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पेट दर्द का कारण – यूरिन इंफेक्शन (Urine infection)
यूरिन इंफेक्शन, जिसे मूत्र के संक्रमण कहते हैं। इस बीमारी में पेट में दर्द के साथ-साथ बुखार और पेशाब करते समय दर्द (Pain) भी हो सकता है। यह आमतौर पर एक बैक्टीरियल इंफेक्शन के कारण होता है। पुरुषों की तुलना में महिलाओं में ये समस्या आम है।
आपको अपने डॉक्टर को बताना चाहिए अगर आपको भी यह परेशानी है। इसके इलाज के लिए आपको एंटीबायोटिक दवाइयों के कोर्स की आवश्यकता हो सकती है।
अपाचन (Indigestion)
इंडायजेशन की समस्या अक्सर कुछ खाद्य पदार्थों के कारण होती है। इंडायजेशन के दर्द को आमतौर पर आपके पेट के ऊपरी हिस्से में महसूस किया जाता है। इंडायजेशन आमतौर पर ज्यादा वसा वाले खाद्य पदार्थों और ज्यादा भोजन खाने के कारण होता है।
जब आपका पेट आपके भोजन को पचा नहीं सकता है, तो यह कभी-कभी ज्यादा दर्द का कारण बनता है। आपको बार-बार डकार आने जैसा महसूस हो सकता है और आपके मुंह में खट्टा एसिड का स्वाद आ सकता है। दर्द कुछ घंटों तक रह सकता है और तनाव के साथ बढ़ सकता है।
गैस्ट्रोइसोफेजिअल रिफ्लक्स डिजीज (GERD)
गैस्ट्रोइसोफेजिअल रिफ्लक्स रोग (जीईआरडी) एक ऐसी स्थिति है जो तब होती है जब आपके पेट से भोजन वापस मुंह द्वारा ज्यादा दबाव के साथ बहार आता है। पाचन के दौरान आपके के भोजन को खाने के बाद पेट के एसिड मिक्स हो जाता है।
जब यह फूडपाइप में वापस आता है, तो यह जलन का कारण बनता है। इस दर्द को हार्टबर्न कहा जाता है। आप मसालेदार भोजन, ज्यादा भोजन और ज्यादा वसा वाले खाद्य पदार्थों से बचकर अपने जीईआरडी को निंयत्रित करने में मदद कर सकते हैं।
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गॉलस्टोन्स और किडनी स्टोन्स (Kidney stone)
गॉलस्टोन्स और किडनी स्टोन्स दोनों के कारण पेट दर्द हो सकता है। गॉलस्टोन्स (Gallstone) आपके पित्ताशय में बनती है जबकि किडनी स्टोन्स आपके गुर्दे में बनने वाले कठोर कैल्सीफाइड स्टोन्स होते हैं। वे दोनों ज्यादा दर्द का कारण बन सकते हैं। आपका डॉक्टर इन स्टोन्स को तोड़ने के लिए दवा लिख सकता है या शरीर से पथरी निकाल सकते हैं।
पेट दर्द के प्रकार (Types of stomach pain)
पेट दर्द एक जगह तक ही सिमित रहने वाला दर्द होता है जो आमतौर पर पेट मे ऐंठन और अकड़न के रूप में सामने आता है।
पेट का स्थानीय दर्द किसी विशेष अंग में समस्या होने के कारण होता है। इसके सबसे सामान्य कारण पेट के अल्सर होते हैं। यदि आपको पेट में ऐंठन महसूस होती है तो यह कब्ज, दस्त, पेट फूलने (Bloating) और सूजन का लक्षण होता है।
यह महिलाओं में मासिक धर्म, गर्भपात (Miscarriage) या योनि से संबंधित अन्य जटिलताओं से जुड़ा हो सकता है। यह दर्द आता-जाता रहता है और ज्यादातर मामलों में बिना इलाज के अपने आप ठीक भी हो जाता है।
कोलिकी (पेट के दर्द संबंधी) में होने वाले दर्द के लक्षण अधिक तीव्र और गंभीर होते हैं। यह गॉल्स्टोन या किडनी स्टोन (Kidney stone) के कारण होते हैं। यह दर्द अचानक उत्पन्न होता है और मांसपेशियों में मोच आने जैसे महसूस होता है।
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पेट दर्द से निजात के लिए अपनाएं ये घरेलू उपाय (Home remedies for stomach pain)
अदरक (Ginger) से होगा पेट दर्द कम
अदरक का सेवन पेट की समस्या से निजात दिलाता है। अदरक में मौजूद तत्व सूजन को कम करने के साथ ही डायजेशन को सही करते हैं। इससे जी मिचलाने या चक्कर आने की समस्या से भी राहत मिलती है। आप अदरक को पानी और शहद के साथ ले सकते हैं। इसे दिन में दो से तीन बार लिया जा सकता है, जिससे पेट दर्द (Stomach pain) में राहत मिलेगी।
लिक्विड का करें सेवन
स्टमक फ्लू (Stomach flu) के दौरान खाना खाने का मन बिल्कुल नहीं करता है। इस दौरान उल्टी, पसीना या मोशन के द्वारा पानी का लॉस होता है। डिहाइड्रेशन से बचने के लिए पानी के साथ ही तरल पदार्थों का सेवन करें ।
जितना हो सके एनर्जी ड्रिंक्स लें, ये आपके शरीर को एनर्जी (Energy) देने के साथ पानी की कमी को भी पूरा करेगी। पेट दर्द से निजात पाने के लिए जिंगर पाउडर या जिंजर कैप्सूल का इस्तेमाल भी किया जा सकता है।
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पेट दर्द का घरेलू उपाय – पेपरमिंट (Papermint)
स्टमक फ्लू (Stomach flu) के दौरान कुछ खाने का मन नहीं करता है। ऐसे में पेपरमिंट के प्रयोग से आपके मुख का स्वाद बदलने के साथ ही पेट को राहत राहत मिलेगी। उबकाई से राहत दिलाने के लिए भी मिंट का प्रयोग किया जाता है। मिंट को पानी के साथ उबाल के चाय के रूप में भी लिया जा सकता है।
कैमोमाइल (Camomile)
कैमोमाइल का प्लांट पेट दर्द से राहत दिलाने के लिए अच्छा उपाय है। पेट को रिलेक्सेशन देने के साथ ही इसमें एंटी इन्फामेट्री गुण होते हैं। जी मिचलाने, चक्कर आने, उबकाई की समस्या से राहत दिलाने के लिए इसका प्रयोग कर सकते हैं।
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दालचीनी और हल्दी (Cinnamon and turmeric)
हल्दी बहुत गुणकारी होती है। एंटीसेप्टिक गुण के कारण हल्दी का प्रयोग पेट की समस्या से राहत देगा। दालचीनी से पेट के ऐंठन की समस्या सही हो जाती है।
पेट दर्द का घरेलू उपाय – सेब का सिरका (Apple cider vinegar)
जी मिचलाने की समस्या को दूर करने के लिए इसे प्रयोग किया जा सकता है।
नींबू का रस (Lemon juice)
नीबूं के रस को काले नमक के साथ लिया जा सकता है। नींबू को पानी के साथ भी ले सकते है। इससे पेट दर्द में राहत मिलेगी।
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कॉफी (Coffee) और एल्कोहल (Alcohol) से दूरी
चाय, कॉफी या एल्कोहॉल ऐसे समय में लेना आपके लिए हानिकारक हो सकता है। ये पेट की समस्या को बढ़ा देते हैं और पानी की कमी को पूरा भी नहीं करते हैं।
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