ब्लड शुगर का लेवल बढ़ने का कारण
ब्लड शुगर लेवल बढ़ने की वजह को समझने के लिए पहले डॉन फेनोमेनन के बारे में जानना जरूरी है। डॉन फेनोमेनन का प्रभाव शरीर पर तब पड़ता है, जब शरीर से कोर्टिसोल, ग्लूकागोन, एपिनेफ्रीन जैसे हॉर्मोन्स रिलीज होने लगते हैं, जिसके कारण लिवर से ग्लूकोज का निष्कासन होने लगता है। इसी कारण सुबह के समय शरीर में ब्लड शुगर का स्तर बढ़ने लगता है। आमतौर पर डायबिटीज के मरीज जब सोने जाते हैं, तब 8-10 घंटे के बीच रक्त शर्करा के स्तर के बढ़ने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है।
बात को कुछ इस तरह से समझते हैं कि जो प्रक्रियाएं नॉर्मल लोगों में होती हैं, डायबिटीज के मरीजों में वह काम बिल्कुल उल्टा हो जाता है। डायबिटीज के मरीज होने के कारण भले ही वह कितना भी स्ट्रिक्ट डायट फॉलो करते हों। शरीर ज्यादातर समय इंसुलिन के लिए रेस्पोंड नहीं करता है, जिसके कारण फास्टिंग टाइम में ब्लड शुगर का लेवल बढ़ जाता है।
नॉर्मल लोगों के लिए सुबह उठने के समय यानी दिन की शुरूआत करते समय उनके शरीर में पर्याप्त मात्रा में एनर्जी रहती है। मगर डायबिटीज के मरीजों के शरीर में ग्लूकोज के लिए जरूरत के मुताबिक इंसुलिन रहता ही नहीं है। जिसके फलस्वरूप सुबह के समय ब्लड शुगर का लेवल बढ़ जाता है, पर डॉन फेनोमेनन का प्रभाव हर व्यक्ति पर अलग-अलग होता है। यहां तक कि हर दिन इसका असर एक तरह नहीं होता है। अध्ययन के अनुसार कुछ शोधकार्ताओं का मानना है कि काउंटर-रेगुलेटरी हार्मोन जैसे- ग्रोथ हार्मोन, कोर्टिसोल, ग्लूकागोन, एपिनेफ्रीन के कारण इंसुलिन प्रतिरोध और मजबूत हो जाता है, जिसके कारण ब्लड शुगर का लेवल बढ़ जाता है।
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