फिश (Fish)
फैटी फिश जैसे सालमन और टूना फिश में ओमेगा 3 फैटी एसिड होता है, जो लिवर फैट लेवल को सुधारने के साथ सूजन को कम करता है। यदि आप फिश नहीं खाते हैं आप फिश ऑयल कैप्सूल ले सकते हैं। ये फैटी लिवर की समस्या से निजात दिलाने में मददगार साबित हो सकते हैं।
यदि आपको फैटी लिवर बीमारी है तो निश्चित रूप से आपको ऐसे खाद्य पदार्थों को आहार में शामिल करना चाहिए जो आपके ब्लड शुगर या वजन को कम करने में सहायक हों।
और पढ़ें: अल्सरेटिव कोलाइटिस रोगी के डाइट प्लान में क्या बदलाव करने चाहिए?
इन चीजों का गलती से भी न करें सेवन
एल्कोहॉल से रहें कोसों दूर: फैटी लिवर वाले लोगों के लिए एल्कोहॉल का सेवन नुकसानदायक हो सकता है। यह लिवर को प्रभावित करता है। इससे लिवर के फेल होने का भी खतरा अधिक रहता है।
तले हुए खाने को कहें बाय बाय: अपनी डायट से तले हुए खाने को बाहर कर दें, क्योंकि इससे भी लिवर की समस्या अधिक हो सकती है। फ्राइड फूड में अत्यधिक मात्रा में वसा होती है, जिसका सेवन फैटी लिवर वाले लोगों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है।
पास्ता: पास्ता में उच्च मात्रा में कार्बोहाइड्रेट होते हैं। ये फैटी लिवर से ग्रसित लोगों में जोखिम को बढ़ाने का काम करते हैं।
रेड मीट: फैटी लिवर पेशेंट्स को गलती से भी रेड मीट को डायट में शामिल नहीं करना चाहिए। इसमें वसा की मात्रा अधिक होती है, जो हानिकारक साबित हो सकती है।
चावल: फैटी लिवर बीमारी से ग्रसित लोगों को चावल का सेवन करने से परहेज करना चाहिए। चावल भी कार्बोहाइड्रेट का अच्छा स्रोत माना जाता है। इसलिए इसका सेवन करने से बचें।
एडेड शुगर को कर दें डायट से बाहर: उन सभी चीजों का सेवन बंद कर दें जिसमें एडेड शुगर होता है। क्योंकि इनका सेवन करने से शरीर में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ती है जिससे वजन बढ़ने के साथ फैटी लिवर से होने वाले जोखिम भी अधिक हो सकते हैं।