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स्किन प्रॉब्लम्स : क्योंकि जरूरी है स्किन की सही देखभाल!

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


Bhawana Awasthi द्वारा लिखित · अपडेटेड 21/02/2022

    स्किन प्रॉब्लम्स : क्योंकि जरूरी है स्किन की सही देखभाल!

    स्किन में थोड़ी सी भी दिक्कत होती है तो हम सब परेशान हो जाते हैं। स्किन प्रॉब्लम्स को दूर करने के लिए हम अथाह पैसा भी खर्च कर देते हैं। टीनएजर्स में पाई जाने वाली स्किन की आम समस्याओं से एक है पिंपल की समस्या। पिंपल्स एक बार आ जाए तो उससे छुटकारा पाने के लिए हम स्किन स्पेशलिस्ट से लेकर कई कॉस्मेटिक प्रोडक्ट तक यूज कर लेते हैं। अगर हम घर में ही कुछ उपाय कर लें, तो इन समस्याओं को कम किया जा सकता है साथ ही ये भी हो सकता है कि ये समस्याएं हम तक पहुंचे ही नहीं। इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको बताएंगे कि किस तरह से स्किन प्रॉब्लम्स को कुछ सावधानी के चलते कम किया जा सकता है। साथ ही जानेंगे स्किन हेल्थ से जुड़ी कुछ खास बातें।

    किसे कहेंगे हेल्दी स्किन? 

    हेल्दी स्किन, स्किन की उस स्थिति को कहा जाता है, जिसमें किसी तरह की समस्या ना हो। जैसा कि आप जानते हैं, स्किन कई लेयर्स की बनी होती है, इसलिए स्किन की ऊपरी सतह का ही नहीं, बल्कि हर सतह का स्वस्थ होना जरूरी है। जब स्किन की सभी सतहें एक्ने, गंदगी से पैदा हुई समस्याओं से मुक्त रहती हैं, तो स्किन की इस स्थिति को हेल्दी स्किन कहा जाता है।

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    स्किन प्रॉब्लम्स : करें ये काम, बनी रहेगी स्किन खूबसूरत (Prevention of skin problems)

    स्किन प्रॉब्लम्स को दूर रखने के लिए आपको दो सबसे जरूरी बातों पर ध्यान देना चाहिए, जिसमें सबसे पहले अच्छा आहार और दूसरा अच्छा पर्यावरण। जब आप इन सभी बातों का ध्यान रखते हैं, तो आपको स्किन से जुड़ी समस्याएं नहीं होतीं। ये सभी फ़ैक्टर्स एक अच्छी स्किन हेल्थ को बनाए रखने के लिए जरूरी माने जाते हैं।

    1.सफाई का रखें ध्यान 

    सफाई से मतलब घर की क्लीनिंग से भी है और साथ ही उन सभी चीजों से है जो आप स्किन पर यूज करते हैं। कोशिश करें कि हफ्ते में कम से कम दो बार पिलो कवर चेंज करें। पिलो में हेयर का एक्ट्रा आयल लग सकता है। ये स्किन को हार्म पहुंचा सकता है। साथ ही गंदगी से बैक्टीरिया हो जाते हैं। बेड शीट और पिलो कवर की सफाई आपको कई स्किन प्राॅब्लम्स से बचा सकती है।

    2.फेस को बेड की ओर रखें बच जाएंगे स्किन प्रॉब्लम्स से

    कोशिश करें कि बेड पर करवट के बल सोएं। कई बार बालों का तेल पिलो में लग जाता है। सफाई न होने की वजह से गंदगी भी पिलो पर चिपक जाती है। अगर आप सफाई नहीं रखेंगी तो ये आपकी स्किन में भी चिपक जाएगी। एक्ने की समस्या गंदगी से बढ़ती है। पेट की अच्छी सेहत के लिए करवट लेकर लेटना अच्छा रहता है। पेट की समस्या को स्किन से जोड़कर देखा जाता है।

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    3. ड्राय एक्ने ट्रीटमेंट

