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क्लीनिंग को करें ‘हां’ और गंदगी को कहें ‘न’
पेरेंट्स क्लीनिंग से लेकर घर के सभी कामों को खुद ही करते हैं। बच्चे सफाई के स्थान में अगर गंदगी मचा दें, तो पेरेंट्स के लिए मुसीबत बढ़ जाती है। आप बच्चे को खुद के खिलौने की सफाई करने के लिए कह सकती हैं। बच्चे को एक स्पॉन्ज या कपड़ा दें ताकि वो अपने खिलौनों को रोजाना साफ कर सके। बच्चे कपड़े भी ज्यादा गंदे करते हैं, ऐसे में उन्हें गंदे कपड़ों को इकट्ठा कर मशीन में डालने के लिए कहें। ऐसा करने से बच्चों को समझ में आ जाएगा कि गंदगी नहीं मचानी चाहिए और सफाई रखनी चाहिए। अगर कमरे में बच्चे के खिलौने या फिर उनका सामान फैला दिखे, तो उनसे ही उठाने को कहें। अगली बार से बच्चे अपने सामान को व्यवस्थित ढंग से रखना सीख जाएंगे।
मनी मैनेजमेंट भी है जरूरी (Money Management)
अब आप सोच रहे होंगे कि बच्चे को इतनी जल्दी मनी मैनेजमेंट सिखाना क्यों जरूरी है? लेकिन ये बच्चों के लिए जरूरी है। चार साल के बच्चे को काउंटिंग आती है और वो आसानी से कैंडीज, चॉकलेट या अन्य चीज को काउंट कर लेते हैं। ऐसे में आपको उन्हें मनी काउंटिंग और उसे मैनेज करने के तरीकों के बारे में भी बताना होगा। अक्सर एडल्ट्स को पैसों की कमी का सामना करना पड़ता है। अगर आप बच्चों को पहले ही मनी मैनेजमेंट के बारे में बता देंगे, तो उन्हें बड़े होने पर ऐसी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा। बच्चे को जरूरी सामान के लिए खर्च करने के बारे में बताना न भूलें। आप चाहे तो उनके लिए गुल्लक भी ले सकते हैं, ताकि वो रुपय को संभाल कर रख सके।
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खुद को कैसे करें रेडी?
लाइफ स्किल टीचिंग में बच्चों को खुद कैसे रेडी होना चाहिए, ये जरूर सिखाएं। अगर आप बच्चे को रोजाना खुद ही तैयार करेंगे, तो वो कभी भी अपने आप तैयार नहीं होगा और न ही अपने जरूरी कपड़ों या अन्य वस्तुओं को संभाल कर रखेगा। उसे बताएं कि कैसे खुद के कपड़े और अन्य सामान को सुरक्षित रखा जाए ताकि अगले दिन समय पर वो मिल जाएं। बच्चे अक्सर स्कूल टाइम में रेडी होते समय आनाकानी करते हैं और यूनीफॉर्म पहने से भी बचते दिखते हैं। आप बच्चे को बताएं कि यूनिफॉर्म को कैसे कैरी किया जाता है और किन बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है। अगली बार बिना कहे कि आपका बच्चा भले ही थोड़ा लेकिन अपने आप स्कूल के लिए रेडी होना सीख जाएगा।
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चीजों की वैल्यू को समझाएं
आप जब मार्केट जाती हैं, तो बच्चे एक ही समय में अलग-अलग चीजों की डिमांड करते हैं। ऐसा ज्यादातर बच्चों के साथ होता है। अगर आप बच्चे को सीधे मना कर देंगी, तो बच्चे नाराज हो जाएंगे। आप बच्चे को चीजों की वैल्यू के बारे में समझा सकती हैं। बच्चे को बताएं कि मार्केट में मिलने वाली सभी चीजों को नहीं खरीदा जाता है बल्कि जो चीजें आपके लिए जरूरी हैं, उन्हें पहले लेना चाहिए। अगर आप बच्चे की जिद को मानकर उसे सामान दिलाती रहेंगी, तो उसे किसी भी चीज की वैल्यू कभी नहीं समझ आएगी। आपको ये लाइफ स्किल टीचिंग बच्चे को जरूर सिखानी चाहिए।
बच्चे को किसी भी विषय में जब आप जानकारी देंगे, तो उनकी उत्सुकता बढ़ जाएगी। आपको उनके सभी सवालों के जवाब देने चाहिए ताकि उन्हें काम करते समय दिक्कत महसूस न हो। आप स्वास्थ्य संबंधी अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है, तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं और अन्य लोगों के साथ साझा कर सकते हैं।