डायरिया भी एक सामान्य परेशानी है। डायरिया की समस्या एक या दो दिन में खुद ठीक हो जाती है लेकिन अगर यह अधिक समय तक रहती है तो गंभीर हो सकती है। इसका उपचार इसके लक्षण, पीड़ित की उम्र और स्वास्थ्य के अनुसार होता है। डीहाइड्रेशन डायरिया से संबंधित सबसे बड़ा खतरा है।
कब्ज (Constipation)
कब्ज मल त्याग में होने वाली समस्या है। बच्चों में इसके लक्षण वयस्कों की तुलना में अलग होते हैं। इसके उपचार के साथ साथ अधिक पानी और तरल पदार्थों का सेवन और फाइबर युक्त आहार लेने की सलाह दी जाती है।
फूड इनटॉलेरेंस (Food Intolerance)
फूड इनटॉलेरेंस जो भोजन हम खाते हैं, उसका रिएक्शन है। सामान्य फूड इन्टॉलरेंसेस इस प्रकार है
- लैक्टोज
- मोनोसोडियम ग्लूटामेट (Monosodium glutamate) जैसे स्वाद बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थ के कारण
- फ्रुक्टोज
मल में खून आना (Rectal Bleeding)
रेक्टल ब्लीडिंग बच्चों में उतनी आम नहीं है। लेकिन, ऐसा होने से माता-पिता का परेशान होना स्वभाविक है। इसके कारण अलग -अलग हो सकते हैं जैसे:
- एनल फिशर (Anal Fissure)
- स्ट्रेप स्किन इन्फेक्शन (A Strep skin infection)
- एनस के आसपास स्किन इंफेक्शन (Skin infection around Anas) के कारण भी खून आ सकता है
- बैक्टीरियल डायरिया (Bacterial diarrhea)
ब्लोटिंग (Bloating)
ब्लोटिंग का आमतौर पर कारण होता है गैस होना। गैस होने का कारण होता है बच्चे का आहार। इससे कोई नुक्सान नहीं होता। लेकिन, फिर भी इस समस्या से बचने के लिए आप बच्चे के आहार में बदलाव करें।

बच्चों में होने वाली त्वचा संबंधी समस्याएं (Skin Problems in Kids)
बच्चों की त्वचा बेहद संवेदनशील और कोमल होती है। बच्चों का स्वास्थ्य (Kid’s Health) कैसा है, यह बात उसकी त्वचा पर भी निर्भर करती है। जानिए बच्चे को त्वचा संबंधी कौन सी समस्याएं हो सकती है:
रैशेज (Rashes)
रैशेज को डर्मेटाइटिस (dermatitis) भी कहा जा सकता है, जो त्वचा में होने वाली सूजन या परेशानी है। इसके कारण त्वचा लाल, रूखी, खुजली वाली हो सकती है। बच्चों में डायपर रैशेज होना सामान्य है यह बच्चे के बॉटम में होते हैं।
एक्जिमा (Eczema)
एक्जिमा के कारण कोहनी या घुटने की त्वचा रूखी और खुरदरी हो सकती है या गंभीर स्थिति में त्वचा लाल या सूजन वाली भी हो सकती है। इसके उपचार के लिए इससे होने वाली समस्याओं का इलाज किया जाता है जैसे ड्राईनेस, खुजली, जलन और इंफेक्शन आदि।
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बच्चों में होने वाली श्वसन तंत्र संबंधी समस्याएं (Respiratory tract problems in kids)
बच्चों का स्वास्थ्य (Kid’s Health) सही रहे। इसके लिए उसमें होने वाली श्वसन तंत्र संबंधी समस्याओं के बारे में जानना भी जरूरी है, जैसे:
अस्थमा (Asthma)
छोटे बच्चों में अस्थमा के लक्षण वयस्कों की तुलना में अलग हो सकते हैं। अगर आपके बच्चे को अस्थमा है, तो जब उन्हें सर्दी-जुकाम होता है या पराग जैसी चीजें उनके आसपास होती है, तो उनके फेफड़े और एयरवेज में आसानी से सूजन हो सकती हैं।
निमोनिया (Pneumonia)
निमोनिया फेफड़ों में होने वाला इंफेक्शन है। पांच साल या उससे कम उम्र के बच्चों में यह समस्या सामान्य है। निमोनिया बैक्टीरिया या वायरस के कारण होता है। निमोनिया के उपचार में एंटीबायोटिक शामिल हो सकते हैं।