    अगर बार-बार एक्ने की समस्या हो रही है, तो एक्ने में सी सॉल्ट का इस्तेमाल करना लाभकारी साबित हो सकता है। ये एक्ने के दूर करने का बेहतर उपाय है। इसे चेहरे में 10 मिनट तक लगाकर रखें। इसके बाद साफ पानी से चेहरा धो लें।

    4.स्किन प्रॉब्लम्स से बचने के लिए हाथ रखें साफ  

    कई बार हम हाथ साफ रखना भूल जाते हैं और फिर वहीं गंदे हाथ चेहरे पर लगा लेते हैं। ऐसा बिल्कुल न करें। जितनी बार भी हाथ गंदे हो, उन्हें सोप से अच्छी तरह धोएं और फिर चेहरे को टच करें। इन सभी बातों का ध्यान रखकर आप एक्ने की समस्या को कई गुना तक कम कर सकती हैं।

    5.स्किन प्रॉब्लम्स का खुद न करें ट्रीटमेंट

    कई बार एक्ने या पिंपल की समस्या से परेशान होकर हम खुद ही कुछ न कुछ उपाय करने लगते हैं। ये आदत आपकी समस्या बढ़ा सकती है। एक्ने या पिंपल होने की कई वजहें हो सकती हैं। वैसे से इसे हार्मोन चेंज से जोड़कर देखा जाता है, लेकिन कई बार मेडिसिन के साइड इफेक्ट के रूप में भी ये समस्या सामने आती है। अगर एक्ने की समस्या समय रहते ठीक न हो तो स्किन स्पेशलिस्ट से जरूर मिलें। साथ चेहरे को रोज तीन-चार बार अच्छी तरह साफ पानी से धोएं।

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    स्किन प्रॉब्लम्स के उपाय से पहले समझ लें इन बातों को!

    स्किन प्रॉब्लम्स से जुड़ी बातों को समझने के लिए जरूरी है कि आप अपनी त्वचा के प्रकार को भी समझें। ताकि, आप अपनी त्वचा के प्रकार के अनुसार ही अपने लिए मेकअप प्रोडक्ट्स और आहार के बीच तालमेल बिठा सकें। सामान्य तौर पर आपकी  त्वचा तीन प्रकार में से किसी एक प्रकार की हो सकती है, जिसमें शामिल हैंः

  • शुष्क त्वचा
  • तैलीय त्वचा
  • संवेदनशील त्वचा
  • तो, अगली बार जब आप कोई सौंदर्य प्रसाधन यानी ब्यूटी प्रोड्क्ट का इस्तेमाल करें, तो सबसे पहले यह चेक करें कि क्या वो आपकी स्किन टाइप के लिए बना है या नहीं। अपनी त्वचा के प्रकार के विपरीत मेकअप प्रोडक्ट का इस्तेमाल करने से आपकी त्वचा पर मुंहासे, ड्राईनेस या अन्य तरह की स्किन प्रॉब्लम्स हो सकती हैं। आपने ये तो जान लिया कि हेल्दी स्किन मेंटेन करने के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं, लेकिन अब ये भी जान लीजिए कि वो कौन-कौन सी स्किन डिज़ीज हैं, जिससे आपका पाला पड़ सकता है।

    स्किन प्रॉब्लम्स : जानेंगे, तभी तो पहचानेंगे!

    स्किन से जुड़ी समस्याएं अलग-अलग तरह से आकर आपकी ख़ूबसूरती को बिगाड़ सकती है। इसलिए इनका इलाज बेहद जरूरी है। लेकिन इलाज से भी पहले जिस बात की जरूरत है, वो है इसके बारे में जानने की। जब आप इन स्किन समस्याओं के बारे में जानेंगे, तभी आप इन्हें पहचान कर ट्रीटमेंट कर पाएंगे।

    एक्ने (Acne)

