स्टेरॉइड से इंफेक्शन का खतरा
अधिकतर एनाबोलिक स्टेरॉइड का इस्तेमाल करने से इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ सकता है। क्योंकि अधिकतर ऐसे स्टेरॉइड गैर-कानूनी लैब में बनते हैं, जो कि कमर्शियल लैब जितनी सावधानी नहीं बरतते। इसके अलावा, जिन स्टेरॉइड्स का इंजेक्शन लगाया जाता है, उनसे संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है। जिसमें एचआईवी का खतरा बहुत होता है।
स्टेरॉइड्स की लत
हालांकि स्टेरॉइड्स का लगातार उपयोग करने से शारीरिक आदत के होने का कोई प्रामाणिक सबूत नहीं है, लेकिन इससे आपको मानसिक स्तर पर निर्भरता बढ़ सकती है।
प्रेग्नेंसी में स्टेरॉइड का इस्तेमाल
उपलब्ध जानकारी के मुताबिक प्रेग्नेंसी में सिर्फ डॉक्टर की सलाह के बाद ही कुछ स्टेरॉइड टैबलेट्स का सेवन करना सुरक्षित हो सकता है। लेकिन ऐसा जरूरी भी नहीं है। इससे संबंधित पूरी जानकारी के लिए आपको अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए। क्योंकि प्रेग्नेंसी में आपको डॉक्टर की सलाह के बिना किसी भी चीज की शुरुआत या बंद नहीं करनी चाहिए। इससे गर्भवती महिला के साथ-साथ उसके गर्भ में पल रहे शिशु के स्वास्थ्य पर भी असर पड़ता है। इसके अलावा, स्तनपान कराते हुए भी आपको स्टेरॉइड्स युक्त क्रीम का इस्तेमाल करने से भी बचना चाहिए या फिर डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। इसके अलावा, अगर आप प्रेग्नेंट होने के लिए सोच भी रही हैं, तो भी आपको इसका इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टरी सहायता लेनी चाहिए, क्योंकि इससे आपकी फर्टिलिटी पर बुरा असर पड़ सकता है।
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स्टेरॉइड्स का इस्तेमाल कैसे रोकें?
स्टेरॉइड्स का इस्तेमाल एकदम रोक देना गलत तरीका हो सकता है। क्योंकि इससे आपके शरीर में हॉर्मोन असंतुलन, मूड स्विंग्स, थकान, मसल्स में दर्द, डिप्रेशन आदि हो सकता है। इसके अलावा, इसे एकदम रोकने से आपकी सेक्स ड्राइव भी कम हो सकती है। दूसरी तरफ, अगर आप किसी शारीरिक समस्या के इलाज के लिए यह ले रहे हैं, तो ऐसा करने से उस समस्या के लक्षण दोबारा देखने को मिल सकते हैं। इसलिए स्टेरॉइड्स का उपयोग या डोज धीरे-धीरे कम करना एक सुरक्षित तरीका हो सकता है। लेकिन इसके लिए भी आपको डॉक्टर की मदद लेनी चाहिए और उसकी निगरानी में ही कोई बदलाव करना चाहिए।
बॉडी बनाने के लिए स्टेरॉइड्स का विकल्प
चूंकि, अधिकतर स्टेरॉइड्स का इस्तेमाल शरीर की ताकत, स्टेमिना और मसल्स बढ़ाने के लिए किया जाता है। इसलिए आप स्टेरॉइड्स की जगह अन्य विकल्प का इस्तेमाल कर सकते हैं, जो कि शायद उनकी तरह जल्दी रिजल्ट तो न दें, लेकिन यह विकल्प पूरी तरह सुरक्षित होते हैं। आइए, मसल्स, ताकत और स्टेमिना बढ़ाने के लिए स्टेरॉइड्स के प्रभावी विकल्प के बारे में जानते हैं।
वेट वर्कआउट रुटीन
मसल्स बढ़ाने के लिए आप एक अच्छा वेट वर्कआउट रुटीन को अपना सकते हैं। जिससे आप शरीर के सभी अंग जैसे- चेस्ट, शोल्डर, आर्म्स, बाइसेप्स, लेग्स, बैक आदि की मसल्स बढ़ा सकते हैं। रोजाना खुद के लिए एक चुनौतीपूर्ण वर्कआउट रुटीन को अपनाएं। मसल्स और ताकत बढ़ाने के लिए यह एक बेहतर तरीका होता है।
डायट
मसल्स ग्रोथ, ताकत और स्टेमिना के लिए आप स्वस्थ और पोषणयुक्त डायट का उपयोग कर सकते हैं। जिसमें प्रोटीन, फाइबर, ओमेगा-3, हेल्दी फैट्स, अमिनो एसिड हों। इसके लिए आप अपने आहार में अंडे, ग्रीक योगर्ट, किनोआ, मूंगफली, चना, फिश, तोफू आदि को शामिल कर सकते हैं।
पर्सनल ट्रेनर
अपने स्टेमिना और मसल्स ग्रोथ को बढ़ाने के लिए आप एक पर्सनल ट्रेनर का विकल्प भी इस्तेमाल कर सकते हैं। क्योंकि एक ट्रेनर मसल्स ग्रोथ के बारे में आपसे ज्यादा जानता है और वह आपकी व्यक्तिगत मसल्स ग्रोथ और स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर बेहतर एक्सरसाइज और डायट का चुनाव करवा सकता है।
अगर आप स्टेरॉइड से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो इससे जुड़े विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।
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