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आंख में इंजरी होने पर ऐसे करें फर्स्ट एड ट्रीटमेंट

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


Manjari Khare द्वारा लिखित · अपडेटेड 12/03/2021

    आंख में इंजरी होने पर ऐसे करें फर्स्ट एड ट्रीटमेंट

    आंखें शरीर के महत्वपूर्ण अंगों में से एक है। आंखें बेहद कोमल होती हैं। इनको पहुंचने वाली छोटी सी चोट भी कई बार सीरियस इंजरी का कारण बन सकती है। आई इंजरी की वजह से पार्शियल विजन लॉस और अंधापन भी हो सकता है। इसलिए आंख में चोट लगने पर डॉक्टर से जांच करवाना जरूरी होता है। भले ही चोट आपको सीरियस ना लग रही हो तब भी डॉक्टर की राय लेना जरूरी है। कनाडाई नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर द ब्लाइंड (CNIB) के एक अध्ययन के अनुसार, कनाडा के हजारों लोग आंखों की चोटों को बरकरार रखते हैं, और उनका सही ट्रीटमेंट नहीं लेते जिससे उन्हें हर दिन चिकित्सा की आवश्यकता होती है। इनमें से एक तिहाई से अधिक लोगों के आंख की रोशनी भी चली जाती है। आंख में चोट लगने पर होने वाला दर्द काफी कष्टदायक होता है। आई इंजरी का कभी भी खुद से इलाज करने की कोशिश ना करें, लेकिन आप आंखों के लिए फर्स्ट एड जरूर अपना सकते हैं।

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    आई इंजरी के कारण (Causes of eye injuries)

    आई इंजरी के सामान्य कारणों में निम्न शामिल हैं।

    • स्पोर्ट्स इक्विपमेंट जैसे कि बॉल, स्टिक का आंख में लगना
    • कैमिकल बर्न
    • फ्लाईंग ऑब्जेक्ट्स से आंख में चोट लगना
    • आंख को बहुत ज्यादा प्रेशर से रगड़ना
    • किसी का आंख पर पंच मारना
    • आंख में कोई नुकीली चीज चुभना

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    आई इंजरी होने पर क्या लक्षण दिखाई देते हैं (Symptoms of eye injuries)

    • आंखों में दर्द
    • आंखों का लाल होना
    • आंखों में जलन और चुभन
    • आंख से पानी आना
    • लाइट के प्रति संवेदनशीलता
    • देखने में परेशानी
    • आईलिड में कट और सूजन
    • आंखों के सफेद भाग पर ब्लड जमा हुआ दिखाई देना
    • आंखों के अंदर कुछ है ऐसा एहसास होना, लेकिन पलके झपकाने और आंसू आने के बाद भी उसका ना निकलना
    • आंख की पुतली का साइज और शेप में अंतर दिखाई देना
    • पुतलियों को मूवमेंट करने में परेशानी

    आंखों के लिए फर्स्ट एड ट्रीटमेंट (First aid care for eye injuries)

    फॉरेन ऑब्जेक्ट (Foreign object) आइज में जाने पर आंखों के लिए फर्स्ट एड

    वैसे तो आंखें कचरे को आंसू या कीचड़ के रूप में अपने आप निकाल देती हैं। इसलिए इसके लिए किसी ट्रीटमेंट की जरूरत नहीं होती है, लेकिन ऐसा नहीं होने पर आंखों के लिए फर्स्ट एड टिप्स अपना सकते हैं।

    • आखों को जोर से मलें या रगड़ें नहीं
    • ऊपरी पलक को ऊपर की और उठाएं और निचली पलकों को नीचे रखें और फिर आंखों को चारो ओर घुमाएं
    • आंखों को पानी से धोएं
    • आंखों में पानी डालने पर आंखों को खुला ही रखें
    • ऊपर बताए गए स्टेप को दोहराएं जब तक ऑब्जेक्ट बाहर ना निकल जाएं
    • डॉक्टर के पास जाकर एक बार चेक कर लें कि कचरा बाहर निकल गया है या आंख में किसी तरह का कोई डैमेज तो नहीं हुआ है। डॉक्टर आंख की जांच करेंगे साथ ही कॉर्निया पर होने वाले किसी भी कट या डैमेज के लिए स्पेशल आई ड्रॉप देंगे जो उसे रिपेयर करने में मदद करेगा।

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    बॉल या स्टिक से लगने पर आंखों के लिए फर्स्ट एड (First aid treatments for eyes)

    आंख से किसी हार्ड ऑब्जेक्ट जैसे बेसबॉल, पत्थर के टकराने पर या किसी के पंच मारने पर आंखें, पलकें और आंखों के आसपास के मसल्स और हड्डियां डैमेज हो सकती हैं। अगर इंजरी छोटी है तो आपकी आंख में सूजन आना या आंख काली होना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं, लेकिन गंभीर इंजरी होने पर आंख के अंदर ब्लीडिंग भी हो सकती है। अगर टक्कर बहुत जोर से हुई है और मसल्स और बोन्स को ज्यादा नुकसान पहुंचा है, तो सर्जरी की जरूरत भी पड़ सकती है। बॉल या स्टिक से चोट लगने पर निम्न फर्स्ट एड टिप्स फॉलो करें।