    स्किन डिसऑर्डर्स की बात करें तो एक्ने की समस्या सबसे पहले आती है। यह ऐसी कॉमन तकलीफ है, जो किसी को भी हो सकती है। एक्ने आमतौर पर चेहरे, गर्दन, कंधे, छाती और पीठ के ऊपरी हिस्से पर दिखाई देते हैं। स्किन के ब्रेक आउट पर ब्लैक हेड्स, व्हाइट हेड्स, पिंपल्स और दर्दनाक गहरे सिस्ट और नोड्यूल्स के रूप में एक्ने उभरते हैं। यदि इनका समय पर इलाज न कराया जाए, तो यह स्किन पर निशान और गहरे धब्बे छोड़ सकते हैं। एक्ने की समस्या लम्बे समय तक आपको परेशान कर सकती है और ये जिसमें बैक्टीरिया, हार्मोनल चेंजेज, डेड स्किन सेल्स और इनग्रोन हेयर की वजह से हो सकती है।

    हाइव्स (Hives)

    हाइव्स की समस्या भी काफी तकलीफदेह साबित हो सकती है। हाइव्स की दिक्कत में शरीर पर छोटे-छोटे बारीक दाने निकल आते हैं, जो खुजली युक्त बॉइल्स की तरह होते हैं। ये अलग-अलग एलर्जी के कारण हो सकते हैं, जो दिखने में लाल रंग के, छूने पर दर्द होने वाले दाने होते हैं। यह आकार में छोटे या बड़े हो सकते हैं, जिनका आम तौर पर रिंग का आकार होता है। ये आम तौर पर दवाइयों या फ़ूड एलर्जी के कारण होते है, लेकिन इसके अलावा कोलन डस्ट माइट्स और कीड़ों के काटने की वजह से भी हाइव्स की समस्या हो सकती है।हाइव्स के दो प्रकार होते हैं, जिसमें एक्यूट और क्रॉनिक हाइव्स भी होते हैं। एक्यूट हाइव्स करीब करीब 6 सप्ताह में चले जाते हैं, लेकिन क्रॉनिक हाइव्स को ठीक होने के लिए लंबा समय लग सकता है।

    सोरायसिस (Psoriasis)

    सोरायसिस की समस्या होने पर त्वचा पर लाल, परत वाले चकत्ते होने लगते हैं। जो देखने में डेड स्किन जैसे हो सकते हैं। हालांकि, यह संक्रामक नहीं होता है। इसका मुख्य कारण इम्यून सिस्टम में किसी तरह की गड़बड़ी होना हो सकता है। सोरायसिस मानसिक तनाव, चिंता और लो सेल्फ़ एस्टीम के लक्षण भी पैदा कर सकता है। जिन लोगों को सोरायसिस है, उनके साथ डिप्रेशन भी आम है।

    एक्जिमा (Eczema)

    एक्जिमा की समस्या त्वचा के किसी भी हिस्से में हो सकती है। इसकी समस्या होने पर प्रभावित जगह में खुजली, लाल चकत्ते और लाल दाने होने लगते हैं। यह बीमारी छोटे बच्चों को अधिक प्रभावित कर सकती है। कुछ मामलों में यह समस्या गंभीर रूप ले सकती है। एक्ज़िमा से प्रभावित जगह पर हेयर लॉस की समस्या भी देखी जा सकती है।

    घमौरी (Miliaria)

    घमौरी की समस्या बहुत ज्यादा गर्मी और बरसात के मौसम में हो सकती है। यह शरीर के पीठ और छाती के अंगों पर सबसे अधिक हो सकता है। घमौरी की स्थिति में त्वचा के आसपास लाल रंग के छोटे-छोटे दाने निकल आते हैं, जिनमें जलन, खुजली और चुभन होती है।

    दाद (Ringworm)

    दाद की समस्या त्वचा की सही तरीके से साफ-सफाई न करने के कारण हो सकता है। यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में तेजी से फैल सकता है। दाद की समस्या सिर, हथेली, एड़ी, कमर, दाढ़ी या अन्य भाग में भी हो सकता है। दाद होने पर त्वचा पर गोल निशान बन जाता है जिसमे जलन और खुजली की समस्या हो सकती है।

    इसके अलावा स्किन प्रॉब्लम्स में खाज (स्केबीज) (Scabies), मेलनोमा (Melanoma), मेलस्मा (Melasma), त्वचा पर सफेद दाग (लुकोडर्मा या विटिलिगो), इम्पेटिगो (impetigo) जैसी समस्याओं का भी सामवेश होता है।

