कुछ बहुत ही दुर्लभ मामलों में, रूबेला बीमारी कान के संक्रमण और दिमाग की सूजन का कारण बन सकता है। अगर आपको इनमे से कोई भी लक्षण दिखाई दे तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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जटिलताएं
किसी महिला को गर्भावस्था के दौरान रुबेला संक्रमण होने पर इसके भ्रूण तक पहुंचने की संभावना रहती है। ऐसी स्थिति में गर्भपात या प्रसव पूर्व शिशु के जन्म का जोखिम होता है। अगर शिशु का जन्म हो जाता है तो शिशु में जन्म संबंधी विकृतियां हो सकती हैं। इसमें बहरापन, हृदय संबंधी समस्याएं, आंखों की खराबी, मानसिक मंदता सहित अन्य जटिल समस्याएं पैदा हो सकती हैं। इन विकृतियों को समग्र रूप से कार्डिओरेनल सिंड्रोम (Cardiorenal syndrome CRS) कहते हैं। जो महिलाएं प्रेगनेंसी के पहले तीन महीने के दौरान इससे संक्रमित होती हैं, अध्ययन के मुताबिक, उनमें 50% से 90% बच्चे कार्डिओरेनल सिंड्रोम से पीड़ित होते हैं। आकड़ों की माने तो दुनिया भर में, हर वर्ष 100,000 के आसपास बच्चे कार्डिओरेनल सिंड्रोम (CSR) के साथ जन्म लेते हैं।
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