3. योगी एरोन

योगी एरोन भारत के एक फेमस प्लास्टिक सर्जन हैं। 2020 में, उन्हें चिकित्सा के क्षेत्र में उनके काम के लिए भारत सरकार द्वारा पद्म श्री से सम्मानित किया गया। लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज से स्नातक करने के बाद प्लास्टिक सर्जरी (plastic surgery) में स्पेशलाइजेशन के लिए ये संयुक्त राज्य अमेरिका चले गए थे।
उपलब्धि
डॉक्टर योगी एरोन पिछले 25 वर्षों से जले हुए गरीब लोगों का इलाज फ्री में कर रहे हैं। साल 2006 से, योगी एरोन साल में दो बार 2 सप्ताह का एक कैम्प आयोजित करते हैं जिसमें गरीबी रेखा से नीचे के रोगियों का इलाज होठों, गालों, नाक और चेहरे के अन्य हिस्सों के लिए किया जाता है जिन्हें उपचार की आवश्यकता होती है। जनवरी तक लगभग इन्होने 500 सर्जरी कर डाली हैं। इनकी वेटिंग लिस्ट में लगभग 10,000 मरीज अभी भी हैं।
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4. डॉक्टर मंजुला अनागानी

पद्मश्री से सम्मानित डॉ मंजुला गयनेकोलॉजिक सर्जन है। इन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज, उस्मानिया मेडिकल कॉलेज, हैदराबाद, से एमबीबीएस और एमडी (प्रसूति एवं स्त्री रोग) किया। जिसके बाद उन्होंने स्त्री रोग में रोबोटिक सर्जरी, प्रीनेटल जेनेटिक इवैल्यूएशन (prenatal genetic evaluation) और लैप्रोस्कोपिक ट्रेनिंग (laparoscopic training) में भी भाग लिया।
उपलब्धि
उनकी उपलब्धियों में लैप्रोस्कोपी में नई तकनीकों को विकसित करना और सर्जरी को कम जटिल बनाने के लिए न्यूनतम इनवेसिव सर्जरी शामिल है। इन्होंने 10,000 से अधिक लैप्रोस्कोपिक सर्जरी की हैं और यह उपलब्धि हासिल करने वाले कुछ डॉक्टरों में से ये एक हैं। प्राथमिक अमीनोरिया (अनुपस्थित मेंस्ट्रुएशन साइकिल) पर अपने काम के लिए उन्हें व्यापक रूप से जाना जाता है।
इसके अलावा 40 वर्षीय मरीज के 84 फाइब्रॉएड को सफलतापूर्वक निकाला, जिनका वजन लगभग 4 किलोग्राम था। एक ऑपरेशन में इसे पूरा करके डॉक्टर ने अपना नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज कराया।
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5. डॉक्टर एस.एस. बद्रीनाथ

सेंगामेडु श्रीनिवास बद्रीनाथ चेन्नई के शंकर नेत्रालय के चेयरमैन एमेरिटस हैं, जो भारत के सबसे बड़े चैरिटेबल आई हॉस्पिटल्स में से एक है। इनको नेशनल एकेडमी ऑफ मेडिकल साइंसेज के द्वारा एक फेलो के रूप में चुना गया है। डॉक्टर बद्रीनाथ ने मद्रास मेडिकल कॉलेज से स्नातक किया। उसके बाद न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी मेडिकल स्कूल से नेत्र विज्ञान (Ophthalmology) के बारे में पढ़ाई की। इसके बाद ब्रुकलिन आई एंड इयर इन्फर्मरी, न्यू यॉर्क में नेत्र विज्ञान में अपना रेजिडेंसी किया।
उपलब्धि
डॉक्टर बद्रीनाथ ने कुछ लोगों के साथ मिलकर मेडिकल एंड विजन रिसर्च फाउंडेशन की स्थापना की। शंकरा नेत्रालय, मेडिकल रिसर्च फाउंडेशन की एक इकाई है। हर दिन अस्पताल में औसतन 1200 मरीज आते हैं और हर दिन लगभग 100 सर्जरी की जाती हैं।
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6.डॉक्टर सुधांशु भट्टाचार्य

डॉ सुधांशु भट्टाचार्य भारत के टॉप 10 डॉक्टर्स में से एक सफल कार्डियोवस्कुलर सर्जन हैं। इन्होंने कार्डियोवस्कुलर सर्जरी की विशेषज्ञता हासिल करने के लिए दुनिया के अग्रणी कार्डिएक सर्जन डॉ. डेडली जॉनसन के अंतर्गत यूएस फेलोशिप की। ये एशियन सोसाइटी ऑफ कार्डियोवस्कुलर सर्जन्स के फेलो भी हैं। ये इंडियन एसोसिएशन ऑफ कार्डियोवस्कुलर एंड थोरैसिक सर्जन (2001-2002) के निर्वाचित उपाध्यक्ष भी रहे हैं।
उपलब्धि
डॉ भट्टाचार्य ने अपने शानदार करियर में कई पुरस्कार प्राप्त किए हैं और इन्हें कार्डियक सर्जरी में उनके योगदान और काम के लिए विश्व स्तर पर पहचाने जाते हैं। उन्होंने कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों में भी पेपर्स भी प्रस्तुत किए हैं और राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं में कई लेख लिखे हैं। इन्हें वर्ष 2013 में इंडियन एसोसिएशन ऑफ कार्डियोवस्कुलर एंड थोरैसिक सर्जन द्वारा लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड भी मिला।