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    क्या हैं स्किन प्रॉब्लम्स से जुड़े आम लक्षण? (Symptoms of skin problems)

    स्किन प्रॉब्लम्स अस्थायी यानी कि टेम्पररी या स्थायी यानी कि पर्मनेंट भी हो सकते हैं। स्किन डिसॉर्डर को अलग-अलग इन दो भागों में बांटा जा सकता है। इन स्किन समस्याओं में दर्द या सूजन की समस्या भी हो सकती है और नहीं भी हो सकती है। आइए जानते हैं स्किन से जुड़े कुछ आम लक्षण, जो आपको कभी भी दिखाई दे सकते हैं।

    • त्वचा पर लाल या सफेद रंग के उभार होना
    • ऊभरी हुई त्वचा में दर्दनाक या खुजली होना
    • त्वचा पर चकत्ते निकलना
    • त्वचा का खुरदुरापन होना
    • त्वचा का छिलना
    • स्किन पर छाले निकलना
    • अज्ञात कारणों पर से त्वचा पर घाव या जख्म बनना
    • त्वचा का ड्राय हो जाना
    • स्किन क्रैक की समस्या
    • थक्के, मस्से या अन्य तरह के त्वचा पर उभार आना
    • शरीर पर तिल के रंगों या आकार में परिवर्तन होना
    • त्वचा का रंग बदलना

    जब आपको ये लक्षण दिखाई दे, तो आप समझ सकते हैं कि आपको स्किन प्रॉब्लम हो सकती है। अब जब आप लक्षण जान जाएंगे, तो आपके लिए जानना जरूरी होगा कि स्किन प्रॉब्लम्स को कैसे परखा जा सकता है। इसलिए आपको इन टेस्ट्स की जरूरत पड़ेगी।

    पैच टेस्ट करना

    पैच टेस्ट की प्रक्रिया के दौरान त्वचा की एलर्जी का पता लगाया जाता है। इसके लिए चेहरे पर एक चिपकने वाले पदार्थ को लगाया जाता है, जिसे कुछ समय बाद त्वचा से हटाकर उसकी जांच की जाती है।

    स्किन बायोप्सी

    स्किन बायोप्सी की प्रक्रिया में त्वचा की जांच की जाती है। जो स्किन कैंसर या अन्य विकारों की जानकारी दे सकती है।

    कल्चर टेस्ट

    कल्चर टेस्ट की प्रक्रिया में संक्रमण करने वाले सूक्ष्मजीवों, जैसे- बैक्टीरिया या वायरस की पहचान की जाती है। इन बैक्टीरिया या वायरस की पहचान करने के लिए स्किन, बाल या नाखूनों का टेस्ट किया जा सकता है।

    इस तरह अलग-अलग टेस्ट्स के ज़रिए स्किन प्रॉब्लम्स को पहचान जा सकता है। इसके बाद बारी आती है उपचार, यानी कि त्रीटमेंट्स की, जो अलग-अलग समस्याओं के लिए अलग-अलग हो सकते हैं। आइए जानते हैं इन तकलीफ़ों के ट्रीटमेंट से जुड़ी ये जानकारी।

    स्किन प्रॉब्लम्स : क्योंकि ट्रीटमेंट है जरूरी! (Treatment for skin problems)

    skin health

    स्किन प्रॉब्लम्स कई तरह की हो सकती है, जिसमें संक्रामक, ग़ैर संक्रामक और चर्म रोग आदि का सामवेश होता है। इसलिए इनके उपचार के दौरान भी कुछ बातों का विशेष ध्यान रखने की जरूरत पड़ती है।

