ट्रुलिसिटी 1.5 एमजी प्री-फिल्ड पेन (Trulicity 1.5mg Pre-Filled Pen)
जीएलपी-1 रिसेप्टर एगोनिस्ट (GLP-1 receptor agonists) ग्रुप में ट्रुलिसिटी शामिल है। ट्रुलिसिटी 1.5 एमजी प्री-फिल्ड पेन एक इंजेक्टिबल मेडिसिन है। इसका इस्तेमाल टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए किया जाता है। ट्रुलिसिटी में एक्टिव इंग्रीडिएंट के रूप में डूलाग्लूटाइड (Dulaglutide) होता है। शरीर में जाने के बाद ये शरीर में इंसुलिन प्रोड्यूस करता है और साथ ही शुगर की मात्रा को नियंत्रित करने का काम करता है। इस इंजेक्टिबल मेडिसिन का इस्तेमाल सप्ताह में एक बार किया जाता है। आपको इस बारे में डॉक्टर से जानकारी लेनी चाहिए क्योंकि किसी भी इंजेक्शन या फिर दवा की डोज बीमारी के अनुरूप ही तय की जाती है। अगर आप समय पर इसे नहीं लगवाते हैं, तो आपके शरीर में कई तरह के कॉम्प्लीकेशन पैदा हो सकते हैं। आपको इस इंजेक्शन का इस्तेमाल करने के साथ ही डायट और लाइफस्टाइल में ध्यान देना भी जरूरी है। इस इंजेक्शन का इस्तेमाल कुछ दुष्प्रभाव जैसे कि डायरिया, पेट में दर्द या भी भूख में कमी आदि हो सकते हैं।
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नोट – ब्रैंड्स का प्राइज थोड़ा कम या फिर ज्यादा हो सकता है। आप जहां से से प्रोडक्ट खरीद रहे हैं, वहां का प्राइज अन्य जगह से अलग हो सकता है।
जीएलपी-1 रिसेप्टर एगोनिस्ट: एक्साप्राइड 250mcg/2ml इंजेक्शन (Exapride 250mcg/2ml Injection)
एक्साप्राइड 250mcg/2ml इंजेक्शन का इस्तेमाल टाइप 2 डायबटीज पेशेंट्स में ब्लड शुगर लेवल को कम करने के लिए किया जाता है। ये ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के साथ ही सीरियस कॉम्प्लीकेशन जैसे कि किडनी डैमेज या फिर अंधेपन की समस्या को रोकने में भी मदद करता है। ये इंजेक्शन जीएलपी-1 रिसेप्टर एगोनिस्ट (GLP-1 receptor agonists) ग्रुप के अंतर्गत आता है। अगर व्यक्ति का वजन बढ़ रहा है, तो भी इस इंजेक्शन की सहायता से उसे कंट्रोल करने में मदद मिलती है। ये इंजेक्शन को दिन में दो बार इंजेक्ट करने की जरूरत पड़ सकती है। बेहतर होगा कि आप इंजेक्शन की डोज के बारे में डॉक्टर से जानकारी लें। साथ ही डॉक्टर से ये भी पूछें कि इंजेक्शन लेने का सही समय क्या है। इस इंजेक्शन में एक्टिव इंग्रीडिएंट के रूप में एक्सैनाटाइड (Exenatide) होता है।
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ओजेम्पिक 2 एमजी/1.5 एमएल इंजेक्शन
ये इंजेक्टिबल प्रिस्क्रिप्शन मेडिसिन है, जिसका इस्तेमाल टाइट 2 डायबिटीज पेशेंट के लिए किया जाता है। ये ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के साथ ही कार्डियोवस्कुल इवेंट्स जैसे कि हार्ट अटैक, स्ट्रोक और मौत के खतरे को कम करने का काम करता है। इस इंजेक्शन में एक्टिव इंग्रीडिएंट के रूप में सेमाग्लूटाइड (semaglutide) होता है। ये इंसुलिन के सिकरीशन को बढ़ाने का काम करता है। इस इंजेक्शन को कैसे लिया जाता है, आप इस बारे में डॉक्टर से जानकारी ले सकते हैं।
इस आर्टिकल में दिए गए ब्रांड के नाम का हैलो स्वास्थ्य प्रचार नहीं कर रहा है। डॉक्टर से परामर्श के बाद ही दवाओं या फिर इंजेक्टबल मेडिसिंस का इस्तेमाल करना चाहिए। टाइप 2 डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए दवाओं के साथ ही आपको खानपान पर भी ध्यान देने की जरूरत है। हैलो हेल्थ किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार उपलब्ध नहीं कराता। इस आर्टिकल में हमने आपको जीएलपी-1 रिसेप्टर एगोनिस्ट (GLP-1 receptor agonists) के संबंध में जानकारी दी है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्सर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।