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    कैमिकल एक्सपोजर (Chemical burns) होने पर आंखों के लिए फर्स्ट एड

    आंखों के अंदर साबुन, शैम्पू या मेकअप प्रोडक्ट्स जाना आम है। ऐसा होने पर पानी से आखों को धोने से जलन में आराम मिलता है, लेकिन कुछ कैमिकल्स जैसे कि ड्रेन क्लीनर्स और फर्टिलाइजर्स काफी खतरनाक होते हैं यह आंखों पर बहुत जल्दी अटैक करते हैं और उन्हें डैमेज करने के साथ ही कई बार ब्लाइंडनेस का भी कारण बन जाते हैं। ब्लीच (BLEACH) और स्विमिंग पूल कैमिकल्स भी इंजरी का कारण बन सकते हैं, लेकिन ये इतने खतरनाक नहीं होते। डैमेज कैमिकल और यह कितनी देर के लिए आंख में था पर डिपेंड करता है। कैमिकल एक्सपोजर होने पर आंखों के लिए फर्स्ट एड निम्न प्रकार करना चाहिए।

    • आंखों को रगड़ें नहीं
    • तुरंत आखों को 5-10 मिनट तक पानी से धोएं
    • आंखों पर कुछ बांधें या बैंडेज का उपयोग न करें
    • मेडिकल हेल्प जरूर लें

    आंखों के लिए फर्स्ट एड ट्रीटमेंट

    आंखों में कट लगने पर फर्स्ट एड ट्रीटमेंट (First aid tips for Cuts or puncture wounds on the eye)

    कई बार ऐसा होता है कि किसी नुकीली या धारदार चीज से आंखों में कट लग जाता है। ऐसे में आंखों का प्राथमिक उपचार कैसे करना चाहिए। आइए जानते हैं।

    • आंखों को शील्ड या प्रोटेक्टिव कवर से ढकें।
    • शील्ड पर प्रेशर ना डालें
    • आंखों में पानी ना डालें
    • आंखों को मलें या रगड़ें नहीं
    • किसी प्रकार की दवा जैसे कि आईबुप्रोफेन, एस्प्रिन जैसी एंटी इंफ्लामेट्री और और नॉन स्टेरॉइडल दवा का उपयोग ना करें। ये दवाएं खून को पतला करती है इसलिए ये ब्लीडिंग को बढ़ा सकती हैं।
    • इसके बाद तुरंत इमरजेंसी मेडिकल हेल्प लें

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    कट या स्क्रैच होने पर आंखों के लिए फर्स्ट एड

    स्टिक, अंगुली या किसी अन्य ऑब्जेक्ट के आंख में दुर्घटनावश जाने पर आंख और कोर्निया पर स्क्रैच आ जाते हैं। स्क्रेच होने पर धुंधला दिखाई देना, लाइट सेंसिटिविटी, आंख में दर्द, बहुत अधिक आंसू आना जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं। ऐसे में आप निम्न फर्स्ट एड टिप्स आपना सकते हैं।

    • आंखों को साफ पानी से धोएं
    • आंखों को बार-बार झपकाएं
    • ऊपरी पलक को ऊपर करें
    • अगर आप लाइट के प्रति संवेदनशील हैं तो सनग्लासेस का उपयोग करें
    • आंखों को मलें या रगड़ें नहीं
    • आंखों को अंगुली, कॉटन से छुएं नहीं
    • कॉन्टैक्ट लैंस ना पहनें
    • आंखों में किसी प्रकार के आई ड्रॉप का उपयोग ना करें।
    • मेडिकल हेल्प लें।

    किसी भी प्रकार की इंजरी होने पर आंखों के लिए फर्स्ट एड टिप्स आ सकती हैं काम

    • आंखों छुएं और रगड़ें नहीं और ना ही दबाव डालें।
    • आंख में फंसी किसी वस्तु को निकालने की कोशिश न करें।
    • आंख पर मरहम या दवा न लगाएं।
    • ओवर-द-काउंटर आई ड्रॉप्स अधिक दर्दनाक हो सकते हैं या चोट को बदतर बना सकते हैं।
    • प्रिस्क्रिप्शन दवाओं का उपयोग केवल उसी स्थिति के लिए किया जाना चाहिए, जिसके लिए उन्हें निर्धारित किया गया था, आपातकालीन उपचार के लिए नहीं।
    • जितनी जल्दी हो सके डॉक्टर को देखें।
    • यदि नेत्र रोग विशेषज्ञ उपलब्ध नहीं हो, इमरजेंसी रूप में जाएं।

    उम्मीद करते हैं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा और आंखों के लिए फर्स्ट एड से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।

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