    संक्रामक रोगों के लिए आपको इन बातों का ध्यान देने की जरूरत पड़ती है –

    • शरीर की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें
    • दिन में कम से कम एक बार या दो बार स्नान करें
    • बार-बार त्वचा को अपनी हाथों से न छुएं
    • साबुन और गर्म पानी से अपने हाथों को बार-बार धोएं
    • खाने और पीने के बर्तन अन्य लोगों के साथ शेयर न करें
    • ऐसे लोगों के संपर्क से दूरी बनाएं, जिसे किसी तरह का त्वचा संक्रमण है
    • सार्वजनिक स्थानों, जैसे जिम उपकरण, को इस्तेमाल करने से पहले उसे साफ करें
    • व्यक्तिगत सामानों को सार्वजिनक रूपों से शेयर न करें
    • खूब पानी पीएं
    • हमेशा पौष्टिक आहार खाएं
    • अत्यधिक शारीरिक या भावनात्मक तनाव से बचें
    • चिकनपॉक्स जैसी संक्रामक त्वचा स्थितियों के लिए टीके लगवाएं
    • संक्रामक त्वचा समस्याओं जैसे कि चिकन पॉक्स के लिए टीकाकरण करवाएं

    वहीं ग़ैर संक्रामक रोगों के लिए आपको इन बातों का ध्यान रखना चाहिए –

    • हर दिन अपने चेहरे को क्लिंजर और पानी से धोएं
    • मॉश्चराइजर का प्रयोग करें
    • डायट्री एलर्जन से बचें
    • हार्श कैमिकल या अन्य ऐसी चीजों से बचें जो स्किन प्रॉब्लम को ट्रिगर करती हैं
    • प्रत्येक रात कम से कम सात घंटे की नींद लें
    • त्वचा को अत्यधिक ठंड, गर्मी और हवा से बचाएं
    • स्ट्रेस से दूर रहें

    वहीं दवाइयों की बात करें, तो चर्म रोग में आपको डॉक्टर इस तरह उपचार की सलाह दे सकते हैं –

    • एंटीहिस्टेमाइंस (antihistamines)
    • एंटीबायोटिक दवाएं
    • औषधीय क्रीम और मलहम
    • विटामिन्सः स्किन के बेहतर देखभाल के लिए विटामिन डी, विटामिन ई, विटामिन के1, विटामिन बी12 से भरपूर फलों और सब्जियों का सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा, आप अपने डॉक्टर की सलाह पर इसकी सप्लीमेंट्स भी ले सकते हैं।
    • स्टेरॉयड इंजेक्शन
    • लेजर थेरेपी
    • एंटिफंगल स्प्रे और क्रीम

    जब आप स्किन प्रॉब्लम्स के लिए इन उपायों को अपनाते हैं, तो आपको स्किन से जुड़ी समस्याओं में आराम मिलता है। लेकिन इस इलाज के साथ-साथ आपको घरेलू इलाज के बारे में भी ज़रूर जानना चाहिए। तो चलिए अब आपको घरेलू इलाज के बारे में जानकारी देते हैं।

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    स्किन प्रॉब्लम्स के लिए घरेलू उपाय (Home remedies for skin problems)

    किसी भी प्रकार की स्किन प्रॉब्लम होने पर उसका बेस्ट सॉल्यूशन है होम रेमेडीज। इनका सबसे अच्छा फायदा है कि कोई साइड इफेक्ट्स नहीं है और ये स्किन को कांति प्रदान करते हैं। यहां हम कुछ स्किन प्रॉब्लम्स के लिए घरेलू उपाय बता रहे हैं। सबसे पहले शुरुआत करते हैं सबसे आम स्किन प्रॉब्लम यानी मुंहासे से।

     मुंहासे के लिए ओटमील पैक

    बता दें कि ओटमील में क्लीजिंग प्रॉपर्टीज होती हैं जो मुंहासे को होने से रोकती हैं। इस मास्क के लिए आपको सिर्फ ओटमील और पानी की जरूरत होगी।ओटमील में पानी मिलाकर इसे ब्लैंडर में डालकर मोटा पेस्ट बना लें। अब इस पेस्ट को चेहरे पर लगाएं। इसे 15 मिनट तक सूखने दें। बाद में गर्म पानी से इसको धो लें।

    टमाटर का पल्प मुंहासे के लिए है कारगर

    टमाटर का गूदा एक बेहतरीन टोनर है। यह छिद्रों को बंद करने में मदद करता है और मुंहासे और फुंसियों को बनने से रोकता है। इस फेस पैक को बनाने के लिए आपको खीरे के रस और टमाटर पल्प की जरूरत होती है। खीरे का जूस लें और टमाटर के गूद में इसको मिलाएं। इस पूरे फेस पर 15 मिनट के लिए लगाएं। फिर नॉर्मल पानी से इसको धो लें।

