पेट की समस्या में तरल पेय का सेवन
स्टमक फ्लू के दौरान खाना खाने का मन बिल्कुल नहीं करता है। इस दौरान वॉमटिंग, स्वेटिंग या मोशन के थ्रू पानी का लॉस होता है। डिहाइड्रेशन से बचने के लिए पानी के साथ ही तरल पदार्थों का सेवन करें । जितना हो सके एनर्जी ड्रिंक्स लें, ये आपके शरीर को एनर्जी देने के साथ पानी की कमी को भी पूरा करेगी। जिंगर पाउडर या जिंजर कैप्सूल का इस्तेमाल भी किया जा सकता है।
पेपरमिंट
स्टमक फ्लू के दौरान कुछ खाने का मन नहीं करता है। ऐसे में पेपरमिंट के प्रयोग से आपके मुख का स्वाद बदलने के साथ ही पेट को राहत राहत मिलेगी। उबकाई से राहत दिलाने के लिए भी मिंट का प्रयोग किया जाता है। मिंट को पानी के साथ उबाल के चाय के रूप में भी लिया जा सकता है।
कैमोमाइल
कैमोमाइल का प्लांट पेट की समस्या से राहत दिलाने के लिए अच्छा उपाय है। पेट को रिलेक्सेशन देने के साथ ही इसमें एंटी इन्फामेट्री गुण होते हैं। जी मिचलाने, चक्कर आने, उबकाई की समस्या से राहत दिलाने के लिए इसका प्रयोग कर सकते हैं।
पेट की समस्या में दालचीनी और हल्दी
हल्दी बहुत गुणकारी होती है। एंटीसेप्टिक गुण के कारण हल्दी का प्रयोग पेट की समस्या से राहत देगा। दालचीनी से पेट के ऐंठन की समस्या सही हो जाती है।
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सेब का सिरका
जी मिचलाने की समस्या को दूर करने के लिए इसे प्रयोग किया जा सकता है।
नींबू का रस
नीबूं के रस को काले नमक के साथ लिया जा सकता है। नींबू को पानी के साथ भी ले सकते है। इससे पेट दर्द में राहत मिलेगी।
पेट की समस्या में कॉफी और एल्कोहल से दूरी
चाय, कॉफी या एल्कोहल ऐसे समय में लेना आपके लिए हानिकारक हो सकता है। ये पेट की समस्या को बढ़ा देते हैं और पानी की कमी को पूरा भी नहीं करते हैं।