आंखें शरीर के महत्वपूर्ण अंगों में से एक है। आंखें बेहद कोमल होती हैं। इनको पहुंचने वाली छोटी सी चोट भी कई बार सीरियस इंजरी का कारण बन सकती है। आई इंजरी की वजह से पार्शियल विजन लॉस और अंधापन भी हो सकता है। इसलिए आंख में चोट लगने पर डॉक्टर से जांच करवाना जरूरी होता है। भले ही चोट आपको सीरियस ना लग रही हो तब भी डॉक्टर की राय लेना जरूरी है। कनाडाई नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर द ब्लाइंड (CNIB) के एक अध्ययन के अनुसार, कनाडा के हजारों लोग आंखों की चोटों को बरकरार रखते हैं, और उनका सही ट्रीटमेंट नहीं लेते जिससे उन्हें हर दिन चिकित्सा की आवश्यकता होती है। इनमें से एक तिहाई से अधिक लोगों के आंख की रोशनी भी चली जाती है। आंख में चोट लगने पर होने वाला दर्द काफी कष्टदायक होता है। आई इंजरी का कभी भी खुद से इलाज करने की कोशिश ना करें, लेकिन आप आंखों के लिए फर्स्ट एड जरूर अपना सकते हैं।