजर आने वाले ग्रे कलर त्वचा को हेल्थी करने में सहायक होता है। कानसा वाउन्ड से मसाज करने के बाद चेहरे पर आये ग्रे कलर अपने आप धीरे-धीरे कुछ ही वक्त में चले जायेंगे।
कानसा वाउन्ड से जुड़ी दूसरी सबसे जरूरी बात ये है कि कानसा वाउन्ड जैसे दिखने वाले कई अन्य प्रोडक्ट भी आपको आसानी से मिल जायेंगे। इसलिए फेक प्रोडक्ट का इस्तेमाल ना करें। क्योंकि कानसा वाउन्ड प्योर होता है और इसके जैसे दिखने वाले अन्य प्रोडक्ट्स में लेड (lead) की मौजूदगी स्किन के लिए नुकसानदायक होता है। इसलिए अगर इसके इस्तेमाल से चेहरे के रंग में कुछ देर तक ग्रे कलर जैसे बदलाव नजर आये तो परेशान ना हों और फेक कानसा वाउन्ड प्रोडक्ट्स से दूरी बनायें।
कानसा वाउन्ड फेस मसाजर का इस्तेमाल करना बेहद आसान है। फेशियल सिरम चेहरे पर अप्लाई करें और फिर कानसा वाउन्ड से फेस मसाज करें। हालांकि सिर्फ यह ध्यान रखें कि आपके स्किन को किस तरह के सिरम नुकसान नहीं करते हैं। इसलिए अपने स्किन टाइप को ध्यान में रखकर सिरम चेहरे पर अप्लाई करें और फिर हल्के हाथों से कानसा वाउन्ड से मसाज करें। आप कभी-कभी बिना सिरम के भी कानसा वाउन्ड से चेहरे की मसाज कर सकते हैं।
कानसा वाउन्ड के साइड इफेक्ट्स क्या हैं?
कानसा वाउन्ड से स्किन को किसी भी तरह का नुकसान नहीं पहुंचता है। लेकिन अगर आपकी त्वचा किसी भी मेटल के संपर्क में आने से हार्म होती है, तो कानसा वाउन्ड के इस्तेमाल से पहले डर्मेटोलॉजिस्ट से कंसल्ट करें।
कानसा वाउन्ड फेस मसाजर के साथ-साथ चेहरे की रौनक बनाये रखने के लिए क्या करें?
चेहरे को मॉश्चराइज करने के लिए शहद सबसे अच्छा विकल्प माना जाता है। इससे ड्राय स्किन की परेशानी भी दूर हो सकती है।
कैसे करें इसका इस्तेमाल?
शहद को बेसन या मुल्तानी मिट्टी के साथ मिलाएं और इसका फेस पैक तैयार करें। अब चेहरे को ताजे पानी से पहले क्लीन करें और इस फेस पैक को चेहरे पर लगाएं। तकरीबन 20 से 25 मिनट के बाद जब यह सूख जाए, तो फेस को ताजे पानी से वॉश करें।
हल्दी में एंटीसेप्टिक और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो स्किन के लिए बेहद लाभकारी होते हैं और इसी कारण हल्दी को सीक्रेट्स भी कहा जाता है। स्किन पर आई टैन, मुंहासे या दाग-धब्बों को हल्दी से दूर किया जा सकता है।
कैसे करें इसका इस्तेमाल?
हल्दी को बेसन के साथ मिलाकर इसका उबटन तैयार किया जा सकता है। सप्ताह में या 15 दिनों में एक बार चेहरे को इससे क्लीन किया जा सकता है।
चेहरे के दाग-धब्बों को हटाने के लिए आलू का इस्तेमाल किया जाता है। इससे डार्क सर्कल को भी दूर किया जा सकता है। आलू के फेस पैक से चेहरे पर निखार आती है।
कैसे करें इसका इस्तेमाल?
आलू का रस निकालें अब इस रस में थोड़ा सा बेसन मिलाएं और चेहरे पर लगाएं। अगर आप डार्क सर्कल डरना करना चाहती हैं, तो आलू के जूस को कॉटन की मदद से आंखों पर नियमित एक बार लगाएं। इससे डार्क सर्कल धिरे-धीरे दूर होंगे।
चेहरे की रंग को निखारने के लिए टमाटर बेहद लाभकारी माना जाता है। इससे चेहरे पर आई टैन को दूर किया जा सकता है। दरअसल इसमें मौजूद विटामिन सी और पौटैशियम चेहरे के लिए रामबाण माना जाता है।
कैसे करें इसका इस्तेमाल?
आप टमाटर को स्लाइस कर लें या इसका पल्प निकाल लें। अब इससे चेहरे पर मसाज करें। सप्ताह में 2 बार इससे मसाज करें।
एलोवेरा जेल स्किन की ड्रायनेस को दूर करने का सबसे बेस्ट विकल्पों में से एक है।
कैसे करें इसका इस्तेमाल?
ताजे एलोवेरा जेल को स्किन पर या जहां आपको ज्यादा ड्रायनेस लगती है, वहां अप्लाई करें। अब से 10 से 15 मिनट तक इसे लगा रहने दें और उसके बाद ताजे पानी से चेहरा धो लें।
स्ट्रॉबेरी में पॉलीफेनोल और विटामिन होते हैं, जो त्वचा को सूर्य की हानिकारक किरणों से बचाने का काम करती हैं।
कैसे करें इसका इस्तेमाल?
स्ट्रॉबेरी का सबसे पहले पल्प तैयार करें और इस पल्प को चेहरे पर लगाएं और 10 से 15 मिनट के लिए लगा रहने दें। अब चेहरे को ताजे पानी से वॉश करें। आप सप्ताह में 1 से 2 स्ट्रॉबेरी फेस पैक का इस्तेमाल कर सकते हैं।
कानसा वाउन्ड फेस मसाज के साथ ऊपर बताये इन उपायों को अपनाकर स्किन को हेल्दी आसानी से रखा जा सकता है। इसके साथ यह भी ध्यान रखें कि जब हम थके हारे बिस्तर पर लेटते हैं, तो तुरंत सो जाने का मन करता है। ऐसे में त्वचा का ख्याल रखना मुश्किल हो जाता है। लेकिन आपको ऐसा नहीं करना चाहिए। स्किन को हेल्दी और ग्लोइंग बनाये रखने के लिए बेड पर जाने से पहले अपनी त्वचा को अच्छी तरह से क्लीन करें और नाइट लोशन जरूर लगाएं। वहीं अगर आप परफेक्ट स्किन से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।
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