समय के साथ अत्यधिक शुगर का सेवन करने से डायबिटीज से जुडी कॉम्प्लीकेशन्स बढ़ सकती हैं। हमारा लिवर शरीर से एल्कोहॉल की प्रोसेसिंग और उसे रिमूव करने के लिए जिम्मेदार होता है। यही नहीं, यह ब्लड शुगर लेवल को मैनेज करने में भी शामिल है। अगर आपको टाइप 1 डायबिटीज (Type 1 diabetes) है और आप एल्कोहॉल का सेवन करते हैं, तो आपका शरीर एल्कोहॉल से डील करने के लिए ब्लड शुगर की मैनेजमेंट को धीमा कर देता है। इससे एल्कोहॉल के सेवन के तुरंत बाद या बारह घंटे तक ब्लड शुगर कम हो सकती है। ऐसे में एल्कोहॉल के सेवन से पहले और बाद में ब्लड शुगर टेस्ट (Blood Sugar test) करना जरूरी है।
फैटी लीवर और टाइप 1 डायबिटीज (Liver disease and type 1 diabetes) के बीच में अन्य कनेक्शन भी है। डायबिटीज एक मेटाबोलिक डिसऑर्डर है और ऐसा माना जाता है कि जिन लोगों की इम्युनिटी कमजोर होती है, उन्हें यह समस्या होती है। फैटी लिवर की स्थिति में रोगी का मेटाबॉलिज्म कमजोर हो जाता है। इस वजह से डायबिटीज का जोखिम बढ़ जाता है। अब जानिए कि किस तरह से मैनेज किया जा सकता है लिवर डिजीज और टाइप 1 डायबिटीज (Liver disease and type 1 diabetes) को?
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लिवर डिजीज और टाइप 1 डायबिटीज को कैसे मैनेज करें? (Management of Liver disease and type 1 diabetes)
अगर आपको टाइप 1 डायबिटीज (Type 1 diabetes) की समस्या है और आप लिवर डिजीज से बचना चाहते हैं, तो जरूरी है समय-समय पर डायबिटीज की जांच करना और डॉक्टर की सलाह का पालन करना। मेडलाइनप्लस (MedlinePlus) के अनुसार ब्लड टेस्ट से इस चीज को जांचा जा सकता है कि आपको डायबिटीज है या नहीं। अगर आपको टाइप 1 डायबिटीज (Type 1 diabetes) है, तो आपको अपने पूरे जीवन में इन्सुलिन की जरूरत हो सकती है। अगर आपको टाइप 1 डायबिटीज (Type 1 diabetes) है तो आप अपने लिवर को सुरक्षित रखने और नॉन-एल्कोहॉलिक फैटी लिवर (Non-Alcoholic fatty liver) डिजीज से बचाव के लिए कई तरीकों को अपना सकते हैं। यह तरीके इस प्रकार हैं:
लिवर डिजीज और टाइप 1 डायबिटीज में हेल्दी फूड (Healthy Food)
ब्लड शुगर लेवल को सही बनाये रखने के लिए सबसे जरूरी है सही आहार का सेवन करना। इसके लिए आपको ऐसे आहार का सेवन करना चाहिए जो आपके ब्लड शुगर लेवल को मेंटेन रखें। आपको इस दौरान क्या खाना चाहिए और क्या नहीं, इस बारे में आपके डॉक्टर या डायटीशियन भी आपकी मदद कर सकते हैं। अधिक चीनी युक्त और प्रोसेस्ड आहार को खाने से बचें।
वजन को रखें सही (Keep Right Weight)
अगर आपका वजन अधिक है तो अपने वजन को कम करें, क्योंकि मोटापे से डायबिटीज के साथ साथ लिवर संबंधी समस्याओं का जोखिम बढ़ सकता है। इसके लिए आप व्यायाम करें, अपने खानपान का ध्यान रखें और डॉक्टर की सलाह लें।