प्रेग्नेंसी में मछली खाना (Eating fish during pregnancy) बेहद फायदेमंद माना जाता है क्योंकि प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को प्रोटीन, ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 fatty acids), आयरन (Iron) और जिंक (Zink) सभी की आवश्यकता होती है वो भी बिना किसी सैचुरेटेड फैट (Saturated fat) के। इस कारण प्रेग्नेंसी में मछली खाना स्वास्थ्य के लिए बेहतर माना जाता है। हालांकि, ज्यादातर मछली में मरकरी नामक हानिकारक तत्व होता है जिसे प्रेग्नेंसी में खाने से शिशु और गर्भवती महिला दोनों पर दुष्प्रभाव पड़ सकता है।
क्या कहती है एफडीए (FDA)?
जनवरी 2017 में यू एस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) और यू एस एनवायर्नमेंटल प्रोटेक्शन एजेंसी (ईपीए) ने प्रेग्नेंसी , स्तनपान या गर्भधारण करने जा रही महिलाओं के मछली खाने के बारे में कई विशेष जानकारी दी थी। इसके अनुसार प्रेग्नेंसी में मछली खाना (Eating fish during pregnancy) फायदेमंद होता है लेकिन कुछ हद तक।
एफडीए द्वारा बताई गई इस जानकारी में यह भी निर्धारित किया गया है कि कुछ प्रकार की मछली प्रेग्नेंसी में नहीं खानी चाहिए। इसमें शार्क, स्वोर्डफिश, किंग मैकेरल और टाइलफिश जैसी बड़ी मछलियां शामिल हैं। इन सभी मछलियों में मरकरी की मात्रा अधिक होती है जिसके कारण डॉक्टर भी प्रेग्नेंसी में इन मछली को खाने से मना करते हैं।
मरकरी सभी वयस्कों पर एक समान प्रभाव डालता है, लेकिन प्रेग्नेंसी में मछली खाने से परहेज की सलाह दी जाती है। इसके अलावा यदि आप गर्भवती बनने का प्लान कर रही हैं तब भी इसका सेवन करने से परहेज करें। यदि आप रोजाना मरकरी युक्त मछली का सेवन करते हैं तो वह समय के साथ रक्त प्रवाह में शामिल हो जाता है। खून में अत्यधिक मरकरी होने से शिशु के मस्तिष्क और नर्वस सिस्टम के विकास को नुकसान पहुंच सकता है।
यहां हम आपको प्रेग्नेंसी में मछली खाना (Eating fish during pregnancy) क्यों आवश्यक है, उसके फायदे, सही खुराक और नुकसानों के बारे में बताएंगे।
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