टाइप 2 डायबिटीज में (Type 2 diabetes) शरीर में इंसुलिन का प्रोडक्शन (Production of insulin) पर्याप्त मात्रा में नहीं हो पाता है, जिससे ब्लड में शुगर का लेवल (Blood sugar level) अचानक से बढ़ जाता है। हर साल लाखों लोग इस बीमारी से पीड़ित होते हैं, ऐसे में सही समय पर दवाओं का सेवन और लाइफस्टाइल में सुधार बहुत जरूरी हो जाता है। टाइप 2 डायबिटीज में न्यू ड्रग ट्रीटमेंट (Type 2 Diabetes New Drug Treatment) में अप्रूव की गई दवा नेसीना (Nesina) की करीब 14 क्लीनिकल ट्रायल में स्टडी की गई और टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित करीब 8,500 लोगों को इसमें शामिल भी किया गया। नेसीना (Nesina) ड्रग का इस्तेमाल टाइप 1 डायबिटीज से पीड़ित व्यक्ति नहीं कर सकते हैं। एफ डी ए के अनुसार, जिन लोगो के ब्लड या यूरिन में उच्च मात्रा में केटोन्स (Ketones) होता है, उन्हें भी इस ड्रग का सेवन न करने की सलाह दी जाती है।
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टाइप 2 डायबिटीज में न्यू ड्रग ट्रीटमेंट के रूप में एलोग्लिप्टिन (Alogliptin)
एलोग्लिप्टिन (Alogliptin) दवा का इस्तेमाल टाइप 2 डायबिटीज में न्यू ड्रग ट्रीटमेंट (Type 2 Diabetes New Drug Treatment) के रूप में किया जा रहा है। एलोग्लिप्टिन (Alogliptin)का इस्तेमाल डॉक्टर प्रिस्क्रिप्शन पर ही किया जाता है। इसका इस्तेमाल टैबलेट के रूप में किया जाता है। ये ब्लड शुगर के लेवल को नियंत्रित करने का काम करती है। कुछ टैबलेट में एक्टिव इंग्रीडिएंट के रूप में एलोग्लिप्टिन (Alogliptin) के साथ ही मेटफार्मिन (Metformin) का इस्तेमाल किया जाता है। मेटफार्मिन का इस्तेमाल भी डायबिटीज ट्रीटमेंट के दौरान किया जाता है। अगर आपको इस बीमारी के बारे में अधिक जानकारी चाहिए, तो आप डॉक्टर से भी संपर्क कर सकते हैं।
एलोग्लिप्टिन आपके शरीर में बनने वाले इंसुलिन की मात्रा को बढ़ाने का काम करता है। इंसुलिन की पर्याप्त मात्रा का उत्पादन होने से ब्लड में शुगर का लेवल भी कंट्रोल में आ जाता है। दवा का सेवन दिन में एक बार करना चाहिए। आपको इस बारे में डॉक्टर से भी जानकारी लेनी चाहिए। एलोग्लिप्टिन जहां एक ओर टाइप 2 डायबिटीज को कंट्रोल में रखती है वहीं इस दवा का सेवन करने से कुछ साइड इफेक्ट्स जैसे कि सिरदर्द (Headaches), अपच (Indigestion), दस्त (Diarrhoea) और त्वचा पर चकत्ते (Skin rashes) हो सकते हैं। सभी लोगों में ये लक्षण नजर आएं, ये जरूरी नहीं है। दवा का रख रखाव कैसे करना या फिर दवा की डोज भूल जाने पर क्या करना है, आपको इस बारे में डॉक्टर से जानकारी लेनी चाहिए। हैलो हेल्थ किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार उपलब्ध नहीं कराता है।
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