रूमेटाइड अर्थराइटिस एक ऑटोइम्यून बीमारी है। इस रोग में हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता ही हमारी स्वस्थ कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाना शुरू कर देती है। इससे हमारे शरीर के जोड़ों में दर्द, सूजन और जलन होती है। यह रोग केवल बुजुर्गों में ही नहीं बल्कि वयस्कों में भी सामान्य है। इस रोग के कारण प्रोटेक्टिव कार्टिलेज को नुकसान होता है, जिससे हड्डियां कमजोर होती हैं। समय के बढ़ने के साथ हड्डियों को जोड़ने वाले लिगामेंटस भी कमजोर हो जाते हैं, जिससे हड्डियां अपने वास्तविक स्थान से खिसक सकती हैं। पहले इस बीमारी का प्रभाव हाथ और पैर के जोड़ों पर पड़ता है जिसके बाद इस समस्या का प्रभाव शरीर के अन्य स्थानों पर भी पड़ता है। हालांकि, रूमेटाइड अर्थराइटिसक के लिए कोई खास डाइट नहीं है। लेकिन, शोधकर्ताओं के अनुसार कुछ खास आहार इस दौरान होने वाली जलन,दर्द और सूजन को कम करने में प्रभावी है।