टाइप वन डायबिटीज में हनीमून पीरियड हर व्यक्ति के लिए अलग-अलग होता है और इसका कोई एक खास टाइम फ्रेम नहीं माना जाता। यह कभी भी शुरू होकर कभी भी खत्म हो सकता है। अक्सर टाइप वन डायबिटीज में हनीमून पीरियड (Honeymoon Period in Type 1 Diabetes) व्यक्ति तब महसूस करता है, जब हाल ही में उसे टाइप वन डायबिटीज होने की खबर मिलती है। टाइप वन डायबिटीज में हनीमून पीरियड कुछ सप्ताह, कुछ महीने या 1 साल के लिए भी महसूस किया जा सकता है। टाइप वन डायबिटीज में हनीमून पीरियड (Type one diabetes) डायबिटीज के पता लगने के बाद ही होता है। इस दौरान आपकी इंसुलिन (Insulin) की जरूरत बदलती हुई नजर आती है, लेकिन यह पीरियड आप दोबारा अपनी जिंदगी में महसूस नहीं कर सकते।
जैसा कि आप जानते हैं टाइप वन डायबिटीज में इम्यून सिस्टम उन सेल्स को खत्म करने लगता है, जो इंसुलिन बनाते हैं। टाइप वन डायबिटीज में हनीमून पीरियड (Honeymoon Period in Type 1 Diabetes) के दौरान शरीर में बचे हुए सेल्स इंसुलिन पैदा कर रहे होते हैं, जिसकी वजह से आपको बेहतर महसूस होता है। एक बार यह सेल खत्म हो जाए, तो आपको भविष्य में इंसुलिन लेने की जरूरत पड़ती है।
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टाइप वन डायबिटीज में हनीमून पीरियड : कैसा होता है ब्लड शुगर लेवल? (Honeymoon Period in Type 1 Diabetes)
टाइप वन डायबिटीज में हनीमून पीरियड के दौरान आपका ब्लड शुगर लेवल नॉर्मल या नॉर्मल के आस पास होता है। इस दौरान आपको कम से कम मात्रा में इंसुलिन लेने की जरूरत पड़ती है। कुछ केसेज में आपका ब्लड शुगर लेवल कम होता भी नजर आ सकता है, क्योंकि आपके शरीर में अब तक कुछ सेल्स बचे होते हैं जो इंसुलिन बनाते हैं। यदि आपको ब्लड शुगर लेवल नॉर्मल या नॉर्मल के आसपास नजर आ रहा है और आप हाल ही में टाइप वन डायबिटीज (Diabetes)से ग्रसित पाए गए हैं, तो यह आपका टाइप वन डायबिटीज में हनीमून पीरियड (Honeymoon Period in Type 1 Diabetes) माना जाता है। यदि आपको इंसुलिन की मात्रा धीरे-धीरे बढ़ानी पड़ रही हो, तो आपको मान लेना चाहिए कि हनीमून पीरियड खत्म होने की कगार पर है। इसलिए आपको जल्द से जल्द अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
टाइप वन डायबिटीज में हनीमून पीरियड : कब पड़ती है इंसुलिन की जरूरत?