किस स्टेज पर आप सर्जरी की सलाह देंगे?
स बारे में आई हेल्थ एशिया, साइट सेवर के डॉक्टर संदीप भुट्टान, नेत्र विशेषज्ञ ने बताया कि एडवांस स्टेज में, जब रेटिना के ऊपर नई ब्ल्ड वेसल्स विकसित हो गई हो (नियोवैस्कुलराइजेशन) और आंखों के अंदर से खून आ रहा है (विट्रोस हेमोरेज), तो व्यापक स्तर पर रेटिना सर्जरी की जरूरत है, लेकिन बहुत खराब रोग के निदान के साथ। डायबिटिक रेटिनोपैथी के लिए किसी भी इलाज का नतीजा इस बात पर निर्भर करता है कि बीमारी किस स्तर पर है, शुरुआती स्तर पर इलाज की संभावनाएं बेहतर होती हैं।
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डायबिटिक रेटिनोपैथी के बारे में अन्य जानने योग्य बातें कौन-सी है?
बीमारी का जल्दी पता लगाना और मेटाबॉलिक कंडिशन को कंट्रोल करना डायबिटिक रेटिनोपैथी के लिए बेहतरीन तरीका है। सभी डायबिटीज के मरीजों में शुरुआती स्तर पर ही रेटिनोपैथी का पता लगाने के लिए आंखों की व्यापक नियमित वार्षिक जांच जरूरी है। भोजन की स्वस्थ आदतें और स्वस्थ जीवनशैली भी अंतर्निहित बीमारी को कंट्रोल करने और डायबिटिक रेटिनोपैथी को बढ़ने से रोकने में मदद करते हैं।
डायबिटिक रेटिनोपैथी के लक्षण
बीमारी के शुरुआती लक्षणों में शामिल हैं-
- फ्लोटर्स या आंखों में दाग दिखना
- धुंधला दिखना
- आंखों के सामने अंधेरा छाना
- रंगों को समझने में दिक्कत
इस बीमारी से बचाव के लिए मरीजों को अपनी जीवनशैली और खानपान की आदतों में बदलाव के साथ ही नियमित रूप से अपनी आंखों की जांच करवानी जरूरी है, वरना थोड़ी सी भी लापरवाही आपको भारी पड़ सकती है।