पेरेंट्स द्वारा बच्चों को दी जाने वाली पॉकेटमनी बच्चों को ‘मनी मैनेजमेंट’का गुण सिखाने के लिए सहायक है। इसके साथ ही पॉकेटमनी को खर्च करने के तरीके से उन्हें आर्थिक आत्मनिर्भर होने में भी मदद मिलती है। बच्चों को पॉकेटमनी (Pocket money for kids) देने पर एज्युकेशन स्पेशलिस्ट और चाइल्ड सायकायट्रिस्ट के अलग-अलग मत हैं। कई विशेषज्ञों का मानना है कि पॉकेट मनी बच्चे की प्रतिभा में रुकावट जैसा है, जबकि कुछ को बच्चों की प्रतिभा में सहायक मानते हैं। सवाल उठता है कि यदि बच्चों को पॉकेटमनी (Pocket money for kids) दी जाए तो कितनी? बच्चों को पॉकेटमनी देना कब शुरू करें और पैसे देते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?