डायबिटिक रेटिनोपैथी (Diabetic Retinopathy)
डायबिटिक रेटिनोपैथी को टाइप 1 और टाइप 2 दोनों डायबिटीज के साथ जोड़ कर देखा जाता है। यह नजर में खराबी (Vision Impairment and Loss) की समस्या रेटिना में मौजूद छोटे ब्लड वेसल्स के टूटने के कारण होती है। जिसके कारण रेटिना के ऊपर या अंदर हैमरेज (Hemorrhage) हो सकता है। यह समस्या ब्लड शुगर लेवल के बढ़ने से होती है।
मैकुलर डिजनरेशन (Macular Degeneration)
उम्र के बढ़ने पर यह समस्या होना सामान्य है। यह सामान्य नेचुरल एजिंग प्रोसेस का हिस्सा है या यह समस्या इनहेरिटेड भी हो सकती है। यह समस्या रेटिना के अंदर के उस छोटे से हिस्से में हुए नुकसान के कारण होती है जो शार्प और फॉरवर्ड विजन के लिए महत्वपूर्ण है। हालांकि इस परेशानी के कारण पूरी तरह से नजर को नुकसान नहीं होता है।
मोतियाबिंद (Glaucoma)
मोतियाबिंद कई तरह का होता है। आमतौर, पर यह आंख के अंदर फ्लूइड प्रेशर के कारण होता है जिसके कारण ऑप्टिकल नर्व को नुकसान होता है। अगर इसका उपचार सही समय पर न कराया जाए, तो यह बेहद घातक हो सकता है। जल्दी निदान होने पर इसका दवाइयों से उपचार संभव है।
कैटरेक्ट (Cataract)
कैटरेक्ट समान्यतया आंख के साफ लेंस पर होने वाली क्लाउडिंग है। ऐसा माना जाता है इस रोग के 95 प्रतिशत मामले 65 से अधिक उम्र के लोगों में देखे जाते हैं। इस समस्या के कारण एक या दोनों आंखों में धुंधलापन आ भी सकता है और कुछ मामलों में ऐसा नहीं भी होता है।
नजर में खराबी और अंधेपन के कारण और रिस्क फैक्टर्स (Cause and Risk Factors of Vision Impairment and Loss)
हर व्यक्ति में नजर में खराबी और अंधेपन (Vision Impairment and Loss) के कारण अलग हो सकते हैं। इन समस्याओं का उपचार भी इसके प्रकारों के अनुसार ही किया जाता है। नजर में खराबी और अंधेपन (Vision Impairment and Loss) के कारण इस तरह से हैं:
- कैटरेक्ट (Cataract)
- उम्र संबंधी मैकुलर डिजनरेशन (Age-Related Macular Degeneration)
- मोतियाबिंद (Glaucoma)
- डायबिटिक रेटिनोपैथी (Diabetic Retinopathy)
- ट्रेकोमा (Trachoma)
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