हालांकि, लक्षण तब तक दिखाई नहीं देते जब तक कि ब्लड ग्लूकोज का स्तर सामान्य से काफी अधिक न हो। वहीं कुछ लोगों में बिना किसी लक्षण के ब्लड ग्लूकोज की मात्रा अधिक हो सकती है। यही कारण है कि ब्लड में ग्लूकोज की सांद्रता (Concentrations) को मापने के लिए नियमित ब्लड टेस्ट करना महत्वपूर्ण है।
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स्टेरॉइड इंड्यूस्ड डायबिटीज का निदान कैसे किया जाता है? (Steroid induced diabetes Diagnosis)
स्टेरॉइड इंड्यूस्ड डायबिटीज (Steroid induced diabetes) का निदान स्माल ब्लड सैम्प्ल के जरिए किया जाता है। जिसे फिंगर प्रिक टेस्ट कहते हैं। उस सैम्पल की जांच स्पेशलिस्ट के द्वारा की जाती है। अगर किसी बच्चे या व्यस्क व्यक्ति का ब्लड ग्लूकोज 7 mmol/L से ज्यादा और रेंडम ब्लड ग्लूकोज लेवल 11.1 mmol/L से ज्यादा है तो उसे डायबिटीज है।
स्टेरॉइड इंड्यूस्ड डायबिटीज (Steroid induced diabetes) परमानेंट होती है?
स्टेटॉइड्स लेने से हुआ हाय ब्लड ग्लूकोज लेवल इनका सेवन बंद कर देने के बाद कम हो सकता है। हालांकि कुछ लोगों को टाइप 2 डायबिटीज हो सकती है जिसे जीवन भर मैनेज करने की जरूरत होगी। स्टेरॉइड के लंबे समय तक उपयोग के बाद टाइप 2 डायबिटीज के विकसित होने की अधिक संभावना है, जैसे कि ओरल कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स का 3 महीने से अधिक समय तक उपयोग करना।
स्टेरॉइड इंड्यूस्ड डायबिटीज का इलाज कैसे किया जाता है? (Steroid induced diabetes Treatment)
स्टेरॉइड इंड्यूस्ड डायबिटीज (Steroid induced diabetes) का ट्रीटमेंट इंसुलिन प्रतिरोध की सीमा और ब्लड ग्लूकोज के लेवल पर निर्भर हो सकता है। ज्यादातर स्टेरॉइड इंडयूस्ड डायबिटीज का इलाज इंसुलिन इंजेक्शन और एंटी डायबिटिक मेडिसिन के जरिए किया जाता है। बच्चों में ब्लड ग्लूकोज का नियमित चेकअप जरूरी है और अगर जरूरी हो जो इंसुलिन का डोज एडस्ट करना पड़ सकता है। डॉक्टर पेरेंट्स को बताते हैं कि बच्चों में स्टेरॉइड इंडयूस्ड डायबिटीज को कैसे मैनेज किया जाता है। इसके साथ ही डायबिटीज को मैनेज करने वाली डायट और फिजिकल एक्टिविटीज की जानकारी भी दी जाती है।
डायबिटीज के मरीजों के लिए डायट के साथ-साथ एक्सरसाइज भी रिकमंड की जाती है। अगर आप किसी गंभीर बीमारी का ट्रीटमेंट भी साथ में ले रहे हैं तो एक बार में दस मिनट व्यायाम करने की कोशिश करें। ऐसा दिन में तीन बार करें। यह आपको थकाए बिना सक्रिय रख सकता है। उन गतिविधियों का चुनाव करें जिनको आप एंजॉय करते हैं। किसी भी प्रकार की नया एक्सरसाइज रूटीन शुरू करने से पहले यह डॉक्टर से यह सुनिश्चित कर लें कि कहीं कोई रिट्रक्शन तो नहीं हैं। साथ ही किसी प्रकार की एंटी डायबिटिक दवा का उपयोग डॉक्टर की सलाह के बिना ना करें।
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क्या मुझे स्टेरॉइड इंड्यूस्ड टाइप 2 डायबिटीज होने का खतरा है? (Am I at risk of developing steroid induced type 2 diabetes?)
जिन लोगों को टाइप 2 डायबिटीज होने का रिस्क सबसे ज्यादा होता है उनमें निम्न शामिल हैं:
- जिनका वजन अधिक है।
- यदि आपके परिवार के एक या अधिक करीबी सदस्य टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित हैं।
- यदि आपको गर्भावधि मधुमेह (Gestational diabetes) हुई है।
- यदि आपको पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (Polycystic ovary syndrome) है
- यदि आपकी आयु 25 वर्ष से अधिक है और आप दक्षिण एशियाई, अफ्रीकी-कैरेबियन या मध्य पूर्वी रीजन के हैं
उम्मीद करते हैं कि आपको स्टेरॉइड इंड्यूस्ड डायबिटीज (Steroid induced diabetes) संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।