    चेहरे पर पड़े निशानों के लिए चंदन पाउडर

    चंदन पाउडर में क्लीजिंग प्रॉपर्टीज होती हैं। इसमें दूध और पानी मिलाने से यह दाग धब्बों और निशान को हटाने में मदद करता है। चंदन में गुलाब जल मिलाकर एक अच्छा पेस्ट बनाएं। इस पेस्ट को आधे घंटे तक लगाकर रखें। इसके बाद साधारण पानी से मुंह धो लें।

    दाग धब्बों को हटाएं बादाम के पैक से

    इस पैक को बनाने के लिए बादाम को रात में भिगोकर रख दें। सुबह उसके छिलके को निकालकर उसे मैश कर लें। अब इसमें गुलाब जल मिलाएं। अब इसे चेहरे पर लगा लें। सूखने के बाद ठंडे पानी से चेहरा धो लें। इस पैक को एक दिन छोड़कर लगा सकते हैं।

    व्हाइट हेड्स के लिए एग और हनी का पैक

    व्हाइट हेड्स भी एक कॉमन प्रॉब्लम। व्हाइट हेड्स को दूर करने के लिए एग और हनी का फेस पैक बढ़िया है। अंडे के सफेद भाग में कुछ बूंद शहर के मिलाएं। इसे 30 मिनट के लिए लगा रहने दें। फिर इसे सादे पानी से धो लें।

    लहसुन से भी हटा सकते हैं व्हाइट हेड्स

    लहसुन भी व्हाइटहेड्स हटाने में कारगर है। इस उपाय के लिए अपने चेहरे को अच्छी तरह धो लें और फिर लहसुन की कली को या इसके जूस को प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं। इसे 15 मिनट के लिए छोड़ दें। इसके बाद गुनगुने पानी से चेहरे साफ कर लें।

    व्हाइट हेड्स के लिए लेमन जूस

    नींबू के रस को प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं। रस को लगाने के लिए आप रूई का उपयोग कर सकते हैं। इसे 10-15 मिनट तक लगा रहने दें। इसके बाद गुनगुने पानी से चेहरा धो लें।

    इनग्रोन हेयर का इलाज पानी और नमक से

    पानी और नमक से आप इस इनग्रोन हेयर का इलाज कर सकते हैं। एक कप पानी में आधा चम्मच नमक मिलाएं। इसमें रूई को डालें और रूई के द्वारा इस मिक्चर को इनग्रोन हेयर पर अप्लाई करें। आप इस प्रक्रिया को रोज फॉलो कर सकते हैं, लेकिन इसे पूरे फेस पर ना लगाएं इससे दूसरी स्किन प्रॉब्लम्स हो सकती हैं।

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    ब्लैकहेड्स के लिए ग्रीन टी

    ग्रीन टी की मदद से आप ब्लैक हेड्स हटा सकते हैं। एक टीस्पून ग्रीन टी लें और इसमें थोड़ा पानी मिलाएं। पेस्ट बनाएं और प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं। दो तीन मिनट तक मसाज करें। इसके बाद गर्म पानी से धो लें।

    सनटैन का इलाज हल्दी से

    हल्दी गुणों की खान होती है। यह टैनिंग का इलाज आसानी से कर सकती है। हल्दी और ठंडे दही का मिक्चर बनाएं। इसे टैनिंग वाली जगह पर लगाएं। तीस मिनट तक इसे लगा रहने दें। इसके बाद इसे धो लें।

    नारियल पानी से सनटैन का इलाज

    फ्रेश नारियल वॉटर भी सन टैन का प्रभावी इलाज है। प्रभावित क्षेत्र पर नारियल पानी लगाएं और इसे सूखने दें। इसके बाद इसे सादे पानी से धो लें।

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    स्ट्रेच मार्क का इलाज शक्कर से

    इस उपाय के लिए आपको जरूरत होगी शक्कर, आलमंड ऑइल और नींबू के रस की। शक्कर का एक मिक्चर बनाएं। इसमें आल्मंड ऑयल और कुछ बूंदे नींबू के रस की मिलाएं। मिक्चर को अच्छी तरह सर्कुलर मोशन में रब करें। ऐसा आपको 10 मिनट करना होगा। इसके बाद इसे सादे पानी से धो लें।

    स्किन प्रॉब्लम्स : क्या कहते हैं एक्स्पर्ट?

