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टाइप 1 डायबिटीज से पीड़ित बच्चों की देखभाल (Care for children with type 1 diabetes) कैसे करें?
अगर आपके बच्चे या किशोरों में हाल ही में टाइप 1 डायबिटीज (Type 1 diabetes) का निदान हुआ है, तो इस बात के लिए तैयार हो जाएं कि इसके बाद आपके और आपके पूरे परिवार को न केवल रोगी की देखभाल करनी है। इसके साथ ही आपके परिवार को नयी रूटीन का भी पालन करना होगा। आपका जीवन भी बदलेगा और इस न्यू नॉर्मल में एडजस्ट होने में आपको भी थोड़ा समय लग सकता है। लेकिन, इन एडजस्टमेंट्स को करते हुए आपका यह जानें भी जरूरी है कि जो बच्चे या किशोर इस समस्या से पीड़ित होते हैं, वो उन सब चीजों को कर सकते हैं, जिन्हें एक सामान्य बच्चा या किशोर कर सकता है। आइए जानें बेसिक केयर के बारे में।

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टाइप 1 डायबिटीज से पीड़ित बच्चों की देखभाल (Care for children with type 1 diabetes): बेसिक केयर (Basic Care)
कई अस्पताल कुछ ऐसे एजुकेशनल कोर्स प्रोवाइड करते हैं, जिससे रोगी के परिवार या प्रियजनों को इस स्थिति को मैनेज करने में मदद मिल सके। इसका सबसे मुख्य बदलाव रोगी के ग्लूकोज लेवल को लगातार चेक करना और एडजस्ट करना शामिल है। कई बार दिन में दस से बारह बार इसकी जांच करनी पड़ सकती है। आपके बच्चे को कितनी इंसुलिन दी जानी चाहिए, यह बात उसके मील्स की टाइमिंग, उसके द्वारा लिए गए आहार और एक्टिविटी लेवल पर निर्भर करता है। शुरुआत में अपने शिशु या किशोर की ब्लड शुगर लेवल को हेल्दी रेंज में कैसे रखें, यह सब आपको मुश्किल लग सकता है। लेकिन, प्रैक्टिस के साथ यह सब आसान हो जाता है।
यहां तक कि अगर आप गलती करते हैं तो आपको यह पता चल जाएगा कि जब आपके बच्चे के शरीर में ब्लड ग्लूकोज लेवल बहुत कम या अधिक होगा, तो वो कैसे रिएक्ट करेगा। इसे साथ ही आपको यह भी पता चल जाएगा कि इसे कैसे ठीक किया जा सकता है। अगर आपसे कोई गलती होती है या आपके बच्चे का ब्लड शुगर लेवल बहुत अधिक या कम हो जाए, तो यह स्थिति आपके लिए मुश्किल हो सकती है। लेकिन, याद रखें ऐसे कई तरीके और टूल्स हैं जो इसमें आपके लिए लाभदायक साबित हो सकते हैं। इंसुलिन को शॉट्स या पंप द्वारा दिया जा सकता है। शुरुआत में यह शॉट्स डॉक्टर देते हैं लेकिन बाद में परिवार में से किसी को इसे कैसे रोगी को देना है, यह सीखना पड़ता है।