के द्वारा एक्स्पर्टली रिव्यूड डॉ. पूजा दाफळ · Hello Swasthya
आमतौर पर खांसी की समस्या काफी आम हो सकती है। सामान्य तौर पर, गले में किसी तरह का इंफेक्शन होने पर खांसी की समस्या होने लगती है, जो सांस की नली में किसी तरह के बलगम या अन्य बाहरी कणों जैसों, सूक्ष्मजीवों, रोगाणुओं, जलन, तरल पदार्थ को शरीर से बाहर निकालने का कार्य करता है और हमारे श्वसन नली और गले को साफ करता है। खांसी की प्रक्रिया फेफड़ों से हवा को तेजी से बाहर निकालती है। कई बार इनके कण गले में ही रहने पर खांसी अधिक समय तक के लिए भी बनी रह सकती है, जो आमतौर पर किसी तरह के वायरस के भी लक्षण हो सकते हैं।
खांसी की समस्या दो हफ्ते से अधिक लेकिन तीन हफ्ते कम रह सकती है। लेकिन, अगर इसके बाद भी उचित उपचार से खांसी की समस्या ठीक नहीं होती है, तो यह गंभीर बीमारी के संकेत हो सकते हैं। इसके अलावा, अगर खांसी की समस्या आठ हफ्तों से अधिक रहती है, तो यह क्रोनिक खांसी की समस्या हो सकती है।
खांसी को ट्यूसिस (Tussis) भी कहा जाता है जिसकी स्थिति अचानक से हो सकती है। खांसी के अधिकतर मामलों में उपचार की जरूरत नहीं होती है, क्योंकि अधिकतर मामलों में यह अपने आप ठीक हो जाती है।
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खांसी के मुख्य तीन स्टेज हो सकते हैं, जिनमें शामिल हो सकते हैंः
इसके अलावा, खांसी के कई प्रकार को सकते हैं, जिसके आधार पर खांसी की गंभीरता और उसका उपचार निर्धारित किया जा सकता हैः
एक्यूट खांसी अचानक से हो सकती है जो तीन सप्ताह तक बना रह सकता है।
सबएक्यूट खांसी तीन से आठ सप्ताह तक बनी रह सकती है।
क्रोनिक खांसी आठ हफ्ते से अधिक समय तक के लिए बनी रह सकती है।
बलगम वाली खांसी में खांसने के साथ गले से थूक और बलगम निकलता है।
सूखी खांसी में खांसने के दौरान थूक या बलगम जैसा कोई तरल पदार्थ नहीं निकलता है।
काली खांसी या कुकर खांसी में खांसने के दौरान गले से एक तरह की आवाज निकलती है। इसकी खांसी आने की अवधि सामान्य स्थितियों से लंबी हो सकती है।
रात में होने वाली खांसी केवल रात के समय ही हो सकती है। खासकर तब, जब कोई लेटकर सोने का प्रयास करता हो।
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खांसी के लक्षण पता लगाने के लिए आप निम्न बातों का ध्यान रख सकते हैं, जिनमें शामिल हो सकते हैंः
आमतौर पर इसके सभी लक्षण सामान्य हो सकते हैं, इसके लिए किसी तरह के गंभीर उपचार की आवश्यकता नहीं होती है।
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निम्न स्थितिओं में आपको अपने लक्षणों को लेकर गंभीर होना पड़ सकता है, क्योंकि यह कैंसर या फेफेड़ो के कैंसर के लक्षण भी हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैंः
ऊपर बताए गए लक्षणों में सभी तरह के सामान्य और गंभीर लक्षण नहीं बताए गए हो सकते हैं। अगर आपको खांस की लक्षणों से जुड़ा कोई संदेह है, तो इस बारे में अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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अगर कोई व्यक्ति बार-बार खांस की समस्या के लक्षण अनुभव करता है, तो उसे किसी गंभीर बीमारी के लक्षण हो सकते हैं। ऐसी स्थिति में उसे तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
खांस की कारण खांसी के प्रकार पर निर्भर कर सकते हैं, जो निम्न हैंः
यह सामान्यतौर पर छोटे शिशुओं और बच्चों को अधिक प्रभावित कर सकता है।
गंभीर स्थितियों में सूखी खांसी के लक्षण कोविड-19 (COVID-19) कोरोना वायरस के भी लक्षण हो सकते हैं। इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए आप अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं। और नीचे दिए गए हमारे आर्टिकल कोरोना वायरस के लक्षणों को पढ़ सकते हैंः
इसके अलावा निम्न स्थितियां भी खांसी का कारण बन सकते हैंः
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खांसी का निदान करने के लिए सबसे पहले डॉक्टर आपके स्वास्थ्य की स्थिति और लक्षणों की निगरानी करते हैं, ताकि वे इसका पता लगा सकें कि आपको खांसी की समस्या सामान्य जुकाम या फ्लू की वजह से हुई है या किसी अन्य कारणों से।
इसके लिए डॉक्टर आपको खाद्य पदार्थों से जुड़ी एक सलाह दे सकते हैं और बुखार या शरीर दर्द को दूर करने के लिए दवा की खुराक दे सकते हैं। हालांकि, अगर इसके बाद दो हफ्तों से भी अधिक समय के लिए खांसी की समस्या बनी रहती है, तो डॉक्टर आपको निम्न टेस्ट कराने की सलाह दे सकते हैं, जिनमें शामिल हो सकते हैंः
छाती के ए्क्स-रे में डॉक्टर आपके बलगम के सैंपल का टेस्ट करते हैं। जिससे वे किसी तरह के संक्रमण के कारण का जांच कर सकते हैं।
कुछ मामालों में आपके डॉक्टर आपको श्वसन विशेषज्ञ (Respiratory specialist) से मिलने की भी सलाह दे सकते हैं। हालांकि, स्थिति दुर्लभ होने पर ही वो इसकी सलाह देते हैं।
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खांसी की रोकथाम करने के लिए आपको निम्न बातों पर ध्यान देना चाहिएः
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खांसी का उपचार खांसी के कारणों पर निर्भर कर सकता है।
आमतौर पर, वायरल संक्रमण से होने वाली खांसी अपने आप ठीक हो जाती है। इसके लिए बस आपको अपने आहर पर ध्यान देना चाहिए, ताकि आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत बनी रहे।
खांसी को कम करने वाली दवाओं का निर्देश आपके डॉक्टर सिर्फ सूखी खांसी के उपचार के लिए ही दे सकते हैं। जिनमें शामिल है सकती हैंः
गुआइफेनसिन (Guaifenesin)- इसके सेवन से बलगम को पतला किया जा सकता है और सांस की नली को चिकना बनाता है, जिससे वायुमार्ग के द्वारा बलगम आसानी से निकल सकता है।
अगर आपका इससे जुड़ा किसी तरह का कोई सवाल है, तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।
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