योग करने से दिमाग को भी कई फायदे होते हैं। इनसे निर्णय लेने की क्षमता, एकाग्रता और याददाश्त भी बढ़ती है।
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योग के प्रकार
योग क्या है इस बारे में आप जानते होंगे लेकिन योग के प्रकारों से आप वाकिफ नहीं होंगे। इसके कुछ प्रसिद्ध प्रकार इस तरह से हैं:
अष्टांग या पावर योग
इस तरह के योग से अच्छा वर्क आउट होता है। पावर योग में एक पोस्चर को दूसरे में जल्दी- जल्दी बदला जाता है।
बिक्रम या हॉट योग
इस योग के 26 पोज़ज गर्म कमरे में किए जाते हैं, जहां का तापमान (35°C से 37.8°C) होता है। इस योग का उद्देश्य मसल्स, स्नायुबंधन और टेंडॉन्स को गर्म करना और खींचना होता है। इसके साथ ही पसीने से शरीर शुद्ध होता है।
हठ योग
यह योग का सबसे सामान्य प्रकार है। इसमें ब्रीदिंग और पोस्चर दोनों शामिल होते हैं।
इंटीग्रल योग
इस तरह के योग में सांस संबंधी व्यायाम, ध्यान या जप शामिल है।
अयंगर योग
योग की इस शैली में शरीर को सही एलाइनमेंट मिलता है। आप इसमें एक ही पोज़ में लंबे समय तक रह सकते हैंI
कुण्डलिनी योग
इस योग में सांसों के प्रभाव को मुद्राओं पर जोर दिया जाता है। इस का उद्देश्य निचले शरीर से ऊर्जा को मुक्त करना है ताकि यह ऊपर की ओर बढ़ सके।
विनियोग
योग की इस शैली में सांस और पोस्चर में समन्वय बनाना होता है।
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योग के नियम
योग क्या है और इसके लाभ के बाद अब बारी है योग के नियमों के बारे में जानने की। जानिए योग करने के लिए किन नियमों का पालन करना आवश्यक है
- योग करने से पहले अपने शरीर, दिमाग और आसपास सफाई रखें। यह इस का सबसे महत्वपूर्ण नियम है।
- इसे हमेशा शांत जगह पर करना चाहिए।
- इसे हमेशा खाली पेट करना चाहिए। अगर आप कमजोर महसूस कर रहे हों तो हलके गर्म पानी में थोड़ा सा शहद ड़ाल कर पीएं।
- इस अभ्यास से पहले मूत्राशय और आंत्र दोनों खाली होने चाहिए।
- योग करने के लिए आरामदायक कॉटन के कपडे पहने। इसके साथ ही नीचे बिछाने के लिए किसी दरी, मैट या कंबल का प्रयोग करें।
- किसी बीमारी, जल्दी या परेशानी की स्थिति में इसे न करें।
- गंभीर बीमारी, दर्द या समस्या की सूरत में भी अपने डॉक्टर या योग एक्सपर्ट से सलाह करने के बाद ही इसे करें।
- गर्भवस्था या हस्तमैथुन की स्थिति में किसी भी तरह का अभ्यास करने से पहले योग एक्सपर्ट से पूछें।
- योग की शुरुआत किसी प्रार्थना या आरती से करें ताकि आपका दिमाग शांत हो।
- इसे धीरे-धीरे और आराम से करना चाहिए।
- अगर योग एक्सपर्ट ने न बताया हो तो अपनी सांस को न रोकें।
- अपनी क्षमता के अनुसार ही अभ्यास करें।
- अच्छे परिमाण आने में कुछ समय लग जाता है इसलिए रोजाना इसे करना आवश्यक है।
- हर योग को करने का तरीका अलग होता है इसलिए इस बात को हमेशा दिमाग में रखें।
- अभ्यास करने के 20-30 मिनट बाद नहाएं।
- अभ्यास करने के 20-30 मिनट बाद ही कुछ खाएं।