इन टिप्स को फॉलो कर आप ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल रख सकते हैं। इसके साथ ही हमेशा ध्यान रखें की आपको कौन से इन्सुलिन की डोज लेनी है और कितनी लेनी है।
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इन्सुलिन से जुड़े मिथ और फैक्ट्स क्या हैं? (Insulin myths and facts)
इन्सुलिन से जुड़े मिथ और फैक्ट्स इस प्रकार हैं। जैसे:
मिथ- इन्सुलिन इंजेक्शन सिर्फ टाइप 1 डायबिटीज के मरीजों को दिया जाता है।
फैक्ट- इन्सुलिन इंजेक्शन टाइप 1 डायबिटीज (Type 1 Diabetes) और टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes), दोनों को दिया जाता है। यह उनके हेल्थ कंडिशन पर निर्भर करता है।
मिथ- इन्सुलिन इंजेक्शन लेते वक्त तेज दर्द होता है।
फैक्ट- यह धारणा गलत है। दरअसल कुछ साल पहले इन्सुलिन इंजेक्शन (Insulin Injection) की निडिल मोटी होती थी, लेकिन अब इस्तेमाल किये जाने वाले इन्सुलिन इंजेक्शन की निडिल काफी पतली होती है, जिससे दर्द (Pain) नहीं होता है।
मिथ- ट्रैवलिंग के दौरान इन्सुलिन इंजेक्शन (Insulin Injection) लेने में परेशानी होती है।
फैक्ट- ट्रैवलिंग के दौरान इन्सुलिन पेन का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसे फ्रीज में रखने की जरूरत भी नहीं पड़ती है और आप समय-समय पर इन्सुलिन इंजेक्शन बिना स्किप किये ले सकते हैं।
इन्सुलिन से जुड़े ये मिथ और फैक्ट्स से उम्मीद करते हैं आपके मन में इन्सुलिन को लेकर जो धारणा बनी हुई है, उसे अब अच्छी तरह से समझ सकते हैं।
अगर आप डायबिटीज के लिए इन्सुलिन के प्रकार (Types of Insulin) या इंसुलिन टाइप से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।
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