बच्चों में याददाश्त बढ़ाने का उपाय है सैल्मन
फैटी फिश जैसी सैल्मन ओमेगा-3 फैटी एसिड डीएचए और ईपीए का उत्तम स्त्रोत होती है। ये दोनों ही मस्तिष्क के विकास और कार्य के लिए जरूरी होते हैं। यहां तक कि हाल ही में हुई रिसर्च में भी सामने आया है कि जो लोग अपने आहार में ये फैटी एसिड लेते हैं उनका दिमाग तेज होता है और वो दिमाग से जुड़े काम बेहतर तरीके से कर पाते हैं। टूना मछली ओमेगा-३ से तो प्रचुर होती है लेकिन सैल्मन से कम पोषण होता है।
बच्चों में मेमोरी बूस्ट का इलाज है पीनट बटर
मूंगफली और पीनट बटर विटामिन ई अच्छा स्रोत है। विटामिन ई एक ऐसा एंटीऑक्सीडेंट है जो नसों की झिल्लियों को सुरक्षा प्रदान करता है। इसके साथ ही पीनट बटर में थायमिन भी होता है जो मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र को एनर्जी के लिए ग्लूकोज इस्तेमाल करने में मदद करता है।
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साबुत अनाज से बनाएं अपने शिशु का दिमाग तेज
बच्चों में याददाश्त बढ़ाने के उपाय में साबुत अनाज बेहद महत्वपूर्ण होता है। बच्चों के मस्तिष्क को लगातार ग्लूकोज की जरूरत होती है और साबुत अनाज इसकी पूर्ति करते हैं। इनमें मौजूद फाइबर शरीर में ग्लूकोज सके रिलीज को नियंत्रित करता है। साबुत अनाज में विटामिन बी भी होता है जो तंत्रिका तंत्र को स्वस्थ बनता है।
बच्चों में याददाश्त बढ़ाने का उपाय है दूध और दही
दूध से बनी चीजें प्रोटीन और विटामिन बी से युक्त होती है जो की बच्चे का दिमाग तेज बनाने में मदद करती हैं। ये दोनों पोषक तत्व मस्तिष्क के ऊतकों, न्यूरोट्रांसमीटर और एंजाइम्स के लिए जरूरी होते हैं। दूध और दही प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट से भी युक्त होती है जो कि मस्तिष्क को ऊर्जा प्रदान करते हैं। हाल ही में हुई एक रिसर्च के अनुसार बच्चों और किशोंरो की याददाश्त बढ़ाने के लिए विटामिन डी की अधिक जरूरत होती है। ये विटामिन न्यूरोमस्कुलर सिस्टम को लाभ पहुंचाता है और कोशिकाओं की उम्र बढ़ाता है। अगर बच्चों को सादा दूध पीना पसंद नहीं है तो आप उन्हें शेक के रूप में दूध पिला सकते हैं। वहीं दही का स्वाद को बहुत अच्छा होता है और बच्चे रायते या अन्य कई तरह से दही का सेवन कर सकते हैं। तो यदि आप अपने बच्चे की मेमोरी बढ़ाने के बारे में सोच रहे हैं तो उसे रोजाना एक गिलास दूध या 1 कटोरी दही जरूर खिलाएं।
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बैरीज से करें बच्चों में कमजोर याददाश्त का इलाज
स्ट्रॉबेरी, चैरी, ब्लूबैरी और ब्लैकबेरी पोषक तत्वों से युक्त होती हैं। इनमें एंटीऑक्सीडेंट्स खासतौर पर विटामिन सी की उच्च मात्रा होती है जो कैंसर से बचाने में मदद करता है। कई अध्ययनों में भी सामने आया है कि ब्लूबैरी और स्ट्रॉबेरी के रस से याद्दाश्त में सुधार आता है। इनके बीजों में ओमेगा-3 फैटी एसिड प्रचुरता में होता है।
मीट से करें बच्चे का दिमाग तेज
स्कूल में बच्चों के दिमाग को ऊर्जा देने के लिए आयरन आवश्यक खनिज पदार्थ में से एक है। मीट में जिंक मौजूद होता है जो कि याद्दाश्त बढ़ाने में मदद करता है। वहीं शाकाहारी लोग मांस की जगह ब्लैक बीन या सोयाबीन का सेवन कर सकते हैं। बींस में नॉन-हेम आयरन प्रचुरता में होता है। इस प्रकार का आयरन विटामिन सी को अवशोषित करने के लिए जरूरी होता है। आप टमाटर, लाल शिमला मिर्च, संतरे का जूस, स्ट्रॉबेरी आदि खा सकते हैं।
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बच्चों में याददाश्त बढ़ाने का उपाय है अंडे
अंडे प्रोटीन का बेहतरीन स्त्रोत होते हैं लेकिन अंडे के पीले भाग में कोलाइन भी होता है जो कि याद्दाश्त बढ़ाने में मदद करता है। स्कूल जाने से पहले अपने बच्चे को नाश्ते में उबला हुआ अंडा खिलाएं।
बच्चों में याददाश्त बढ़ाने के उपाय हैं बीन्स
प्रोटीन और कॉम्प्लेक्स कार्ब से युक्त होने के कारण बीन्स एनर्जी से भरपूर होते हैं। इनमें विटामिन और मिनरल के साथ-साथ फाइबर भी प्रचुर मात्रा में होता है। ये दिमाग के लिए बेहतरीन फूड होता है।
अगर आप अपने बच्चे की याद्दाश्त बढ़ाना चाहते हैं या उसके दिमाग को तेज करना चाहते हैं तो उसके आहार में ऊपर बताई गई चीजों को जरूर शामिल करें। वहीं होशियार बच्चों को भी ये ब्रेन फूड्स खिलाना फायदेमंद होगा। इन सुपरफूड्स को आप बड़ी आसानी से अपने बच्चे के आहार में शामिल कर सकते हैं।