क्या हैं हायपोथायरॉइडिज्म का उपचार
ग्रेव्स आई डिजीज अगर सामान्य है तो एक से चार महीने के बीच अपने आप ठीक हो जाता है। लेकिन अगर आंखें बाहर की ओर आ जाएं और उसमें सूजन की वजह से आए बदलाव वापस ठीक न हों तो इलाज जरूरी हो जाता है। इस बीमारी की शुरुआत में आर्टिफिशियल टियर्स (नकली आंसु) और चश्मे से मदद मिलती है। वहीं दर्द की दवाई से आराम मिलता है। लेकिन अगर बीमारी बढ़ जाए तो immunosuppressants यानी इम्यून सिस्टम के असमान्य व्यवहार को रोकने के लिए दवा ली जाती है। वहीं नजर अगर ठीक न हो और आंख की नस (optic nerve) अगर दब गई है तो सर्जरी की जरूरत पड़ती है।
आइए अब जानते हैं कि थायरॉइड कंट्रोल करने के लिए क्या उपाय अपनाए जा सकते हैं।
डॉक्टर्स के मुताबिक अगर आप आठ घंटों से कम की नींद ले रहे हैं, तो ये हायपोथायरॉइडिज्म को बढ़ावा दे सकता है। ध्यान रखें कि आपकी नींद पूरी हो इसके लिए जरूरी है कि सोते समय आप इन बातों का ध्यान रखें :
ज्यादा तनाव न लेकर भी थायरॉइड पर कंट्रोल पाएं
तनाव आपके इम्यून सिस्टम पर गलत प्रभाव डालता है इसलिए कोशिश करें कि तनाव कम करने के लिए अलग- अलग तरीके अपनाएं ।
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थायरॉइड पर कंट्रोल पाने के लिए ज्यादा से ज्यादा एक्ससरसाइज करें
शरीर का सक्रिय रहना बहुत जरूरी है। इसके बाद भी यदि कोई समस्या आती है तो अपने डॉक्टर की सलाह लें।
आपका सोने का कमरा शांत होना चाहिए, साथ ही सोने के लिए तापमान भी सही होना बहुत जरूरी है। ध्यान रखें कि आपका कमरा बहुत अधिक ठंडा या बहुत अधिक गर्म न हो। इससे आपकी नींद में कोई परेशानी नहीं होगी।
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