गले में खराश (Sore Throat)
गले में खराश का सबसे आम कारण एक वायरल संक्रमण है जैसे सामान्य सर्दी, फ्लू या ग्रंथि संबंधी बुखार। बैक्टीरियल इंफेक्शन बहुत कम सामान्य है। यदि आपके बच्चे के टॉन्सिल सूजे हुए और लाल हैं, तो संभव है कि टॉन्सिलिटिस गले में खराश पैदा कर रहा है।
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ट्यूबरक्लोसिस (TB in children)
ट्यूबरक्लोसिस (TB) बैक्टीरिया के कारण होने वाला इंफेक्शन है, जो फेफड़ों को प्रभावित करता है। लेकिन, इससे अन्य अंग जैसे किडनी, स्पाइन या दिमाग पर भी असर हो सकता हैं। टीबी हवा में सांस लेने या खांसने से फैल सकता है।
बच्चों में होने वाली दूसरी हेल्थ से जुड़ी समस्याएं
डायबिटीज (Diabetes)
बच्चे भी डायबिटीज का शिकार हो सकते हैं। हाल ही में पाया गया है कि बच्चों और किशोरों में डायबिटीज टाइप 1 सबसे सामान्य है। इसे जुवेनाइल डायबिटीज भी कहा जाता है। इसके कारण अग्न्याशय इंसुलिन नहीं बनाता है। लेकिन छोटे बच्चों में टाइप 2 की डायबिटीज भी हो सकती है। इसका मुख्य कारण है बच्चों में मोटापे की समस्या। टाइप 2 डायबिटीज के साथ, शरीर इंसुलिन को अच्छी तरह से नहीं बनाता या उपयोग नहीं कर पाता है।
कैंसर (Cancer)
हमारे शरीर की हर कोशिका का एक सिस्टम होता है, जिसके अनुसार उनकी हर एक्टिविटी कंट्रोल होती है। जब कोशिकाओं का विकास अनियंत्रित हो जाता है जिसे कैंसर कहा जाता है। बच्चों में कैंसर के प्रकार वयस्कों की तुलना में अलग होते हैं। बच्चों में पाएं जाने वाले सामान्य कैंसर इस प्रकार है:
- ल्यूकेमिया (Leukemia)
- दिमाग और स्पाइनल कॉर्ड ट्यूमर्स (Brain and spinal cord tumors)
- न्यूरोब्लास्टोमा (Neuroblastoma)
- विल्म्स ट्यूमर (Wilms tumor)
- राबडोमयोसारकोमा (Rhabdomyosarcoma)
- रेटिनोब्लास्टोमा (Retinoblastoma)
- बोन कैंसर (Bone cancer)
दिल संबंधी समस्याएं (Heart Problems)
ऐसा माना गया है कि हर 100 में से एक बच्चे को दिल संबंधी समस्या होती है। आमतौर पर इस रोग से भी बच्चों का स्वास्थ्य (Kid’s health) प्रभावित होता है। अधिकतर बच्चों में हार्ट संबंधी समस्याओं का कोई लक्षण नहीं दिखाई देते हैं।
एलर्जी (Allergy)
एलर्जी की समस्या किसी भी बच्चे में हो सकते है। लेकिन, ऐसे बच्चों में यह सामान्य है जिसके परिवार की हिस्ट्री में यह समस्या है। बच्चों में इसके लक्षण हैं त्वचा में रैशेस होना, सांस लेने में समस्या, आंखों में खारिश, छींके या खांसी, पेट का खराब होना आदि।
क्लेफ्ट पेलेट (Cleft pellet)
गर्भ में पल रहे शिशु के मुंह की रूफ जिसे पेलेट कहते हैं, वो छठे से लेकर नौवे महीने में बनती है। लेकिन अगर यह इस रूफ को बनाने वाले टिश्यू आपस में नहीं मिलते हैं, तो यह क्लेफ्ट पेलेट हो सकता है। इससे नाक और मुंह के बीच में एक छेद बन जाता है।
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बच्चों का स्वास्थ्य (Kid’s health) किन रोगों से प्रभावित होता है, इस बारे में तो आप जान ही चुके होंगे। बच्चों को बीमारियों से बचाने के लिए सबसे पहले उन्हें साफ-सफाई और हाइजीन के बारे में जागरूक करें और खुद भी इनका ध्यान रखें। इसके साथ ही किसी भी रोग का लक्षण नजर आने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लें ताकि, सही समय पर इलाज हो सके।