    एनआईएच के त्वचा विशेषज्ञ डॉ. हेइडी कोंग का कहना है कि “हमारी त्वचा हमेशा विभिन्न तरह के बैक्टीरिया और अन्य संभावित पर्यावरणीय खतरों के बीच विकसित होती है। ये हमारे स्वास्थ्य के साथ-साथ त्वचा के लिए भी खतरनाक हो सकता है। हमारी त्वचा शरीर में कई तरह की महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाती हैं। जैसे गर्मी का एहसास होने पर पसीना बहना आदि। हमारी त्वचा में पसीने की ग्रंथियां और छोटी रक्त वाहिकाएं होती हैं, जो हमारे शरीर के तापमान को नियंत्रित करने में मदद करती हैं और त्वचा की कोशिकाएं सूरज की रोशनी को विटामिन डी में बदलने कार्य करती हैं, जो स्वस्थ हड्डियों के लिए महत्वपूर्ण होते हैं।”

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    स्किन प्रॉब्लम्स हैं अलर्ट

    इसके अलावा हमारी त्वचा हमें किसी स्वास्थ्य समस्या के लिए भी सचेत कर सकती है। यानी स्किन प्रॉब्लम्स किसी बड़ी समस्या की तरफ इशारा भी हो सकती है। अगर बिना किसी कारण के त्वचा में लालिमा, खुजली या दाने निकलने की समस्या होती है, तो ये किसी तरह के एलर्जी या संक्रमण का संकेत दे सकता है। कई बार इस तरह की स्थितियां सामान्य तो कई बार इस तरह की स्थितियां ल्यूपस जैसे गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का भी संकेत हो सकती हैं। इसके अलावा अलग त्वचा का रंग पीला पड़ रहा हो, तो यह लिवर से जुड़े रोगों की तरफ इशारा कर सकता है। वहीं,  काले या असामान्य रंग के तिल त्वचा के कैंसर की चेतावनी के संकेत दे सकते हैं। इसके अलावा ऐसी कई और भी स्थितियां हो सकती है, जो आपके स्वास्थ्य के लिए गंभीर स्थिति का कारण बन सकती हैं।

    क्या करें?

    • एक्सपर्ट्स के मुताबिक, स्किन प्रॉब्लम्स से जुड़ी अधिकतर समस्याएं हमारे खान-पान की आदत पर निर्भर कर सकती हैं। जितना हो सके उतनी मात्रा में तरल पदार्थ पीते रहें।
    • धूप या शुष्क परिस्थितियों में बहुत ज्यादा समय न बिताएं। ऐसा करने से आपकी त्वचा बहुत ज्यादा शुष्क हो सकती है।
    • दिन में कई बार अपना हाथ धोएं, लेकिन बहुत देर तक हाथ धोनें से बचें। बहुत ज्यादा हाथ धोने से हाथ की त्वचा रूखी हो सकती है।
    • हमेशा शुध्द पानी का इस्तेमाल करें। खारे पानी या हार्ड साबुन के इस्तेमाल से भी त्वचा रूखी हो सकती है और इनमें जलन और खुजली की समस्या हो सकती है।
    • अपने हाथों से बार-बार चेहरे की त्वचा न छुएं।
    • नहाने से तुरंत बाद शरीर का सारा पानी पोछें और अच्छी क्वालिटी की मॉश्चराइजिंग क्रीम या लोशन का इस्तेमाल करें।
    • नहाने के लिए ताजे पानी का इस्तेमाल करें। बहुत ज्यादा गर्म पानी से नहाने से बचें।
    • एसी की बजाय पंखे या कूलर के अधिक इस्तेमाल का प्रयास करें।

    उम्मीद करते हैं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा और स्किन प्रॉब्लम्स और उनके इलाज से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।

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