एक्स रे के लिए एक खास कमरा होता है जिसमे एक बड़ी धातु की बनी प्लेट पर एक एक्स-रे कैमरा लगा होता है जिसे हिलाया जा सकता है। आपको इस प्लेट के सामने खड़े होना होता है। इसमें एक्स-रे फिल्म या खास सेंसर लगे होते है जो कंप्यूटर पर तस्वीर को रिकॉर्ड कर सकते हैं। इस टेस्ट के लिए आपको अपने गुप्त अंगों को ढक कर रखना होता है ताकि अगर आप पुरुष है तो आपके स्पर्म और अगर आप महिला है अंडाणुओं को कोई नुकसान न हो।
वहां मौजूद तकनीशियन आपको यह बता देगा की आपको कैसे खड़े होना है। जब इससे आपकी तस्वीर ली जायेगी तो आपको अपने सांस को रोक कर खड़े रहना होगा। आपको इस दौरान हिलना डुलना भी नहीं चाहिए क्योंकि इससे आपकी तस्वीर ख़राब हो सकती है। जब रेडिएशंस शरीर से और प्लेट से गुजरती है तो इसकी तस्वीर आ जाती है। इस प्रक्रिया में अधिक समय नहीं लगता।
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जोखिम क्या है?
एक्स-रे के कोई जोखिम नहीं है हालांकि इसमें निकलने वाली रेडिएशंस कुछ हद तक हानिकारक हो सकती है। अगर आप गर्भवती है तब इसे कराने का सुझाव नहीं दिया जाता क्योंकि इससे गर्भ में पल रहे शिशु को हानि हो सकती है। इसलिए, जब भी आप एक्स रे कराने जाएं तो पहले ही अपनी गर्भावस्था के बारे में अपने डॉक्टर को बता दें।
कितना सुरक्षित माना जाता है चेस्ट एक्स-रे करवाना?
अगर अनुभवी एक्स-रे एक्सपर्ट द्वारा की गई एक्स-रे जांच पूरी तरह सुरक्षित मानी जाती है। लेकिन, हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार प्रेग्नेंसी में एक्स-रे करवाना कई बार खतरनाक साबित भी हो सकता है। गर्भवती महिला हो या कोई अन्य व्यक्ति आवश्यकता अनुसार ही डॉक्टर चेस्ट एक्स-रे करवाने की सलाह देते हैं। अपनी इच्छा से न तो एक्स-रे करवाएं और न ही किसी भी दवा का सेवन करें।
अगर आप चेस्ट एक्स-रे से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा। हैलो हेल्थ ग्रुप किसी भी तरह की मेडिकल एडवाइस, इलाज और जांच की सलाह नहीं देता है।
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